Download Bhajan as .txt File Download Bhajan as IMAGE File

करता तुम्ही और कारण तुम्ही,
करते तुम्ही और तारण तुम्ही,

करता तुम्ही और कारण तुम्ही,
करते तुम्ही और तारण तुम्ही,
जीवन क्या राज समजा हु मैं समस्या तुम्ही और निवारण तुम्ही,
सब के कारण तुम्ही,
करता तुम्ही और कारण तुम्ही,
जीवन का क्या राज समजा हु मैं समयसा तुम्ही और निवारण तुम्ही,
सब के कारन तुम्ही,

तूने कहा मैं करता रहा मगर जान फिर भी क्यों डरता रहा,
बनता रहा और बिगड़ ता रहा,
खुद में खुदी से अकड़ ता रहा,
कारण तुम्ही और अकारण तुम्ही करते तुह्मीं और तारण तुम्ही,
जीवन का क्या राज समजा हु मैं समयसा तुम्ही और निवारण तुम्ही,
सब के कारन तुम्ही,

अभी तक न समजा ये लगता है क्यों जिधर देखता हु उधर तू ही तू,
सब जान कर के भी पर्दा किया मैं क्या हु नहीं ध्यान इस पर दियां,
उपमा तुम्ही और उदहारण तुम्ही तरते तुम्ही और तारण तुम्ही,
जीवन का क्या राज समजा हु मैं समयसा तुम्ही और निवारण तुम्ही,
सब के कारन तुम्ही,

संसार सावर की तरह हो तुम्ही नीले सावर की सत्ता हो तुम्ही



karta tumhi or karan tumhi

karata tumhi aur kaaran tumhi,
karate tumhi aur taaran tumhi,
jeevan kya raaj samaja hu mainsamasya tumhi aur nivaaran tumhi,
sab ke kaaran tumhi,
karata tumhi aur kaaran tumhi,
jeevan ka kya raaj samaja hu mainsamayasa tumhi aur nivaaran tumhi,
sab ke kaaran tumhee


toone kaha mainkarata raha magar jaan phir bhi kyon darata raha,
banata raha aur bigad ta raha,
khud me khudi se akad ta raha,
kaaran tumhi aur akaaran tumhi karate tuhameen aur taaran tumhi,
jeevan ka kya raaj samaja hu mainsamayasa tumhi aur nivaaran tumhi,
sab ke kaaran tumhee

abhi tak n samaja ye lagata hai kyon jidhar dekhata hu udhar too hi too,
sab jaan kar ke bhi parda kiya mainkya hu nahi dhayaan is par diyaan,
upama tumhi aur udahaaran tumhi tarate tumhi aur taaran tumhi,
jeevan ka kya raaj samaja hu mainsamayasa tumhi aur nivaaran tumhi,
sab ke kaaran tumhee

karata tumhi aur kaaran tumhi,
karate tumhi aur taaran tumhi,
jeevan kya raaj samaja hu mainsamasya tumhi aur nivaaran tumhi,
sab ke kaaran tumhi,
karata tumhi aur kaaran tumhi,
jeevan ka kya raaj samaja hu mainsamayasa tumhi aur nivaaran tumhi,
sab ke kaaran tumhee




karta tumhi or karan tumhi Lyrics





Bhajan Lyrics View All

मन चल वृंदावन धाम, रटेंगे राधे राधे
मिलेंगे कुंज बिहारी, ओढ़ के कांबल काली
जय राधे राधे, राधे राधे
जय राधे राधे, राधे राधे
सत्यम शिवम सुन्दरम
सत्य ही शिव है, शिव ही सुन्दर है
सांवरे से मिलने का, सत्संग ही बहाना है,
चलो सत्संग में चलें, हमें हरी गुण गाना
ਮੇਰੇ ਕਰਮਾਂ ਵੱਲ ਨਾ ਵੇਖਿਓ ਜੀ,
ਕਰਮਾਂ ਤੋਂ ਸ਼ਾਰਮਾਈ ਹੋਈ ਆਂ
हर साँस में हो सुमिरन तेरा,
यूँ बीत जाये जीवन मेरा
कोई कहे गोविंदा कोई गोपाला,
मैं तो कहूँ सांवरिया बांसुरी वाला ।
कहना कहना आन पड़ी मैं तेरे द्वार ।
मुझे चाकर समझ निहार ॥
हम राम जी के, राम जी हमारे हैं
वो तो दशरथ राज दुलारे हैं
दिल की हर धड़कन से तेरा नाम निकलता है
तेरे दर्शन को मोहन तेरा दास तरसता है
दुनिया से मैं हारा तो आया तेरे द्वार,
यहाँ से गर जो हरा कहाँ जाऊँगा सरकार
एक कोर कृपा की करदो स्वामिनी श्री
दासी की झोली भर दो लाडली श्री राधे॥
जिनको जिनको सेठ बनाया वो क्या
उनसे तो प्यार है हमसे तकरार है ।
फूलों में सज रहे हैं, श्री वृन्दावन
और संग में सज रही है वृषभानु की
तेरी मंद मंद मुस्कनिया पे ,बलिहार
तेरी मंद मंद मुस्कनिया पे ,बलिहार
तू कितनी अच्ची है, तू कितनी भोली है,
ओ माँ, ओ माँ, ओ माँ, ओ माँ ।
मुझे रास आ गया है,
तेरे दर पे सर झुकाना
श्याम बंसी ना बुल्लां उत्ते रख अड़ेया
तेरी बंसी पवाडे पाए लख अड़ेया ।
प्रभु मेरे अवगुण चित ना धरो
समदर्शी प्रभु नाम तिहारो, चाहो तो पार
जीवन खतम हुआ तो जीने का ढंग आया
जब शमा बुझ गयी तो महफ़िल में रंग आया
श्यामा तेरे चरणों की गर धूल जो मिल
सच कहता हूँ मेरी तकदीर बदल जाए॥
जिंदगी एक किराये का घर है,
एक न एक दिन बदलना पड़ेगा॥
दुनिया से मैं हारा तो आया तेरे दवार,
यहाँ से जो मैं हारा तो कहा जाऊंगा मैं
अपनी वाणी में अमृत घोल
अपनी वाणी में अमृत घोल
मेरी करुणामयी सरकार, मिला दो ठाकुर से
कृपा करो भानु दुलारी, श्री राधे बरसाने
राधे मोरी बंसी कहा खो गयी,
कोई ना बताये और शाम हो गयी,
कैसे जिऊ मैं राधा रानी तेरे बिना
मेरा मन ही ना लागे तुम्हारे बिना
मेरी बाँह पकड़ लो इक बार,सांवरिया
मैं तो जाऊँ तुझ पर कुर्बान, सांवरिया
तेरी मुरली की धुन सुनने मैं बरसाने से
मैं बरसाने से आयी हूँ, मैं वृषभानु की
मेरे बांके बिहारी बड़े प्यारे लगते
कही नज़र न लगे इनको हमारी

New Bhajan Lyrics View All

गौरा माँ के लाल तुम्हे घर में बुलाते
ज्योत जलाते है, देवा मनाते है
हनुमान आंजनेय कपि सेना नायक,
महाबली पराक्रमी लंका विदाहक,
तुम मालिक हो मैं नौकर हूं,
ये बात समझ भी जाया करो,
कोई आवे या ना आवे,
यो आडे आसी जी,
सखि चलो नंद के द्वार, ओ द्वार,
लाला के दर्शन कर आवें