Download Bhajan as .txt File Download Bhajan as IMAGE File

हो रयो बाबा की नगरी में केसर चंदन को चिड़काव

चंदन को चिड़काव केसर…चंदन को चिड़काव
हो रयो बाबा की नगरी में केसर चंदन को चिड़काव

वाह रे वाह फागुन अलबेला
श्याम धनी का भरता मे ला
वायु मंडल भया सुनेहरा
चाकरियो हु श्याम शरण को,
मन में मोटो चाव
हो रयो बाबा की नगरी मे केसर चंदन को चिड़काव

मन्दिरये में डम्बर फूट्यो
रूह गुलाब का झरना छुटो
प्रीत करि सोहि चस लुट्यो
भ ढभागी मे हुयो अनूठो
दाता को दरसाव
हो रयो बाबा की नगरी मे केसर चंदन को चिड़काव

मेहकण लाग्यो दे श धुधांरो
खोल दियो बाबो भंडारो
सुफल होग्यो मिनक जमानो
मेने यो दिल से शृंगारो
जैसे भयो लगाव
हो रयो बाबा की नगरी में केसर चंदन को चिड़काव

श्याम बहादुर शिव फरियादी
श्याम नाम की नीव ल गादी
मन मंदिर में ज्योत ज गादी
एक झलक अपनी दर्षादी
मिला ह्रिदय का भाव
हो रयो बाबा की नागरी मे केसर चंदन को चिड़काव
चंदन को चिदकव केसर…
हो रयो बाबा की नागरी मे केसर चंदन को चिड़काव

:



ho ryo baba ki nagri mein kesar chandan ko chidkav

chandan ko chidakaav kesar...chandan ko chidakaav
ho rayo baaba ki nagari me kesar chandan ko chidakaav


vaah re vaah phaagun alabelaa
shyaam dhani ka bharata me laa
vaayu mandal bhaya suneharaa
chaakariyo hu shyaam sharan ko,
man me moto chaav
ho rayo baaba ki nagari me kesar chandan ko chidakaav

mandiraye me dambar phootyo
rooh gulaab ka jharana chhuto
preet kari sohi chas lutyo
bh dhbhaagi me huyo anootho
daata ko darasaav
ho rayo baaba ki nagari me kesar chandan ko chidakaav

mehakan laagyo de sh dhudhaanro
khol diyo baabo bhandaaro
suphal hogyo minak jamaano
mene yo dil se sharangaaro
jaise bhayo lagaav
ho rayo baaba ki nagari me kesar chandan ko chidakaav

shyaam bahaadur shiv phariyaadee
shyaam naam ki neev l gaadee
man mandir me jyot j gaadee
ek jhalak apani darshaadee
mila hariday ka bhaav
ho rayo baaba ki naagari me kesar chandan ko chidakaav
chandan ko chidakav kesar...
ho rayo baaba ki naagari me kesar chandan ko chidakaav

chandan ko chidakaav kesar...chandan ko chidakaav
ho rayo baaba ki nagari me kesar chandan ko chidakaav




ho ryo baba ki nagri mein kesar chandan ko chidkav Lyrics





Bhajan Lyrics View All

मेरा अवगुण भरा शरीर, कहो ना कैसे
कैसे तारोगे प्रभु जी मेरो, प्रभु जी
जा जा वे ऊधो तुरेया जा
दुखियाँ नू सता के की लैणा
मुँह फेर जिधर देखु मुझे तू ही नज़र आये
हम छोड़के दर तेरा अब और किधर जाये
जय शिव ओंकारा, ॐ जय शिव ओंकारा ।
ब्रह्मा, विष्णु, सदाशिव, अर्द्धांगी
Ye Saare Khel Tumhare Hai Jag
Kahta Khel Naseebo Ka
कैसे जीऊं मैं राधा रानी तेरे बिना
मेरा मन ही न लगे श्यामा तेरे बिना
अरे बदलो ले लूँगी दारी के,
होरी का तोहे बड़ा चाव...
साँवरिया ऐसी तान सुना,
ऐसी तान सुना मेरे मोहन, मैं नाचू तू गा ।
प्रीतम बोलो कब आओगे॥
बालम बोलो कब आओगे॥
तू राधे राधे गा ,
तोहे मिल जाएं सांवरियामिल जाएं
सुबह सवेरे  लेकर तेरा नाम प्रभु,
करते है हम शुरु आज का काम प्रभु,
शिव समा रहे मुझमें
और मैं शून्य हो रहा हूँ
मेरे बांके बिहारी बड़े प्यारे लगते
कही नज़र न लगे इनको हमारी
वृंदावन में हुकुम चले बरसाने वाली का,
कान्हा भी दीवाना है श्री श्यामा
हम प्रेम नगर के बंजारिन है
जप ताप और साधन क्या जाने
मोहे आन मिलो श्याम, बहुत दिन बीत गए।
बहुत दिन बीत गए, बहुत युग बीत गए ॥
कोई पकड़ के मेरा हाथ रे,
मोहे वृन्दावन पहुंच देओ ।
बांके बिहारी की देख छटा,
मेरो मन है गयो लटा पटा।
दिल की हर धड़कन से तेरा नाम निकलता है
तेरे दर्शन को मोहन तेरा दास तरसता है
नगरी हो अयोध्या सी,रघुकुल सा घराना हो
चरन हो राघव के,जहा मेरा ठिकाना हो
हरी नाम नहीं तो जीना क्या
अमृत है हरी नाम जगत में,
जय राधे राधे, राधे राधे
जय राधे राधे, राधे राधे
श्यामा प्यारी मेरे साथ हैं,
फिर डरने की क्या बात है
श्याम हमारे दिल से पूछो, कितना तुमको
याद में तेरी मुरली वाले, जीवन यूँ ही
मन चल वृंदावन धाम, रटेंगे राधे राधे
मिलेंगे कुंज बिहारी, ओढ़ के कांबल काली
सत्यम शिवम सुन्दरम
सत्य ही शिव है, शिव ही सुन्दर है
हो मेरी लाडो का नाम श्री राधा
श्री राधा श्री राधा, श्री राधा श्री
मुझे रास आ गया है,
तेरे दर पे सर झुकाना
तेरे बगैर सांवरिया जिया नही जाये
तुम आके बांह पकड लो तो कोई बात बने‌॥
कारे से लाल बनाए गयी रे,
गोरी बरसाने वारी

New Bhajan Lyrics View All

दाती तेरा नाम, दान देना तेरा काम,
तू बड़ी ही दिलवाली..
साई की निकली है पालकी,
देखो रे छवि है जिसकी कमाल की,
तेरी शरण मैं आयी बाबा,
तेरी ज्योत जलाई बाबा,
जदू कृष्ण लेया अवतार,
कंबेया कंस दा दरबार,
मन जपले मैया का नाम जपले,
कि भाग तेरे जाग जाएँगे,