Download Bhajan as .txt File Download Bhajan as IMAGE File

दूर गुणों से धरती हो खली काली का जब खंजर चले,

दूर गुणों से धरती हो खली काली का जब खंजर चले,

नर मुंडो की धेरी लगा के खून से माँ खपर भरे,
देख कर के रूप भयंकर काल भी तब माँ से डरे,
आँखों में हो सुर की निराली,
काली का जब खंजर चले,

देतय सुर दुस्टो का मिटाती काली का माँ नमो निशान,
लेकर खंजर दौड़े जिधर भी तराही तारहि हो उस जगह,
रकत की बह जाती है नाली,
काली का जब खंजर चले,

जय हो महिसा सुर मर्दानी की चण्ड मुंड सम्हारनी की,
रकत दांता कहलाने वाली खंजर तिरशूल धारणी की,
देव मिल के भजाते है ताली ,
काली का जब खंजर चले,



kaali ka jab khanjar chale nar mundo ki dehri laga ke khun se maa khapar bhare

door gunon se dharati ho khali kaali ka jab khanjar chale

nar mundo ki dheri laga ke khoon se ma khapar bhare,
dekh kar ke roop bhayankar kaal bhi tab ma se dare,
aankhon me ho sur ki niraali,
kaali ka jab khanjar chale

detay sur dusto ka mitaati kaali ka ma namo nishaan,
lekar khanjar daude jidhar bhi taraahi taarahi ho us jagah,
rakat ki bah jaati hai naali,
kaali ka jab khanjar chale

jay ho mahisa sur mardaani ki chand mund samhaarani ki,
rakat daanta kahalaane vaali khanjar tirshool dhaarani ki,
dev mil ke bhajaate hai taali ,
kaali ka jab khanjar chale

door gunon se dharati ho khali kaali ka jab khanjar chale



kaali ka jab khanjar chale nar mundo ki dehri laga ke khun se maa khapar bhare Lyrics





Bhajan Lyrics View All

इतना तो करना स्वामी जब प्राण तन से
गोविन्द नाम लेकर, फिर प्राण तन से
श्री राधा हमारी गोरी गोरी, के नवल
यो तो कालो नहीं है मतवारो, जगत उज्य
हरी नाम नहीं तो जीना क्या
अमृत है हरी नाम जगत में,
तुम रूठे रहो मोहन,
हम तुमको मन लेंगे
कान्हा की दीवानी बन जाउंगी,
दीवानी बन जाउंगी मस्तानी बन जाउंगी,
मुझे रास आ गया है, तेरे दर पे सर झुकाना
तुझे मिल गया पुजारी, मुझे मिल गया
शिव समा रहे मुझमें
और मैं शून्य हो रहा हूँ
वास देदो किशोरी जी बरसाना,
छोडो छोडो जी छोडो जी तरसाना ।
श्याम बंसी ना बुल्लां उत्ते रख अड़ेया
तेरी बंसी पवाडे पाए लख अड़ेया ।
अपने दिल का दरवाजा हम खोल के सोते है
सपने में आ जाना मईया,ये बोल के सोते है
प्रभु कर कृपा पावँरी दीन्हि
सादर भारत शीश धरी लीन्ही
श्याम हमारे दिल से पूछो, कितना तुमको
याद में तेरी मुरली वाले, जीवन यूँ ही
तू राधे राधे गा ,
तोहे मिल जाएं सांवरियामिल जाएं
सांवली सूरत पे मोहन, दिल दीवाना हो गया
दिल दीवाना हो गया, दिल दीवाना हो गया ॥
तेरे दर की भीख से है,
मेरा आज तक गुज़ारा
तू कितनी अच्ची है, तू कितनी भोली है,
ओ माँ, ओ माँ, ओ माँ, ओ माँ ।
रंग डालो ना बीच बाजार
श्याम मैं तो मर जाऊंगी
तेरी मंद मंद मुस्कनिया पे ,बलिहार
तेरी मंद मंद मुस्कनिया पे ,बलिहार
यशोमती मैया से बोले नंदलाला,
राधा क्यूँ गोरी, मैं क्यूँ काला
सब दुख दूर हुए जब तेरा नाम लिया
कौन मिटाए उसे जिसको राखे पिया
राधा नाम की लगाई फुलवारी, के पत्ता
के पत्ता पत्ता श्याम बोलता, के पत्ता
फूलों में सज रहे हैं, श्री वृन्दावन
और संग में सज रही है वृषभानु की
राधे तु कितनी प्यारी है ॥
तेरे संग में बांके बिहारी कृष्ण
कोई पकड़ के मेरा हाथ रे,
मोहे वृन्दावन पहुंच देओ ।
लाली की सुनके मैं आयी
कीरत मैया दे दे बधाई
हर पल तेरे साथ मैं रहता हूँ,
डरने की क्या बात? जब मैं बैठा हूँ
कैसे जीऊं मैं राधा रानी तेरे बिना
मेरा मन ही न लगे श्यामा तेरे बिना
तेरी मुरली की धुन सुनने मैं बरसाने से
मैं बरसाने से आयी हूँ, मैं वृषभानु की
हम प्रेम नगर के बंजारिन है
जप ताप और साधन क्या जाने
मुझे चाहिए बस सहारा तुम्हारा,
के नैनों में गोविन्द नज़ारा तुम्हार

New Bhajan Lyrics View All

हो तेरी भक्ति में मेरा ये मन डोले,
बम बम भोले,
री बहना अब तो भजूँगी हरि नाम,
उमरिया सारी ढल गई रे,
भोले अन्तर्यामी है,
गौरा जिनकी दीवानी है,
मिश्री चढ़ाऊ पान चढ़ाऊ,
लगाऊं भोग मैं छप्पन थारे,
ममतामयी दया कीजिये मेरी मैया,
ममतामयी दया कीजिये,