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जब जब हम पर विपदा आई कौन बना रखवाला,
मेरा खाटूवाला श्याम मेरा खाटूवाला॥

जब जब हम पर विपदा आई कौन बना रखवाला,
मेरा खाटूवाला श्याम मेरा खाटूवाला॥


हर मुश्किल की घड़ियों में देता है ये ही दिखाई,
जब जब भी इसे पुकारा ये हर दम बना सहाई,
ठोकर खाने से ही पहले हाथ पकड़ने वाला,
मेरा खाटूवाला श्याम मेरा खाटूवाला...

घनघोर अँधेरा हो या तूफ़ान सी मुश्किल आये,
है संग कन्हाई मेरे दिल बिलकुल ना घबराये,
इस विश्वास की बाती मेरे मन में जलाने वाला,
मेरा खाटूवाला श्याम मेरा खाटूवाला...

जब बैरी बना ज़माना और रस्ता था अनजाना,
बस नाम श्याम का लेकर मुझको था बढ़ते जाना,
अंश मात्र कृपा से मेरा काम बनाने वाला,
मेरा खाटूवाला श्याम मेरा खाटूवाला...

जब जब हम पर विपदा आई कौन बना रखवाला,
मेरा खाटूवाला श्याम मेरा खाटूवाला॥




jab jab ham par vipada aai kaun bana rkhavaala,
mera khatuvaala shyaam mera khatuvaalaa..

jab jab ham par vipada aai kaun bana rkhavaala,
mera khatuvaala shyaam mera khatuvaalaa..


har mushkil ki ghadiyon me deta hai ye hi dikhaai,
jab jab bhi ise pukaara ye har dam bana sahaai,
thokar khaane se hi pahale haath pakadane vaala,
mera khatuvaala shyaam mera khatuvaalaa...

ghanghor andhera ho ya toopahaan si mushkil aaye,
hai sang kanhaai mere dil bilakul na ghabaraaye,
is vishvaas ki baati mere man me jalaane vaala,
mera khatuvaala shyaam mera khatuvaalaa...

jab bairi bana zamaana aur rasta tha anajaana,
bas naam shyaam ka lekar mujhako tha badahate jaana,
ansh maatr kripa se mera kaam banaane vaala,
mera khatuvaala shyaam mera khatuvaalaa...

jab jab ham par vipada aai kaun bana rkhavaala,
mera khatuvaala shyaam mera khatuvaalaa..




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