मैं कैसे तुम्हें भुलाऊँ मेरी ज़िंदगी भी तू है
मेरी आरज़ू भी तू है, मेरी जुस्तजू भी तू है
हर वक्त मेरे दिल में, तुम ही रहो समाए
सूरत न दूर होती, जाओ भी न भुलाए
मेरी तो ज़िंदगी तू, मेरी बंदगी भी तू है....
कब तक बता दो हमसे खुद को रहे छिपाए
देखेंगे कब तलक तू अपना नहीं बनाये
मेरी तो सादगी तू, आवारगी भी तू है
मैं कैसे तुम्हें भुलाऊँ मेरी ज़िंदगी भी तू है
मेरी आरज़ू भी तू है, मेरी जुस्तजू भी तू है
Main kaise tumhe bhulaoon meri zindagi bhi tu hai
Meri aarzoo bhi tu hai, meri justju bhi tu hai
Har waqt mere dil mein, tum hi raho samaye
Soorat na door hoti, jaao bhi naa bhulaaye
Meri toh zindagi tu meri bandagi bhi tu hai
Kab tak bata do humse khud ko rahe chhupaye
Dekhenge kab talak tu apna nahin banaye
Main kaise tumhe bhulaoon meri zindagi bhi tu hai
Meri aarzoo bhi tu hai, meri justju bhi tu hai