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रसिया को नार बनावो री रसिया को
रसिया को नार बनावो री रसिया को
राधिका गोरी से ब्रिज की छोरी से ,
मैया करादे मेरो ब्याह,
वृन्दावन के बांके बिहारी,
हमसे पर्दा करो ना मुरारी ।
मेरा आपकी कृपा से,
सब काम हो रहा है
राधे मोरी बंसी कहा खो गयी,
कोई ना बताये और शाम हो गयी,
जय राधे राधे, राधे राधे
जय राधे राधे, राधे राधे
श्याम हमारे दिल से पूछो, कितना तुमको
याद में तेरी मुरली वाले, जीवन यूँ ही
तीनो लोकन से न्यारी राधा रानी हमारी।
राधा रानी हमारी, राधा रानी हमारी॥
मैं मिलन की प्यासी धारा
तुम रस के सागर रसिया हो
मेरे जीवन की जुड़ गयी डोर, किशोरी तेरे
किशोरी तेरे चरणन में, महारानी तेरे
सज धज कर जिस दिन मौत की शहजादी आएगी,
ना सोना काम आएगा, ना चांदी आएगी।
करदो करदो बेडा पार, राधे अलबेली सरकार।
राधे अलबेली सरकार, राधे अलबेली सरकार॥
रंगीलो राधावल्लभ लाल, जै जै जै श्री
विहरत संग लाडली बाल, जै जै जै श्री
दाता एक राम, भिखारी सारी दुनिया ।
राम एक देवता, पुजारी सारी दुनिया ॥
प्रीतम बोलो कब आओगे॥
बालम बोलो कब आओगे॥
कान्हा की दीवानी बन जाउंगी,
दीवानी बन जाउंगी मस्तानी बन जाउंगी,
जय शिव ओंकारा, ॐ जय शिव ओंकारा ।
ब्रह्मा, विष्णु, सदाशिव, अर्द्धांगी
मेरी बाँह पकड़ लो इक बार,सांवरिया
मैं तो जाऊँ तुझ पर कुर्बान, सांवरिया
अपने दिल का दरवाजा हम खोल के सोते है
सपने में आ जाना मईया,ये बोल के सोते है
सब हो गए भव से पार, लेकर नाम तेरा
नाम तेरा हरि नाम तेरा, नाम तेरा हरि नाम
अपनी वाणी में अमृत घोल
अपनी वाणी में अमृत घोल
वृन्दावन धाम अपार, जपे जा राधे राधे,
राधे सब वेदन को सार, जपे जा राधे राधे।
Ye Saare Khel Tumhare Hai Jag
Kahta Khel Naseebo Ka
वृंदावन में हुकुम चले बरसाने वाली का,
कान्हा भी दीवाना है श्री श्यामा
कैसे जिऊ मैं राधा रानी तेरे बिना
मेरा मन ही ना लागे तुम्हारे बिना
साँवरिया ऐसी तान सुना,
ऐसी तान सुना मेरे मोहन, मैं नाचू तू गा ।
हम प्रेम दीवानी हैं, वो प्रेम दीवाना।
ऐ उधो हमे ज्ञान की पोथी ना सुनाना॥
ज़री की पगड़ी बाँधे, सुंदर आँखों वाला,
कितना सुंदर लागे बिहारी कितना लागे
फाग खेलन बरसाने आये हैं, नटवर नंद
फाग खेलन बरसाने आये हैं, नटवर नंद
दुनिया का बन कर देख लिया, श्यामा का बन
राधा नाम में कितनी शक्ति है, इस राह पर

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लाया चरणा च दित्ता भरपूर दातिये,
जग विच कित्ता मशहूर दातिये...
चारों धाम से निराला अवधपुरी धाम,
रानी सीता के संग विराजे राजा राम...
अब कैसे छूटे राम नाम रट लागी,
राम नाम रट लागी अब कैसे छूटे राम नाम रट
बुरे व्यसनों से ध्यान हटाले,
ध्यान बालाजी के चरणों में लगाले,
गीली रेत विच लिपटा मारे के श्याम मेरा
श्याम मेरा निक्का जेहा, गोपाल मेरा