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रोए रोए द्रोपत कान्हा को पुकारती जी,
एजी सभा में आ जाइयो राखी को बोल चुका जाइयो,

रोए रोए द्रोपत कान्हा को पुकारती जी,
एजी सभा में आ जाइयो राखी को बोल चुका जाइयो,
आ जइयो मेरे वीर...


नारी की लज्जा कौन रखें एक पति रखें एक वीर रखें,
पांचो पति तो बैठे गर्दन दाल के जी,
ऐजी सहारो तेरो है दुनिया में कोई ना मेरो है,
वधा जा नेक धीर रोए रोए द्रुपद कान्हा को पुकारती जी...

जब उंगली कटी तुम्हारी थी मैंने बांधी रेशम साड़ी थी,
वचन दिया था तुमने अपनी बहन को जी,
इसका मोल चुकाऊंगा अंबर से चीर बढ़ाऊंगा,
वधा जा नेक धीर रोए रोए द्रुपद कान्हा पुकारती जी...

वह दुष्ट दुशासन आया है मुझे नग्न देखना चाहता है,
केस पकड़ के भैया मुझे लाया है जी,
सब देवर जेठ हमारे हैं ये बेरी बने हमारे हैं,
बढा जा मेरो चीर रोए रोए द्रुपद कान्हा को पुकारती जी...

रोए रोए द्रोपत कान्हा को पुकारती जी,
एजी सभा में आ जाइयो राखी को बोल चुका जाइयो,
आ जइयो मेरे वीर...




roe roe dropat kaanha ko pukaarati ji,
eji sbha me a jaaiyo raakhi ko bol chuka jaaiyo,

roe roe dropat kaanha ko pukaarati ji,
eji sbha me a jaaiyo raakhi ko bol chuka jaaiyo,
a jiyo mere veer...


naari ki lajja kaun rkhen ek pati rkhen ek veer rkhen,
paancho pati to baithe gardan daal ke ji,
aiji sahaaro tero hai duniya me koi na mero hai,
vdha ja nek dheer roe roe drupad kaanha ko pukaarati ji...

jab ungali kati tumhaari thi mainne baandhi resham saadi thi,
vchan diya tha tumane apani bahan ko ji,
isaka mol chukaaoonga anbar se cheer badahaaoonga,
vdha ja nek dheer roe roe drupad kaanha pukaarati ji...

vah dusht dushaasan aaya hai mujhe nagn dekhana chaahata hai,
kes pakad ke bhaiya mujhe laaya hai ji,
sab devar jeth hamaare hain ye beri bane hamaare hain,
bdha ja mero cheer roe roe drupad kaanha ko pukaarati ji...

roe roe dropat kaanha ko pukaarati ji,
eji sbha me a jaaiyo raakhi ko bol chuka jaaiyo,
a jiyo mere veer...








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