दर्शन को हम तरसे ओ भोले तेरे,
दर्शन को हम तरसे ओ भोले तेरे...
तेरे द्वार दीप जलाते आये कई युग से,
भक्ति भाव स्वीकारो मेरे एक विनय तुमसे,
दर्शन को हम तरसे ओ भोले तेरे,
दर्शन को हम तरसे ओ भोले तेरे...
मांगे न हम हीरे मोती शिव शंकर तुझसे,
मांग रहे है किरपा तेरी प्रभु कई जनमन से,
दर्शन को हम तरसे ओ भोले तेरे,
दर्शन को हम तरसे ओ भोले तेरे...
चांद सितारे ये कैलाशी मांगे न तुझसे,
राजेंद्र को ऐसा वर दे तू हिरदय बीच बसे,
दर्शन को हम तरसे ओ भोले तेरे,
दर्शन को हम तरसे ओ भोले तेरे...
दर्शन को हम तरसे ओ भोले तेरे,
दर्शन को हम तरसे ओ भोले तेरे...
darshan ko ham tarase o bhole tere,
darshan ko ham tarase o bhole tere...
tere dvaar deep jalaate aaye ki yug se,
bhakti bhaav sveekaaro mere ek vinay tumase,
darshan ko ham tarase o bhole tere,
darshan ko ham tarase o bhole tere...
maange n ham heere moti shiv shankar tujhase,
maang rahe hai kirapa teri prbhu ki janaman se,
darshan ko ham tarase o bhole tere,
darshan ko ham tarase o bhole tere...
chaand sitaare ye kailaashi maange n tujhase,
raajendr ko aisa var de too hiraday beech base,
darshan ko ham tarase o bhole tere,
darshan ko ham tarase o bhole tere...
darshan ko ham tarase o bhole tere,
darshan ko ham tarase o bhole tere...