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यह कैसा दोष हुमारा, हम ग़लती करते जाते,
तुम पग पग पर समझते हम फिर भी समझ ना पाते,

यह कैसा दोष हुमारा, हम ग़लती करते जाते,
तुम पग पग पर समझते हम फिर भी समझ ना पाते,

यह कैसा दोष हुमारा, हम ग़लती करते जाते,
जाई श्री श्याम, श्री श्याम, श्री श्याम,
जाई श्री श्याम, श्री श्याम, श्री श्याम,नादानी जी को जिलाए, यकुलता बढ़ती जाए,
बेरी मोहन मॅन मेरा, मुझे क्या क्या रंग दिखाए,
नादानी जी को जिलाए, यकुलता बढ़ती जाए,
बेरी मोहन मॅन मेरा, मुझे क्या क्या रंग दिखाए,
रंगो के अंग महल मेी ह्यूम नित नये सपने आते,
यह कैसा दोष हुमारा हम ग़लती करते जाते,
तुम पग पग पर समझते हम फिर भी समझ ना पाते,
यह कैसा दोष हुमारा, हम ग़लती करते जाते,
जाई श्री श्याम, श्री श्याम, श्री श्याम,
जाई श्री श्याम, श्री श्याम, श्री श्याम, प्रभु निस्चे अटल बना दे विस्वास का रंग चढ़ा दे,
गन गओना मई तेरा, मेरे सारे दोष मितदे,
प्रभु निस्चे अटल बना दे विस्वास का रंग चढ़ा दे,
गन गओना मई तेरा, मेरे सारे दोष मितदे,
निर्बलता से मई हारा, मुझे क्यूँ ना सबल बनाते,
यह कैसा दोष हुमारा हम ग़लती करते जाते,
तुम पग पग पर समझते हम फिर भी समझ ना पाते,
यह कैसा दोष हुमारा हम ग़लती करते जाते,
जाई श्री श्याम, श्री श्याम, श्री श्याम,
जाई श्री श्याम, श्री श्याम, श्री श्याम,प्रभु हार गया अब आओ, मुझे आकर सबल बनाओ,
दामन असुवान से भीगा नंदू यूँ ना आजमाओ,
प्रभु हार गया अब आओ, मुझे आकर सबल बनाओ,
दामन असुवान से भीगा नंदू यूँ ना आजमाओ,
है शरम ह्यूम प्रभु खुद पर हम फिर भी च्लते जाते,
यह कैसा दोष हुमारा हम ग़लती करते जाते,
तुम पग पग पर समझते हम फिर भी समझ ना पाते,
यह कैसा दोष हुमारा हम ग़लती करते जाते,
जाई श्री श्याम, श्री श्याम, श्री श्याम,
जाई श्री श्याम, श्री श्याम, श्री श्याम, तुम पग पग पर समझते हम फिर भी समझ ना पाते,
यह कैसा दोष हुमारा, हम ग़लती करते जाते,
तुम पग पग पर समझते हम फिर भी समझ ना पाते,
यह कैसा दोष हुमारा, हम ग़लती करते जाते,
जाई श्री श्याम, श्री श्याम, श्री श्याम,
जाई श्री श्याम, श्री श्याम, श्री श्याम,
जाई श्री श्याम, श्री श्याम, श्री श्याम,
जाई श्री श्याम, श्री श्याम, श्री श्याम,



Tum Pag Pag Par Krishna Bhajan By Nanduji

yah kaisa dosh humaara, ham galati karate jaate,
tum pag pag par samjhate ham phir bhi samjh na paate,

yah kaisa dosh humaara, ham galati karate jaate,
jaai shri shyaam, shri shyaam, shri shyaam,
jaai shri shyaam, shri shyaam, shri shyaam,naadaani ji ko jilaae, yakulata badahati jaae,
beri mohan main mera, mujhe kya kya rang dikhaae,
naadaani ji ko jilaae, yakulata badahati jaae,
beri mohan main mera, mujhe kya kya rang dikhaae,
rango ke ang mahal mei hayoom nit naye sapane aate,
yah kaisa dosh humaara ham galati karate jaate,
tum pag pag par samjhate ham phir bhi samjh na paate,
yah kaisa dosh humaara, ham galati karate jaate,
jaai shri shyaam, shri shyaam, shri shyaam,
jaai shri shyaam, shri shyaam, shri shyaam, prbhu nische atal bana de visvaas ka rang chadaha de,
gan gona mi tera, mere saare dosh mitade,
prbhu nische atal bana de visvaas ka rang chadaha de,
gan gona mi tera, mere saare dosh mitade,
nirbalata se mi haara, mujhe kyoon na sabal banaate,
yah kaisa dosh humaara ham galati karate jaate,
tum pag pag par samjhate ham phir bhi samjh na paate,
yah kaisa dosh humaara ham galati karate jaate,
jaai shri shyaam, shri shyaam, shri shyaam,
jaai shri shyaam, shri shyaam, shri shyaam,prbhu haar gaya ab aao, mujhe aakar sabal banaao,
daaman asuvaan se bheega nandoo yoon na aajamaao,
prbhu haar gaya ab aao, mujhe aakar sabal banaao,
daaman asuvaan se bheega nandoo yoon na aajamaao,
hai sharam hayoom prbhu khud par ham phir bhi chlate jaate,
yah kaisa dosh humaara ham galati karate jaate,
tum pag pag par samjhate ham phir bhi samjh na paate,
yah kaisa dosh humaara ham galati karate jaate,
jaai shri shyaam, shri shyaam, shri shyaam,
jaai shri shyaam, shri shyaam, shri shyaam, tum pag pag par samjhate ham phir bhi samjh na paate,
yah kaisa dosh humaara, ham galati karate jaate,
tum pag pag par samjhate ham phir bhi samjh na paate,
yah kaisa dosh humaara, ham galati karate jaate,
jaai shri shyaam, shri shyaam, shri shyaam,
jaai shri shyaam, shri shyaam, shri shyaam,
jaai shri shyaam, shri shyaam, shri shyaam,
jaai shri shyaam, shri shyaam, shri shyaam,







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