Download Bhajan as .txt File Download Bhajan as IMAGE File

शिव त्रिपुरारी भोले भंडारी,
तुम कैलाशी हो, घट घट वासी हो॥

शिव त्रिपुरारी भोले भंडारी,
तुम कैलाशी हो, घट घट वासी हो॥


देवो के महादेव कहाते,
दुखियों के साथी हो, घट घट वासी हो,
शिव त्रिपुरारी भोले भंडारी,
तुम कैलाशी हो, घट घट वासी हो॥

तीनो लोको में डंका बाजे,
भोले तुम अविनाशी हो, घट घट वासी हो,
शिव त्रिपुरारी भोले भंडारी,
तुम कैलाशी हो, घट घट वासी हो॥

शिव वरदानी औघड दानी,
बसते काशी हो, घट घट वासी हो,
शिव त्रिपुरारी भोले भंडारी,
तुम कैलाशी हो, घट घट वासी हो॥

शिव के नाम का सुमिरन प्यारा,
दूर उदासी हो, घट घट वासी हो,
शिव त्रिपुरारी भोले भंडारी,
तुम कैलाशी हो, घट घट वासी हो॥

शिव त्रिपुरारी भोले भंडारी,
तुम कैलाशी हो, घट घट वासी हो॥




shiv tripuraari bhole bhandaari,
tum kailaashi ho, ghat ghat vaasi ho..

shiv tripuraari bhole bhandaari,
tum kailaashi ho, ghat ghat vaasi ho..


devo ke mahaadev kahaate,
dukhiyon ke saathi ho, ghat ghat vaasi ho,
shiv tripuraari bhole bhandaari,
tum kailaashi ho, ghat ghat vaasi ho..

teeno loko me danka baaje,
bhole tum avinaashi ho, ghat ghat vaasi ho,
shiv tripuraari bhole bhandaari,
tum kailaashi ho, ghat ghat vaasi ho..

shiv varadaani aughad daani,
basate kaashi ho, ghat ghat vaasi ho,
shiv tripuraari bhole bhandaari,
tum kailaashi ho, ghat ghat vaasi ho..

shiv ke naam ka sumiran pyaara,
door udaasi ho, ghat ghat vaasi ho,
shiv tripuraari bhole bhandaari,
tum kailaashi ho, ghat ghat vaasi ho..

shiv tripuraari bhole bhandaari,
tum kailaashi ho, ghat ghat vaasi ho..








Bhajan Lyrics View All

इक तारा वाजदा जी हर दम गोविन्द गोविन्द
जग ताने देंदा ए, तै मैनु कोई फरक नहीं
सांवली सूरत पे मोहन, दिल दीवाना हो गया
दिल दीवाना हो गया, दिल दीवाना हो गया ॥
प्रीतम बोलो कब आओगे॥
बालम बोलो कब आओगे॥
ये सारे खेल तुम्हारे है
जग कहता खेल नसीबों का
मुझे चाहिए बस सहारा तुम्हारा,
के नैनों में गोविन्द नज़ारा तुम्हार
इतना तो करना स्वामी जब प्राण तन से
गोविन्द नाम लेकर, फिर प्राण तन से
मोहे आन मिलो श्याम, बहुत दिन बीत गए।
बहुत दिन बीत गए, बहुत युग बीत गए ॥
नी मैं दूध काहे नाल रिडका चाटी चो
लै गया नन्द किशोर लै गया,
जा जा वे ऊधो तुरेया जा
दुखियाँ नू सता के की लैणा
बृज के नंदलाला राधा के सांवरिया,
सभी दुःख दूर हुए, जब तेरा नाम लिया।
मैं तो तुम संग होरी खेलूंगी, मैं तो तुम
वा वा रे रासिया, वा वा रे छैला
श्यामा तेरे चरणों की गर धूल जो मिल
सच कहता हूँ मेरी तकदीर बदल जाए॥
वृन्दावन के बांके बिहारी,
हमसे पर्दा करो ना मुरारी ।
कान्हा की दीवानी बन जाउंगी,
दीवानी बन जाउंगी मस्तानी बन जाउंगी,
अपने दिल का दरवाजा हम खोल के सोते है
सपने में आ जाना मईया,ये बोल के सोते है
ज़रा छलके ज़रा छलके वृदावन देखो
ज़रा हटके ज़रा हटके ज़माने से देखो
मेरा अवगुण भरा रे शरीर,
हरी जी कैसे तारोगे, प्रभु जी कैसे
सावरे से मिलने का सत्संग ही बहाना है ।
सारे दुःख दूर हुए, दिल बना दीवाना है ।
राधा नाम की लगाई फुलवारी, के पत्ता
के पत्ता पत्ता श्याम बोलता, के पत्ता
साँवरिया ऐसी तान सुना,
ऐसी तान सुना मेरे मोहन, मैं नाचू तू गा ।
मेरी बाँह पकड़ लो इक बार,सांवरिया
मैं तो जाऊँ तुझ पर कुर्बान, सांवरिया
बृज के नन्द लाला राधा के सांवरिया
सभी दुख: दूर हुए जब तेरा नाम लिया
ज़िंदगी मे हज़ारो का मेला जुड़ा
हंस जब जब उड़ा तब अकेला उड़ा
हो मेरी लाडो का नाम श्री राधा
श्री राधा श्री राधा, श्री राधा श्री
तीनो लोकन से न्यारी राधा रानी हमारी।
राधा रानी हमारी, राधा रानी हमारी॥
सब दुख दूर हुए जब तेरा नाम लिया
कौन मिटाए उसे जिसको राखे पिया
सज धज कर जिस दिन मौत की शहजादी आएगी,
ना सोना काम आएगा, ना चांदी आएगी।
बाँस की बाँसुरिया पे घणो इतरावे,
कोई सोना की जो होती, हीरा मोत्यां की जो
मुँह फेर जिधर देखु मुझे तू ही नज़र आये
हम छोड़के दर तेरा अब और किधर जाये
मुझे रास आ गया है, तेरे दर पे सर झुकाना
तुझे मिल गया पुजारी, मुझे मिल गया

New Bhajan Lyrics View All

माँ गौरा के लल्ला गणेश जी,
कभी अंगना हमारे भी आओ,
सतगुरु के दरबार से खाली नहीं जाएंगे,
खाली झोली लाए हैं भरके झोली जाएंगे...
गाड़ी धीरे धीरे हांक मुझे हरिद्वार को
मुझे हरिद्वार को जाना है, मुझे
और गहराई से बात कर,
मुझसे और पवित्र आत्मा में बात कर,
मेरे लाडले गणेश प्यारे प्यारे,
भोले बाबा जी की आँखों के तारे,