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श्यामा के दरबार आई रे होली,
श्यामा के दरबार आई रे होली...

श्यामा के दरबार आई रे होली,
श्यामा के दरबार आई रे होली...


आज ब्रिज में होरी रे रसिया,
होरी रे होरी रे बरजोरी रे रसिया,
आज ब्रिज में होरी रे रसिया...

तुम झोली भर लो भक्तो रंग और गुलाल से,
होली खेलेंगे हम तो गिरधर गोपाल से,
कैसा जादू सांवरिया है तेरे प्यार में,
दीवाना होकर नाचूं तेरे दरबार में...

हमको दीदार तुम्हारा हो,
इस बार के हर बार के,
इस बार के फागण मेले में बस एक निशान हमारा हो,
हमको दीदार...

ऐसो चटक मटक सो ठाकुर,
तीनों लोकन में हू नाही,
लोकन में हू नाही, तीनो लोकन में हू नाही,
नजरें मिलाकर श्याम जरा,
नजरें मिलाकर श्याम जरा मुस्कुराइए...

नगरी नगरी द्वारे द्वारे ढूंढो रे सांवरिया,
ढूंढो रे सांवरिया हो गई मैं बावरिया,
नगरी नगरी...

श्यामा के दरबार आई रे होली,
श्यामा के दरबार आई रे होली...




shyaama ke darabaar aai re holi,
shyaama ke darabaar aai re holi...

shyaama ke darabaar aai re holi,
shyaama ke darabaar aai re holi...


aaj brij me hori re rasiya,
hori re hori re barajori re rasiya,
aaj brij me hori re rasiyaa...

tum jholi bhar lo bhakto rang aur gulaal se,
holi khelenge ham to girdhar gopaal se,
kaisa jaadoo saanvariya hai tere pyaar me,
deevaana hokar naachoon tere darabaar me...

hamako deedaar tumhaara ho,
is baar ke har baar ke,
is baar ke phaagan mele me bas ek nishaan hamaara ho,
hamako deedaar...

aiso chatak matak so thaakur,
teenon lokan me hoo naahi,
lokan me hoo naahi, teeno lokan me hoo naahi,
najaren milaakar shyaam jara,
najaren milaakar shyaam jara muskuraaie...

nagari nagari dvaare dvaare dhoondho re saanvariya,
dhoondho re saanvariya ho gi mainbaavariya,
nagari nagari...

shyaama ke darabaar aai re holi,
shyaama ke darabaar aai re holi...




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रसिया को नार बनावो री रसिया को
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