Download Bhajan as .txt File Download Bhajan as IMAGE File

कान्हा आ जाओ ब्रज में तुझे तेरी राधा पुकारे,
रो रो कर तेरी राह निहारे निसदिन सांझ सखारे,

कान्हा आ जाओ ब्रज में तुझे तेरी राधा पुकारे,
रो रो कर तेरी राह निहारे निसदिन सांझ सखारे,
कान्हा आ जाओ ब्रज में तुझे तेरी राधा पुकारे,
कान्हा आ जाओ कान्हा आ जाओ,
आके ना जाओ कान्हा आ जाओ,
कान्हा आ जाओ ब्रज में...


बरसाने से वृन्दावन तक ब्रज गोकुल से जमुना तट तक,
दौड़ लगाए राधा पूछे किसी ने कान्हा को देखा रे देखा रे देखा रे,
कान्हा आ जाओ ब्रज में...

जबसे गए तुम ब्रज को छोड़ कर रह गई राधा जोगन होकर,
देख सको तो देख लो आके कान्हा राधा हो गयी तुझ बिन क्या से क्या रे,
कान्हा आ जाओ ब्रज में...

जिनके माखन तूने चुराए जिनको चीर चुराके सताये,
जिनकी गगरी तूने फोड़ी वो भी कहते रहते कान्हा आजा आजा आजा रे,
कान्हा आ जाओ ब्रज में...

कान्हा आ जाओ ब्रज में तुझे तेरी राधा पुकारे,
रो रो कर तेरी राह निहारे निसदिन सांझ सखारे,
कान्हा आ जाओ ब्रज में तुझे तेरी राधा पुकारे,
कान्हा आ जाओ कान्हा आ जाओ,
आके ना जाओ कान्हा आ जाओ,
कान्हा आ जाओ ब्रज में...




kaanha a jaao braj me tujhe teri radha pukaare,
ro ro kar teri raah nihaare nisadin saanjh skhaare,

kaanha a jaao braj me tujhe teri radha pukaare,
ro ro kar teri raah nihaare nisadin saanjh skhaare,
kaanha a jaao braj me tujhe teri radha pukaare,
kaanha a jaao kaanha a jaao,
aake na jaao kaanha a jaao,
kaanha a jaao braj me...


barasaane se vrindaavan tak braj gokul se jamuna tat tak,
daud lagaae radha poochhe kisi ne kaanha ko dekha re dekha re dekha re,
kaanha a jaao braj me...

jabase ge tum braj ko chhod kar rah gi radha jogan hokar,
dekh sako to dekh lo aake kaanha radha ho gayi tujh bin kya se kya re,
kaanha a jaao braj me...

jinake maakhan toone churaae jinako cheer churaake sataaye,
jinaki gagari toone phodi vo bhi kahate rahate kaanha aaja aaja aaja re,
kaanha a jaao braj me...

kaanha a jaao braj me tujhe teri radha pukaare,
ro ro kar teri raah nihaare nisadin saanjh skhaare,
kaanha a jaao braj me tujhe teri radha pukaare,
kaanha a jaao kaanha a jaao,
aake na jaao kaanha a jaao,
kaanha a jaao braj me...








Bhajan Lyrics View All

कैसे जीऊं मैं राधा रानी तेरे बिना
मेरा मन ही न लगे श्यामा तेरे बिना
यशोमती मैया से बोले नंदलाला,
राधा क्यूँ गोरी, मैं क्यूँ काला
बाँस की बाँसुरिया पे घणो इतरावे,
कोई सोना की जो होती, हीरा मोत्यां की जो
सब दुख दूर हुए जब तेरा नाम लिया
कौन मिटाए उसे जिसको राखे पिया
मेरी चुनरी में पड़ गयो दाग री कैसो चटक
श्याम मेरी चुनरी में पड़ गयो दाग री
ज़रा छलके ज़रा छलके वृदावन देखो
ज़रा हटके ज़रा हटके ज़माने से देखो
ਮੇਰੇ ਕਰਮਾਂ ਵੱਲ ਨਾ ਵੇਖਿਓ ਜੀ,
ਕਰਮਾਂ ਤੋਂ ਸ਼ਾਰਮਾਈ ਹੋਈ ਆਂ
तीनो लोकन से न्यारी राधा रानी हमारी।
राधा रानी हमारी, राधा रानी हमारी॥
हे राम, हे राम, हे राम, हे राम
जग में साचे तेरो नाम । हे राम...
तू राधे राधे गा ,
तोहे मिल जाएं सांवरियामिल जाएं
बहुत बड़ा दरबार तेरो बहुत बड़ा दरबार,
चाकर रखलो राधा रानी तेरा बहुत बड़ा
तेरे बगैर सांवरिया जिया नही जाये
तुम आके बांह पकड लो तो कोई बात बने‌॥
हो मेरी लाडो का नाम श्री राधा
श्री राधा श्री राधा, श्री राधा श्री
अरे बदलो ले लूँगी दारी के,
होरी का तोहे बड़ा चाव...
तमन्ना यही है के उड के बरसाने आयुं मैं
आके बरसाने में तेरे दिल की हसरतो को
हर पल तेरे साथ मैं रहता हूँ,
डरने की क्या बात? जब मैं बैठा हूँ
रसिया को नार बनावो री रसिया को
रसिया को नार बनावो री रसिया को
जय शिव ओंकारा, ॐ जय शिव ओंकारा ।
ब्रह्मा, विष्णु, सदाशिव, अर्द्धांगी
किसी को भांग का नशा है मुझे तेरा नशा है,
भोले ओ शंकर भोले मनवा कभी न डोले,
कान्हा की दीवानी बन जाउंगी,
दीवानी बन जाउंगी मस्तानी बन जाउंगी,
प्रभु मेरे अवगुण चित ना धरो
समदर्शी प्रभु नाम तिहारो, चाहो तो पार
नी मैं दूध काहे नाल रिडका चाटी चो
लै गया नन्द किशोर लै गया,
राधे राधे बोल, राधे राधे बोल,
बरसाने मे दोल, के मुख से राधे राधे बोल,
ना मैं मीरा ना मैं राधा,
फिर भी श्याम को पाना है ।
तेरा पल पल बिता जाए रे
मुख से जप ले नमः शवाए
अपने दिल का दरवाजा हम खोल के सोते है
सपने में आ जाना मईया,ये बोल के सोते है
फाग खेलन बरसाने आये हैं, नटवर नंद
फाग खेलन बरसाने आये हैं, नटवर नंद
सत्यम शिवम सुन्दरम
सत्य ही शिव है, शिव ही सुन्दर है
रंगीलो राधावल्लभ लाल, जै जै जै श्री
विहरत संग लाडली बाल, जै जै जै श्री
आज बृज में होली रे रसिया।
होरी रे रसिया, बरजोरी रे रसिया॥

New Bhajan Lyrics View All

श्यामा वे तेरे नैन बड़े सोहने,
मोहना वे तेरे नैन बड़े सोहने...
ये जन्म तो, यूँ ही गया ,
साँसे यूँ ही, बेकार की,
हरि भगतो का है बृज़ में ठिकाना,
शाम पागलो का वृन्दावन पागल ख़ांना,
बाबा सेठा को तू सेठ म्हारे कानी भी तो
तेरी तिजोरी में भरयो घणो माल बाबा,
आया कार्तिक मास दीप तुलसा मैं जलाऊंगी
आया कार्तिक मास दीप तुलसा मैं जलाऊंगी