साई तेरा चाकर हूँ मैं,
स्वामी है तू नौकर हूँ मैं,
मुझे इतना ही कहना है,
तेरी शिरड़ी में रहना है,
तेरी शिरडी में रहना है......।
मेरा राम भी तू मेरा कृष्ण भी तू,
तुझे शिव शंकर मैंने माना,
तुझे अल्लाह कहूं या कहू ईश्वर,
हर रूप का मैं हूँ दीवाना,
तेरी नाम की मैं जपती हूँ माला,
अंधेरे मिटा कर मुझे दो उजाला,
बूँद हूँ मैं सागर है तू,
राही हूँ मैं रहबर है तू,
मुझे इतना ही कहना है,
तेरी शिरड़ी में रहना है,
तेरी शिरडी में रहना है......।
जैसी तात्या पे की तूने करुणा बड़ी,
तूने लक्ष्मी की जैसे कष्ट हरे,
दुःख दर्द मेरे हर लेना,
चरणों से अब ना मुझे दूर करना,
बाबा ये विनती मंज़ूर करना,
नैया हूँ मैं केवैया है तू,
रचना मैं रचैया है तू,
मुझे इतना ही कहना है,
तेरी शिरड़ी में रहना है,
तेरी शिरडी में रहना है......।
स्वामी है तू नौकर हूँ मैं,
मुझे इतना ही कहना है,
तेरी शिरड़ी में रहना है,
तेरी शिरडी में रहना है......।
saai tera chaakar hoon main,
svaami hai too naukar hoon main,
mujhe itana hi kahana hai,
teri shiri me rahana hai,
teri shiradi me rahana hai.......
mera ram bhi too mera krishn bhi too,
tujhe shiv shankar mainne maana,
tujhe allaah kahoon ya kahoo eeshvar,
har roop ka mainhoon deevaana,
teri naam ki mainjapati hoon maala,
andhere mita kar mujhe do ujaala,
boond hoon mainsaagar hai too,
raahi hoon mainrahabar hai too,
mujhe itana hi kahana hai,
teri shiri me rahana hai,
teri shiradi me rahana hai.......
jaisi taatya pe ki toone karuna badi,
toone lakshmi ki jaise kasht hare,
duhkh dard mere har lena,
charanon se ab na mujhe door karana,
baaba ye vinati manzoor karana,
naiya hoon mainkevaiya hai too,
rchana mainrchaiya hai too,
mujhe itana hi kahana hai,
teri shiri me rahana hai,
teri shiradi me rahana hai.......
svaami hai too naukar hoon main,
mujhe itana hi kahana hai,
teri shiri me rahana hai,
teri shiradi me rahana hai.......