Download Bhajan as .txt File Download Bhajan as IMAGE File

नबजिया वैद क्या जाणे

नबजिया वैद क्या जाणे,
मुझे दिल कि बीमारी है।।

कभी कफ रोग बतलाये,
कभी तासीर गरमी की,
जिगर का हाल तू मेरा,
नहीं जाने अनाडी है,
नबजिया वैद क्या देखे,
मुझे दिल कि बीमारी है।।

असर करती नहीं कोई,
दवाई कीमती तेरी,
बिना दीदार दिलबर के,
मिटे नहीं बेकरारी है,
नबजिया वैद क्या देखे,
मुझे दिल कि बीमारी है।।

सनम कि मोहिनी मूरत,
बसी दिल बीच में मेरे,
ना मन में चैन है तन की,
खबर सारी बिसारी है,
नबजिया वैद क्या देखे,
मुझे दिल कि बीमारी है।।

अपलोड- रवि सेन नरसिंह



Nabajiya vaid kya jane

nabajiya vaid kya jaane,
mujhe dil ki beemaari hai


kbhi kph rog batalaaye,
kbhi taaseer garami ki,
jigar ka haal too mera,
nahi jaane anaadi hai,
nabajiya vaid kya dekhe,
mujhe dil ki beemaari hai

asar karati nahi koi,
davaai keemati teri,
bina deedaar dilabar ke,
mite nahi bekaraari hai,
nabajiya vaid kya dekhe,
mujhe dil ki beemaari hai

sanam ki mohini moorat,
basi dil beech me mere,
na man me chain hai tan ki,
khabar saari bisaari hai,
nabajiya vaid kya dekhe,
mujhe dil ki beemaari hai

nabajiya vaid kya jaane,
mujhe dil ki beemaari hai




Nabajiya vaid kya jane Lyrics





Bhajan Lyrics View All

मन चल वृंदावन धाम, रटेंगे राधे राधे
मिलेंगे कुंज बिहारी, ओढ़ के कांबल काली
ज़िंदगी मे हज़ारो का मेला जुड़ा
हंस जब जब उड़ा तब अकेला उड़ा
मेरा यार यशुदा कुंवर हो चूका है
वो दिल हो चूका है जिगर हो चूका है
लाली की सुनके मैं आयी
कीरत मैया दे दे बधाई
मेरी चुनरी में पड़ गयो दाग री कैसो चटक
श्याम मेरी चुनरी में पड़ गयो दाग री
तेरे दर पे आके ज़िन्दगी मेरी
यह तो तेरी नज़र का कमाल है,
नगरी हो अयोध्या सी,रघुकुल सा घराना हो
चरन हो राघव के,जहा मेरा ठिकाना हो
प्रभु कर कृपा पावँरी दीन्हि
सादर भारत शीश धरी लीन्ही
फूलों में सज रहे हैं, श्री वृन्दावन
और संग में सज रही है वृषभानु की
सांवली सूरत पे मोहन, दिल दीवाना हो गया
दिल दीवाना हो गया, दिल दीवाना हो गया ॥
मीठे रस से भरी रे, राधा रानी लागे,
मने कारो कारो जमुनाजी रो पानी लागे
एक दिन वो भोले भंडारी बन कर के ब्रिज की
पारवती भी मना कर ना माने त्रिपुरारी,
वृन्दावन के बांके बिहारी,
हमसे पर्दा करो ना मुरारी ।
बहुत बड़ा दरबार तेरो बहुत बड़ा दरबार,
चाकर रखलो राधा रानी तेरा बहुत बड़ा
रसिया को नार बनावो री रसिया को
रसिया को नार बनावो री रसिया को
किशोरी कुछ ऐसा इंतजाम हो जाए।
जुबा पे राधा राधा राधा नाम हो जाए॥
सत्यम शिवम सुन्दरम
सत्य ही शिव है, शिव ही सुन्दर है
तेरा पल पल बिता जाए रे
मुख से जप ले नमः शवाए
लाडली अद्बुत नज़ारा तेरे बरसाने में
लाडली अब मन हमारा तेरे बरसाने में है।
करदो करदो बेडा पार, राधे अलबेली सरकार।
राधे अलबेली सरकार, राधे अलबेली सरकार॥
सांवरे से मिलने का, सत्संग ही बहाना है,
चलो सत्संग में चलें, हमें हरी गुण गाना
नी मैं दूध काहे नाल रिडका चाटी चो
लै गया नन्द किशोर लै गया,
दुनिया का बन कर देख लिया, श्यामा का बन
राधा नाम में कितनी शक्ति है, इस राह पर
कोई पकड़ के मेरा हाथ रे,
मोहे वृन्दावन पहुंच देओ ।
हम प्रेम दीवानी हैं, वो प्रेम दीवाना।
ऐ उधो हमे ज्ञान की पोथी ना सुनाना॥
कैसे जिऊ मैं राधा रानी तेरे बिना
मेरा मन ही ना लागे तुम्हारे बिना
वृन्दावन धाम अपार, जपे जा राधे राधे,
राधे सब वेदन को सार, जपे जा राधे राधे।
मेरी रसना से राधा राधा नाम निकले,
हर घडी हर पल, हर घडी हर पल।
इतना तो करना स्वामी जब प्राण तन से
गोविन्द नाम लेकर, फिर प्राण तन से
बृज के नन्द लाला राधा के सांवरिया
सभी दुख: दूर हुए जब तेरा नाम लिया

New Bhajan Lyrics View All

फागण की मस्ती तेरे भक्तों में छाई है,
खाटू की माटी में खुशबू इतर की आई है॥
जय जय महाँवीर हनुमान
सब के विगड़े बनाइओ काम
झुक गए बड़े बड़े सरदार तेरी मोर छड़ी
तेरी मोर छड़ी के आगे, तेरी मोर छड़ी के
ऐ साईं मेरे, तेरे नूर ऐ नज़र,
पड़ते ही बिगड़ी जाऐ सँवर,
म्हारा पियर में साहिबा,
बोई गणगौर,