Download Bhajan as .txt File Download Bhajan as IMAGE File

यमुना तट पर वृन्दावन में,
कहना तुझ संग मैं भी नाचूं ।

यमुना तट पर वृन्दावन में,
कहना तुझ संग मैं भी नाचूं ।

ग्वाल बाल संग मैं भी मिल कर, तेरी चर्चा छेडू ।
गोपन के संग मिल कर मैं भी चन्दन लेप लगाऊं ॥

कस्तूरी की तिलक लगा कर हर पल तुझे निहारूं ।
तेरी जूठी माखन खा कर, कहना रोम रोम खिल जाऊं ॥

मधुबन में बंसी की धुन से पुलकित मैं हो जाऊं ।
तुझ से प्रेम रचा कर कृष्णा, मोह जाल को तोडू ॥

तेरी आलिंगन से कहना भवसागर को तारुं ।



yamuna tat par vrindavan me kahna main bhi tujh sang naachun

yamuna tat par vrindaavan me,
kahana tujh sang mainbhi naachoon


gvaal baal sang mainbhi mil kar, teri charcha chhedoo
gopan ke sang mil kar mainbhi chandan lep lagaaoon ..

kastoori ki tilak laga kar har pal tujhe nihaaroon
teri joothi maakhan kha kar, kahana rom rom khil jaaoon ..

mdhuban me bansi ki dhun se pulakit mainho jaaoon
tujh se prem rcha kar krishna, moh jaal ko todoo ..

teri aalingan se kahana bhavasaagar ko taarun
schidaanand teri geetaamarat me doob ke mainkho jaaoon ..

yamuna tat par vrindaavan me,
kahana tujh sang mainbhi naachoon




yamuna tat par vrindavan me kahna main bhi tujh sang naachun Lyrics





Bhajan Lyrics View All

हर पल तेरे साथ मैं रहता हूँ,
डरने की क्या बात? जब मैं बैठा हूँ
किसी को भांग का नशा है मुझे तेरा नशा है,
भोले ओ शंकर भोले मनवा कभी न डोले,
एक दिन वो भोले भंडारी बन कर के ब्रिज की
पारवती भी मना कर ना माने त्रिपुरारी,
अपनी वाणी में अमृत घोल
अपनी वाणी में अमृत घोल
तेरी मुरली की धुन सुनने मैं बरसाने से
मैं बरसाने से आयी हूँ, मैं वृषभानु की
श्याम बंसी ना बुल्लां उत्ते रख अड़ेया
तेरी बंसी पवाडे पाए लख अड़ेया ।
वृंदावन में हुकुम चले बरसाने वाली का,
कान्हा भी दीवाना है श्री श्यामा
हरी नाम नहीं तो जीना क्या
अमृत है हरी नाम जगत में,
हम प्रेम नगर के बंजारिन है
जप ताप और साधन क्या जाने
ऐसी होली तोहे खिलाऊँ
दूध छटी को याद दिलाऊँ
मुझे चाहिए बस सहारा तुम्हारा,
के नैनों में गोविन्द नज़ारा तुम्हार
राधा ढूंढ रही किसी ने मेरा श्याम देखा
श्याम देखा घनश्याम देखा
ना मैं मीरा ना मैं राधा,
फिर भी श्याम को पाना है ।
हम प्रेम दीवानी हैं, वो प्रेम दीवाना।
ऐ उधो हमे ज्ञान की पोथी ना सुनाना॥
रंगीलो राधावल्लभ लाल, जै जै जै श्री
विहरत संग लाडली बाल, जै जै जै श्री
सब हो गए भव से पार, लेकर नाम तेरा
नाम तेरा हरि नाम तेरा, नाम तेरा हरि नाम
ज़रा छलके ज़रा छलके वृदावन देखो
ज़रा हटके ज़रा हटके ज़माने से देखो
वास देदो किशोरी जी बरसाना,
छोडो छोडो जी छोडो जी तरसाना ।
सांवली सूरत पे मोहन, दिल दीवाना हो गया
दिल दीवाना हो गया, दिल दीवाना हो गया ॥
सांवरिया है सेठ ,मेरी राधा जी सेठानी
यह तो सारी दुनिया जाने है
राधे मोरी बंसी कहा खो गयी,
कोई ना बताये और शाम हो गयी,
मेरा अवगुण भरा शरीर, कहो ना कैसे
कैसे तारोगे प्रभु जी मेरो, प्रभु जी
साँवरिया ऐसी तान सुना,
ऐसी तान सुना मेरे मोहन, मैं नाचू तू गा ।
कहना कहना आन पड़ी मैं तेरे द्वार ।
मुझे चाकर समझ निहार ॥
सांवरे से मिलने का, सत्संग ही बहाना है,
चलो सत्संग में चलें, हमें हरी गुण गाना
आप आए नहीं और सुबह हो मई
मेरी पूजा की थाली धरी रह गई
जिनको जिनको सेठ बनाया वो क्या
उनसे तो प्यार है हमसे तकरार है ।
यह मेरी अर्जी है,
मैं वैसी बन जाऊं जो तेरी मर्ज़ी है
सज धज कर जिस दिन मौत की शहजादी आएगी,
ना सोना काम आएगा, ना चांदी आएगी।
राधा कट दी है गलिआं दे मोड़ आज मेरे
श्याम ने आना घनश्याम ने आना

New Bhajan Lyrics View All

जब जब इसके भक्तों पे कोई संकट आता है,
मेरा लाल लंगोटे वाला पल में दौड़ा आता
आज मेरे भोले की शादी है,
शिव चौदस की रात को हर कोई बना बराती है,
हरि हरि बगिया हरो भरो खेत,
हरो भरो री मेरो तुलसी को पेड़॥
जय संतोषी माता जय संतोषी माता
अपने जन को सुख सम्पत्ति दाता
नेकी के रास्ते पे भगवन हमें चलाना,
नेकी के रास्ते पे भगवन हमें चलाना,