Download Bhajan as .txt File Download Bhajan as IMAGE File

Mann Re Avsar Beeta Jaaye
Kis Maya Mein Pada Baware

Mann Re Avsar Beeta Jaaye
Kis Maya Mein Pada Baware
Hari Naam Bisraye
Mann Re Avsar Beeta Jaaye



Mann Re Avsar Beeta Jaaye
Mann Re Avsar Beeta Jaaye

Kis Maya Mein Pada Baware
Hari Naam Bishraye

Mann Re Avsar Beeta Jaaye
Mann Re Avsar Beeta Jaaye

Chaar Mein Din Dhal Lega
Panchhi Ghar Ki Aur Chalega

Chal Chal Hogi Hulchal Hogi
Chal Chal Hogi Hulchal Hogi
Pal Naa Deve Suhaye

Mann Re Avsar Beeta Jaaye
Mann Re Avsar Beeta Jaaye

Chhod Diya So Haath Naa Aave
Chhod Diya So Haath Naa Aave
Jod Liya So Saath Naa Jahye
Jod Liya So Saath Naa Jahye

Tero Dhan Hai Aaush Ka Moti
Haath Lage Kumhlaye

Mann Re Avsar Beeta Jaaye
Mann Re Avsar Beeta Jaaye

Aanjane Path Chale Akela
Chhod Chale Duniya Ka Mela
Aanjane Path Chale Akela
Chhod Chale Duniya Ka Mela

Lut Kar Pit Kar Reete Haatho
Ghar Babul Ke Aaye
Mann Re Ghar Babul Ke Aaye


Mann Re Avsar Beeta Jaaye
Mann Re Avsar Beeta Jaaye

Bolo Sachchidanand Bhagwan Ki Jai
Jai Shri Ram
Jai Shri Krishna



Mann Re Avsar Beeta Jaaye

manan re avasar beet jaaye
kis may mein pad baware
hari naam bisaraye
manan re avasar beet jaaye



manan re avasar beet jaaye
manan re avasar beet jaaye

kis may mein pad baware
hari naam bisaharaye

manan re avasar beet jaaye
manan re avasar beet jaaye

chaar mein din dhal lega
panacahahi ghar ki aur chalega

chal chal hogi hulacahal hogi
chal chal hogi hulacahal hogi
pal na deve suhaye

manan re avasar beet jaaye
manan re avasar beet jaaye

chahod diy so haatah na aave
chahod diy so haatah na aave
jod liy so saatah na jahaye
jod liy so saatah na jahaye

tero dhan hai aausah k moti
haatah lage kumahalaye

manan re avasar beet jaaye
manan re avasar beet jaaye

aanajane patah chale akela
chahod chale duniy k mela
aanajane patah chale akela
chahod chale duniy k mela

lut kar pit kar reete haataho
ghar babul ke aaye
manan re ghar babul ke aaye


manan re avasar beet jaaye
manan re avasar beet jaaye

bolo sacahacahidananad bhagawan ki jai
jai shari ram
jai shari krisahana







Bhajan Lyrics View All

सावरे से मिलने का सत्संग ही बहाना है ।
सारे दुःख दूर हुए, दिल बना दीवाना है ।
दिल लूटके ले गया नी सहेलियो मेरा
मैं तक्दी रह गयी नी सहेलियो लगदा बड़ा
श्याम हमारे दिल से पूछो, कितना तुमको
याद में तेरी मुरली वाले, जीवन यूँ ही
राधा नाम की लगाई फुलवारी, के पत्ता
के पत्ता पत्ता श्याम बोलता, के पत्ता
मोहे आन मिलो श्याम, बहुत दिन बीत गए।
बहुत दिन बीत गए, बहुत युग बीत गए ॥
एक दिन वो भोले भंडारी बन कर के ब्रिज की
पारवती भी मना कर ना माने त्रिपुरारी,
सत्यम शिवम सुन्दरम
सत्य ही शिव है, शिव ही सुन्दर है
किसी को भांग का नशा है मुझे तेरा नशा है,
भोले ओ शंकर भोले मनवा कभी न डोले,
दुनिया से मैं हारा तो आया तेरे द्वार,
यहाँ से गर जो हरा कहाँ जाऊँगा सरकार
जिनको जिनको सेठ बनाया वो क्या
उनसे तो प्यार है हमसे तकरार है ।
वृंदावन में हुकुम चले बरसाने वाली का,
कान्हा भी दीवाना है श्री श्यामा
मुझे रास आ गया है,
तेरे दर पे सर झुकाना
अरे बदलो ले लूँगी दारी के,
होरी का तोहे बड़ा चाव...
ज़रा छलके ज़रा छलके वृदावन देखो
ज़रा हटके ज़रा हटके ज़माने से देखो
श्याम तेरी बंसी पुकारे राधा नाम
लोग करें मीरा को यूँ ही बदनाम
श्यामा तेरे चरणों की गर धूल जो मिल
सच कहता हूँ मेरी तकदीर बदल जाए॥
कैसे जीऊं मैं राधा रानी तेरे बिना
मेरा मन ही न लगे श्यामा तेरे बिना
तेरे बगैर सांवरिया जिया नही जाये
तुम आके बांह पकड लो तो कोई बात बने‌॥
कोई कहे गोविंदा, कोई गोपाला।
मैं तो कहुँ सांवरिया बाँसुरिया वाला॥
मेरा आपकी कृपा से,
सब काम हो रहा है
सज धज कर जिस दिन मौत की शहजादी आएगी,
ना सोना काम आएगा, ना चांदी आएगी।
तेरे दर पे आके ज़िन्दगी मेरी
यह तो तेरी नज़र का कमाल है,
बांके बिहारी की देख छटा,
मेरो मन है गयो लटा पटा।
मेरी रसना से राधा राधा नाम निकले,
हर घडी हर पल, हर घडी हर पल।
कान्हा की दीवानी बन जाउंगी,
दीवानी बन जाउंगी मस्तानी बन जाउंगी,
मुझे चाहिए बस सहारा तुम्हारा,
के नैनों में गोविन्द नज़ारा तुम्हार
मुँह फेर जिधर देखु मुझे तू ही नज़र आये
हम छोड़के दर तेरा अब और किधर जाये
मीठे रस से भरी रे, राधा रानी लागे,
मने कारो कारो जमुनाजी रो पानी लागे
नगरी हो अयोध्या सी,रघुकुल सा घराना हो
चरन हो राघव के,जहा मेरा ठिकाना हो
जीवन खतम हुआ तो जीने का ढंग आया
जब शमा बुझ गयी तो महफ़िल में रंग आया

New Bhajan Lyrics View All

जीवन की सांसें कब रुक जाए हार कर
रखना जतन से प्यारे  इनको  संवारकर
आरुग हे कलसा दाई आरुग बाती वो
आरुग दियना जलाव... दाई वो
रूठी मेरी माँ मैं कैसे मनावाँ,
दर्द ये कैसे मैं छुपावां,
काम चले ना चाँदी से, काम चले ना सोने से,
अब तो काम चले मेरा बाबा का दर्शन होने
गोकुल गाँव में बजत बधाई,
चलो री सखी देखन चले,