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ज्योत जली तेरी तुझे आना पड़ेगा,
गरीबो के घर भी भोग खाना पड़ेगा,

ज्योत जली तेरी तुझे आना पड़ेगा,
गरीबो के घर भी भोग खाना पड़ेगा,
नही है मिश्री मेवा खिंचड़ा ही मिलेगा,
गरीबो के घर भी भोग खाना पड़ेगा...


भावो के फूलों से कुटिया सजाई,
माटी के रंगों से शोभा बढ़ाई,
घास का है आसन बिछाना पड़ेगा,
गरीबो के घर भी भोग खाना पड़ेगा,
ज्योत जली तेरी तुझे आना पड़ेगा,
गरीबो के घर भी भोग खाना पड़ेगा...

गंगाजल लाइके छिड़काव कराया,
रोली ओर मोली से थाल सजाया,
कह आया सारी नगरी आना ही पड़ेगा,
गरीबो के घर भी भोग खाना पड़ेगा,
ज्योत जली तेरी तुझे आना पड़ेगा,
गरीबो के घर भी भोग खाना पड़ेगा...

पंडित सत्संगी को सबको बुलाया,
कोरे से बर्तन में भोग बनाया,
भजन हमरे सुनके आना ही पड़ेगा,
गरीबो के घर भी भोग खाना पड़ेगा,
ज्योत जली तेरी तुझे आना पड़ेगा,
गरीबो के घर भी भोग खाना पड़ेगा...

ज्योत जली तेरी तुझे आना पड़ेगा,
गरीबो के घर भी भोग खाना पड़ेगा,
नही है मिश्री मेवा खिंचड़ा ही मिलेगा,
गरीबो के घर भी भोग खाना पड़ेगा...


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jyot jali teri tujhe aana padega,
gareebo ke ghar bhi bhog khaana padega,

jyot jali teri tujhe aana padega,
gareebo ke ghar bhi bhog khaana padega,
nahi hai mishri meva khinchada hi milega,
gareebo ke ghar bhi bhog khaana padegaa...


bhaavo ke phoolon se kutiya sajaai,
maati ke rangon se shobha badahaai,
ghaas ka hai aasan bichhaana padega,
gareebo ke ghar bhi bhog khaana padega,
jyot jali teri tujhe aana padega,
gareebo ke ghar bhi bhog khaana padegaa...

gangaajal laaike chhidakaav karaaya,
roli or moli se thaal sajaaya,
kah aaya saari nagari aana hi padega,
gareebo ke ghar bhi bhog khaana padega,
jyot jali teri tujhe aana padega,
gareebo ke ghar bhi bhog khaana padegaa...

pandit satsangi ko sabako bulaaya,
kore se bartan me bhog banaaya,
bhajan hamare sunake aana hi padega,
gareebo ke ghar bhi bhog khaana padega,
jyot jali teri tujhe aana padega,
gareebo ke ghar bhi bhog khaana padegaa...

jyot jali teri tujhe aana padega,
gareebo ke ghar bhi bhog khaana padega,
nahi hai mishri meva khinchada hi milega,
gareebo ke ghar bhi bhog khaana padegaa...








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