Download Bhajan as .txt File Download Bhajan as IMAGE File

गणपती जी को प्रथम मनाना है,
उत्सव को सफल बनाना है,

गणपती जी को प्रथम मनाना है,
उत्सव को सफल बनाना है,
शिव पार्वती के प्यारे को,
भक्तों के बीच बुलाना है।

गणपती को प्रथम मनाने की,
देवों ने रीत चलाई है,
तीनों लोक में छोटे या हो बड़े,
सब करते इनकी बड़ाई हैं।

कोई पान और फूल चढ़ाते हैं,
कोई लड्डू का भोग लगाते हैं,
कोई मेवा थाल सजाते हैं,
कोई छप्पन भोग लगाते हैं।

उत्सव में सभी पधारे हैं,
बस इनका आना बाकी हैं,
अरे भक्तों मंगलाचार करो,
देवा ने आने की हां की है।

गणपती जी को प्रथम मनाना है,
उत्सव को सफल बनाना है,
शिव पार्वती के प्यारे को,
भक्तों के बीच बुलाना है।



ganapati ji ko prtham manaana hai,
utsav ko sphal banaana hai,
shiv paarvati ke pyaare

ganapati ji ko prtham manaana hai,
utsav ko sphal banaana hai,
shiv paarvati ke pyaare ko,
bhakton ke beech bulaana hai.

ganapati ko prtham manaane ki,
devon ne reet chalaai hai,
teenon lok me chhote ya ho bade,
sab karate inaki badaai hain.

koi paan aur phool chadahaate hain,
koi laddoo ka bhog lagaate hain,
koi meva thaal sajaate hain,
koi chhappan bhog lagaate hain.

utsav me sbhi pdhaare hain,
bas inaka aana baaki hain,
are bhakton mangalaachaar karo,
deva ne aane ki haan ki hai.

ganapati ji ko prtham manaana hai,
utsav ko sphal banaana hai,
shiv paarvati ke pyaare ko,
bhakton ke beech bulaana hai.







Bhajan Lyrics View All

एक कोर कृपा की करदो स्वामिनी श्री
दासी की झोली भर दो लाडली श्री राधे॥
इक तारा वाजदा जी हर दम गोविन्द गोविन्द
जग ताने देंदा ए, तै मैनु कोई फरक नहीं
ये सारे खेल तुम्हारे है
जग कहता खेल नसीबों का
दिल की हर धड़कन से तेरा नाम निकलता है
तेरे दर्शन को मोहन तेरा दास तरसता है
हम प्रेम नगर के बंजारिन है
जप ताप और साधन क्या जाने
किशोरी कुछ ऐसा इंतजाम हो जाए।
जुबा पे राधा राधा राधा नाम हो जाए॥
मुझे रास आ गया है,
तेरे दर पे सर झुकाना
सब दुख दूर हुए जब तेरा नाम लिया
कौन मिटाए उसे जिसको राखे पिया
तेरे दर पे आके ज़िन्दगी मेरी
यह तो तेरी नज़र का कमाल है,
जा जा वे ऊधो तुरेया जा
दुखियाँ नू सता के की लैणा
राधे तेरे चरणों की अगर धूल जो मिल जाए
सच कहता हू मेरी तकदीर बदल जाए
राधा नाम की लगाई फुलवारी, के पत्ता
के पत्ता पत्ता श्याम बोलता, के पत्ता
श्री राधा हमारी गोरी गोरी, के नवल
यो तो कालो नहीं है मतवारो, जगत उज्य
करदो करदो बेडा पार, राधे अलबेली सरकार।
राधे अलबेली सरकार, राधे अलबेली सरकार॥
तीनो लोकन से न्यारी राधा रानी हमारी।
राधा रानी हमारी, राधा रानी हमारी॥
मेरी चुनरी में पड़ गयो दाग री कैसो चटक
श्याम मेरी चुनरी में पड़ गयो दाग री
दुनिया का बन कर देख लिया, श्यामा का बन
राधा नाम में कितनी शक्ति है, इस राह पर
मैं मिलन की प्यासी धारा
तुम रस के सागर रसिया हो
जगत में किसने सुख पाया
जो आया सो पछताया, जगत में किसने सुख
तू कितनी अच्ची है, तू कितनी भोली है,
ओ माँ, ओ माँ, ओ माँ, ओ माँ ।
तेरे दर की भीख से है,
मेरा आज तक गुज़ारा
वृन्दावन के बांके बिहारी,
हमसे पर्दा करो ना मुरारी ।
मेरी करुणामयी सरकार पता नहीं क्या दे
क्या दे दे भई, क्या दे दे
आप आए नहीं और सुबह हो मई
मेरी पूजा की थाली धरी रह गई
अच्युतम केशवं राम नारायणं,
कृष्ण दमोधराम वासुदेवं हरिं,
तू राधे राधे गा ,
तोहे मिल जाएं सांवरियामिल जाएं
रंगीलो राधावल्लभ लाल, जै जै जै श्री
विहरत संग लाडली बाल, जै जै जै श्री
मुँह फेर जिधर देखु मुझे तू ही नज़र आये
हम छोड़के दर तेरा अब और किधर जाये
वृदावन जाने को जी चाहता है,
राधे राधे गाने को जी चाहता है,
हरी नाम नहीं तो जीना क्या
अमृत है हरी नाम जगत में,

New Bhajan Lyrics View All

जागो रे जागो हाय हाय हाय,
अरे भागो रे भागो हाय हाय हाय,
चंदन का है पलना और रेशम की है डोर,
झुला रे झुले ब्रज मे श्री नटवर नंद
हाल अपना सुनाऊँ किसे सांवरे,
एक तू ही तो है मेरा सांवरे,
जब भी तुझको वक़्त मिले रे,
जब भी तुझको वक़्त मिले रे,
मन में भरके माँ मुरादे लायी हु,
शेरावाली तेरे द्वारे आयी हु