Download Bhajan as .txt File Download Bhajan as IMAGE File

मेरा कर दो बेड़ा पार भोले शंकर जी,
मैं आई तेरे द्वार भोले शंकर जी,

मेरा कर दो बेड़ा पार भोले शंकर जी,
मैं आई तेरे द्वार भोले शंकर जी,
शंकर जी शंभू जी,
मेरा कर दो बेड़ा पार भोले शंकर जी...


भोला भाला नाम तुम्हारा,
पतित जनों को तारणहारा,
मेरा भी करो उद्धार भोले शंकर जी,
शंकर जी शंभू जी,
मेरा कर दो बेड़ा पार भोले शंकर जी...

जो भी तुम्हारी शरण में आया,
उसका तुमने कष्ट मिटाया,
तेरे सर गंगा की धार भोले शंकर जी,
शंकर जी शंभू जी,
मेरा कर दो बेड़ा पार भोले शंकर जी...

द्वार तुम्हारा मोक्ष का द्वारा,
दर्शन को आता जग सारा,
तेरा नाम जपे संसार भोले शंकर जी,
शंकर जी शंभू जी,
मेरा कर दो बेड़ा पार भोले शंकर जी...

फूल चढ़ाऊ तेरी ज्योत जलाऊ,
निस दिन तेरा ध्यान लगाऊं,
दे दो दर्शन एक बार भोले शंकर जी,
शंकर जी शंभू जी,
मेरा कर दो बेड़ा पार भोले शंकर जी...

मेरा कर दो बेड़ा पार भोले शंकर जी,
मैं आई तेरे द्वार भोले शंकर जी,
शंकर जी शंभू जी,
मेरा कर दो बेड़ा पार भोले शंकर जी...




mera kar do beda paar bhole shankar ji,
mainaai tere dvaar bhole shankar ji,

mera kar do beda paar bhole shankar ji,
mainaai tere dvaar bhole shankar ji,
shankar ji shanbhoo ji,
mera kar do beda paar bhole shankar ji...


bhola bhaala naam tumhaara,
patit janon ko taaranahaara,
mera bhi karo uddhaar bhole shankar ji,
shankar ji shanbhoo ji,
mera kar do beda paar bhole shankar ji...

jo bhi tumhaari sharan me aaya,
usaka tumane kasht mitaaya,
tere sar ganga ki dhaar bhole shankar ji,
shankar ji shanbhoo ji,
mera kar do beda paar bhole shankar ji...

dvaar tumhaara moksh ka dvaara,
darshan ko aata jag saara,
tera naam jape sansaar bhole shankar ji,
shankar ji shanbhoo ji,
mera kar do beda paar bhole shankar ji...

phool chadahaaoo teri jyot jalaaoo,
nis din tera dhayaan lagaaoon,
de do darshan ek baar bhole shankar ji,
shankar ji shanbhoo ji,
mera kar do beda paar bhole shankar ji...

mera kar do beda paar bhole shankar ji,
mainaai tere dvaar bhole shankar ji,
shankar ji shanbhoo ji,
mera kar do beda paar bhole shankar ji...








Bhajan Lyrics View All

राधे मोरी बंसी कहा खो गयी,
कोई ना बताये और शाम हो गयी,
तेरे दर की भीख से है,
मेरा आज तक गुज़ारा
सुबह सवेरे  लेकर तेरा नाम प्रभु,
करते है हम शुरु आज का काम प्रभु,
आज बृज में होली रे रसिया।
होरी रे रसिया, बरजोरी रे रसिया॥
जय शिव ओंकारा, ॐ जय शिव ओंकारा ।
ब्रह्मा, विष्णु, सदाशिव, अर्द्धांगी
दाता एक राम, भिखारी सारी दुनिया ।
राम एक देवता, पुजारी सारी दुनिया ॥
ये सारे खेल तुम्हारे है
जग कहता खेल नसीबों का
तेरा गम रहे सलामत मेरे दिल को क्या कमी
यही मेरी ज़िंदगी है, यही मेरी बंदगी है
तेरा पल पल बिता जाए रे
मुख से जप ले नमः शवाए
लाली की सुनके मैं आयी
कीरत मैया दे दे बधाई
यशोमती मैया से बोले नंदलाला,
राधा क्यूँ गोरी, मैं क्यूँ काला
दुनिया से मैं हारा तो आया तेरे द्वार,
यहाँ से गर जो हरा कहाँ जाऊँगा सरकार
हम प्रेम दीवानी हैं, वो प्रेम दीवाना।
ऐ उधो हमे ज्ञान की पोथी ना सुनाना॥
मन चल वृंदावन धाम, रटेंगे राधे राधे
मिलेंगे कुंज बिहारी, ओढ़ के कांबल काली
इतना तो करना स्वामी जब प्राण तन से
गोविन्द नाम लेकर, फिर प्राण तन से
ਮੇਰੇ ਕਰਮਾਂ ਵੱਲ ਨਾ ਵੇਖਿਓ ਜੀ,
ਕਰਮਾਂ ਤੋਂ ਸ਼ਾਰਮਾਈ ਹੋਈ ਆਂ
कैसे जिऊ मैं राधा रानी तेरे बिना
मेरा मन ही ना लागे तुम्हारे बिना
श्याम बंसी ना बुल्लां उत्ते रख अड़ेया
तेरी बंसी पवाडे पाए लख अड़ेया ।
श्याम हमारे दिल से पूछो, कितना तुमको
याद में तेरी मुरली वाले, जीवन यूँ ही
साँवरिया ऐसी तान सुना,
ऐसी तान सुना मेरे मोहन, मैं नाचू तू गा ।
अच्युतम केशवं राम नारायणं,
कृष्ण दमोधराम वासुदेवं हरिं,
जीवन खतम हुआ तो जीने का ढंग आया
जब शमा बुझ गयी तो महफ़िल में रंग आया
राधे तेरे चरणों की अगर धूल जो मिल जाए
सच कहता हू मेरी तकदीर बदल जाए
Ye Saare Khel Tumhare Hai Jag
Kahta Khel Naseebo Ka
तुम रूठे रहो मोहन,
हम तुमको मन लेंगे
मेरी विनती यही है राधा रानी, कृपा
मुझे तेरा ही सहारा महारानी, चरणों से
अपनी वाणी में अमृत घोल
अपनी वाणी में अमृत घोल
हरी नाम नहीं तो जीना क्या
अमृत है हरी नाम जगत में,
मेरी रसना से राधा राधा नाम निकले,
हर घडी हर पल, हर घडी हर पल।
मेरा अवगुण भरा शरीर, कहो ना कैसे
कैसे तारोगे प्रभु जी मेरो, प्रभु जी

New Bhajan Lyrics View All

आओ राम भक्त हनुमान हमारे घर कीर्तन
हमारे घर कीर्तन में, हमारे घर कीर्तन
अरे यूं कहें यशोदा मैया घनश्याम चराए
घनश्याम चराए ला गैया नंदलाल चराए ला
रामा रामा रटते रटते बीती रे उमरिया,
रघुकुल नंदन कब आओगे,
लाल चुनरी लाल चुनरी..
मेरी मैया जी के सर पे लाल चुनरी,
लिखे जो चिट्ठियाँ, तू सारे जग को,
पर मेरी ही मैया क्यों बारी ना आई,