उधो माने न माने न या माने जा के कांटो लगे वो ही जाने,
ऊधो लाये हो संदेश तुम श्याम को,
ये हमारे नहीं है कोई काम को,
वो तो वे पीर हां हम को ना माने,
जा के कांटो लगे वो ही जाने,
प्यारी कुब्जा लगी है ब्रिज छोड़ कर,
ब्रिज की बन तान श्याम मुख मोड़ कर,
वो तो कुब्जा के भाई है दीवाने,
जा के कांटो लगे वो ही जाने,
याद आती है वा की हमे हर घडी,
आँख के अनसुइया की लगी है लड़ी,
वो तो निष्ठुर हम को ना माने,
जा के कांटो लगे वो ही जाने,
udho maane n maane n ya maane ja ke kaanto lage vo hi jaane
oodho laaye ho sandesh tum shyaam ko,
ye hamaare nahi hai koi kaam ko,
vo to ve peer haan ham ko na maane,
ja ke kaanto lage vo hi jaane
pyaari kubja lagi hai brij chhod kar,
brij ki ban taan shyaam mukh mod kar,
vo to kubja ke bhaai hai deevaane,
ja ke kaanto lage vo hi jaane
yaad aati hai va ki hame har ghadi,
aankh ke anasuiya ki lagi hai ladi,
vo to nishthur ham ko na maane,
ja ke kaanto lage vo hi jaane
udho maane n maane n ya maane ja ke kaanto lage vo hi jaane