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दर दर भटका हूँ मैं कितना तनहा हूँ मैं
कहाँ हो सांवरिया .........

दर दर भटका हूँ मैं कितना तनहा हूँ मैं
कहाँ हो सांवरिया .........
अनजानी राहो में दुःख दर्द की बाहों में
कहाँ हो सांवरिया ..........
दर दर भटका हूँ मैं ............

जब से रूठे हो तुम तक़दीर ही रूठ गयी
ऐसा लगता मुझको हस्ती ही टूट गयी
सब कुछ खोया हूँ मैं कितना रोया हूँ मैं
कहाँ हो सांवरिया ..........

मुझ जैसे पापी को तुमने अपनाया था
तेरी किरपा बाबा मैं समझ न पाया था
बेहाल हुआ हूँ मैं तेरे द्वार खड़ा हूँ मैं
कहाँ हो सांवरिया ..........

सूरज ना कोई मेरा एक आसरा बस तेरा
अब आओ न बाबा क्यों मुख को है फेरा
दुःख का मारा हूँ मैं खुद से हारा हूँ मैं
कहाँ हो सांवरिया ..........



kaha ho sanwariyan dar dar bhatka hu main

dar dar bhataka hoon mainkitana tanaha hoon main
kahaan ho saanvariya ...
anajaani raaho me duhkh dard ki baahon me
kahaan ho saanvariya ...
dar dar bhataka hoon main...


jab se roothe ho tum takadeer hi rooth gayee
aisa lagata mujhako hasti hi toot gayee
sab kuchh khoya hoon mainkitana roya hoon main
kahaan ho saanvariya ...

mujh jaise paapi ko tumane apanaaya thaa
teri kirapa baaba mainsamjh n paaya thaa
behaal hua hoon maintere dvaar khada hoon main
kahaan ho saanvariya ...

sooraj na koi mera ek aasara bas teraa
ab aao n baaba kyon mukh ko hai pheraa
duhkh ka maara hoon mainkhud se haara hoon main
kahaan ho saanvariya ...

dar dar bhataka hoon mainkitana tanaha hoon main
kahaan ho saanvariya ...
anajaani raaho me duhkh dard ki baahon me
kahaan ho saanvariya ...
dar dar bhataka hoon main...




kaha ho sanwariyan dar dar bhatka hu main Lyrics





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