Download Bhajan as .txt File Download Bhajan as IMAGE File

मेरे जीवन का रखवाला

मेरे जीवन का रखवाला सावरिया खाटू वाला
मेने जब जब खाई ठोकर मुझको सम्भालने वाला
मैं तो पल पल पल पल श्याम तेरे गुण गाता हु
खाटू में जाकर मैं पागल हो जाता हूं

जब से दीदार किया है मन हो गया श्याम दीवाना
दातार तेरे चरणों में जब से मिल गया ठिकाना,
तेरी किरपा देख मैं फुला नही समाता हु,
खाटू में आकर मैं पागल हो जाता हूं

देखे है देव हज़ारो नही ऐसा देव निराला
जहाँ भरे हुए भंडारे नही लगता चाबी ताला
लूटति है दया अपार लूट नही पाता हूं
खाटू में आकर मैं पागल हो जाता हूं

मैं अब तक भटक रहा था दुनिया की रंग रलियों में
अब तो मन अटक गया है तेरे खाटू की गलियों में
भक्तो का मेला देख देख हर्षाता हु
खाटू में आकर मैं पागल हो जाता हूं

अर्जी है श्याम रितिक की मन को मगरूर ना करना
नादान किशन बृजवासी चरणों से दूर ना करना
तेरा बन जाऊं बस इतना ही चाहता हु
खाटू में जाकर मैं पागल हो जाता हूं



mere jeewan ka rakhwala sanwariya khatu vala

mere jeevan ka rkhavaala saavariya khatu vaalaa
mene jab jab khaai thokar mujhako sambhaalane vaalaa
mainto pal pal pal pal shyaam tere gun gaata hu
khatu me jaakar mainpaagal ho jaata hoon


jab se deedaar kiya hai man ho gaya shyaam deevaanaa
daataar tere charanon me jab se mil gaya thikaana,
teri kirapa dekh mainphula nahi samaata hu,
khatu me aakar mainpaagal ho jaata hoon

dekhe hai dev hazaaro nahi aisa dev niraalaa
jahaan bhare hue bhandaare nahi lagata chaabi taalaa
lootati hai daya apaar loot nahi paata hoon
khatu me aakar mainpaagal ho jaata hoon

mainab tak bhatak raha tha duniya ki rang raliyon me
ab to man atak gaya hai tere khatu ki galiyon me
bhakto ka mela dekh dekh harshaata hu
khatu me aakar mainpaagal ho jaata hoon

arji hai shyaam ritik ki man ko magaroor na karanaa
naadaan kishan barajavaasi charanon se door na karanaa
tera ban jaaoon bas itana hi chaahata hu
khatu me jaakar mainpaagal ho jaata hoon

mere jeevan ka rkhavaala saavariya khatu vaalaa
mene jab jab khaai thokar mujhako sambhaalane vaalaa
mainto pal pal pal pal shyaam tere gun gaata hu
khatu me jaakar mainpaagal ho jaata hoon




mere jeewan ka rakhwala sanwariya khatu vala Lyrics





Bhajan Lyrics View All

तेरी मंद मंद मुस्कनिया पे ,बलिहार
तेरी मंद मंद मुस्कनिया पे ,बलिहार
हम हाथ उठाकर कह देंगे हम हो गये राधा
राधा राधा राधा राधा
मुझे चाहिए बस सहारा तुम्हारा,
के नैनों में गोविन्द नज़ारा तुम्हार
एक कोर कृपा की करदो स्वामिनी श्री
दासी की झोली भर दो लाडली श्री राधे॥
फूलों में सज रहे हैं, श्री वृन्दावन
और संग में सज रही है वृषभानु की
मेरा अवगुण भरा शरीर, कहो ना कैसे
कैसे तारोगे प्रभु जी मेरो, प्रभु जी
सुबह सवेरे  लेकर तेरा नाम प्रभु,
करते है हम शुरु आज का काम प्रभु,
आप आए नहीं और सुबह हो मई
मेरी पूजा की थाली धरी रह गई
हम राम जी के, राम जी हमारे हैं
वो तो दशरथ राज दुलारे हैं
आँखों को इंतज़ार है सरकार आपका
ना जाने होगा कब हमें दीदार आपका
इक तारा वाजदा जी हर दम गोविन्द गोविन्द
जग ताने देंदा ए, तै मैनु कोई फरक नहीं
तेरा गम रहे सलामत मेरे दिल को क्या कमी
यही मेरी ज़िंदगी है, यही मेरी बंदगी है
सांवरिया है सेठ ,मेरी राधा जी सेठानी
यह तो सारी दुनिया जाने है
मेरी करुणामयी सरकार, मिला दो ठाकुर से
कृपा करो भानु दुलारी, श्री राधे बरसाने
मेरे जीवन की जुड़ गयी डोर, किशोरी तेरे
किशोरी तेरे चरणन में, महारानी तेरे
तेरे दर पे आके ज़िन्दगी मेरी
यह तो तेरी नज़र का कमाल है,
हम प्रेम नगर के बंजारिन है
जप ताप और साधन क्या जाने
हो मेरी लाडो का नाम श्री राधा
श्री राधा श्री राधा, श्री राधा श्री
श्यामा प्यारी मेरे साथ हैं,
फिर डरने की क्या बात है
वृन्दावन के बांके बिहारी,
हमसे पर्दा करो ना मुरारी ।
राधिका गोरी से ब्रिज की छोरी से ,
मैया करादे मेरो ब्याह,
नगरी हो अयोध्या सी,रघुकुल सा घराना हो
चरन हो राघव के,जहा मेरा ठिकाना हो
रसिया को नार बनावो री रसिया को
रसिया को नार बनावो री रसिया को
यह मेरी अर्जी है,
मैं वैसी बन जाऊं जो तेरी मर्ज़ी है
मुझे चढ़ गया राधा रंग रंग, मुझे चढ़ गया
श्री राधा नाम का रंग रंग, श्री राधा नाम
बहुत बड़ा दरबार तेरो बहुत बड़ा दरबार,
चाकर रखलो राधा रानी तेरा बहुत बड़ा
ऐसी होली तोहे खिलाऊँ
दूध छटी को याद दिलाऊँ
तेरे दर की भीख से है,
मेरा आज तक गुज़ारा
वास देदो किशोरी जी बरसाना,
छोडो छोडो जी छोडो जी तरसाना ।
तेरे बगैर सांवरिया जिया नही जाये
तुम आके बांह पकड लो तो कोई बात बने‌॥

New Bhajan Lyrics View All

मैं बंजारन दीवानी मैं हो गई,
पी गई थोड़ी भंग भंग मैं,
किसकिस को नाच नचाए गई रे माया की
बीत गई जिंदगानी भजन बिना,
हरि के भजन बिना राम भजन बिना,
मैं ना चारनियां तेरियां गैया यशोदा
पावन चुलकाना नगरी,
देवभूमि कहलाए,