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रे मन रे मन जो मत गावो हरी के गुण ।

रे मन रे मन जो मत गावो हरी के गुण ।

नयन मेरे तरस रहे, पाने को श्री हरी दर्शन ।
श्रवन मेरे तरस रहे, सुनने को श्री हरी कीर्तन ॥

हाथ मेरे तरस रहे करने को श्री हरी सेवन ।
जिव्हा मेरी तरस रही करने को हरी नाम स्मरण ॥

दिल मेरा मचल रहा, करने को हरी आलिंगन ।
जीव मेरा तरस रहा पाने को सचिदा आनंद घन ॥



re man jhu mata gavo hari ke gun

re man re man jo mat gaavo hari ke gun

nayan mere taras rahe, paane ko shri hari darshan
shrvan mere taras rahe, sunane ko shri hari keertan ..

haath mere taras rahe karane ko shri hari sevan
jivha meri taras rahi karane ko hari naam smaran ..

dil mera mchal raha, karane ko hari aalingan
jeev mera taras raha paane ko schida aanand ghan ..

re man re man jo mat gaavo hari ke gun



re man jhu mata gavo hari ke gun Lyrics





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