Download Bhajan as .txt File Download Bhajan as IMAGE File

जगमग ज्योत जगे मईया के दरबार

जगमग ज्योत जगे मईया के दरबार,
जो भी आये माँ के दर पे, हो जाए मालामाल,
जगमग ज्योत जगे.... जय हो
जगमग ज्योत जगे मईया के दरबार।।

जय माता दी, जय माता दी, जय माता दी.....

मन की श्रद्धा से भावो सेम माँ की चौंकी रचाई,
रंग बिरंगे घोटो वाली चुनरी माँ को ओढ़ाई......-
माँ रहमत की बरसी किरपा, हुआ माँ दीदार,
जगमग ज्योत जगे.... जय हो
जगमग ज्योत जगे मईया के दरबार।।

जय माता दी, जय माता दी, जय माता दी.....

ऊँचा भवन रंगीला माँ का, भगतो के मन भाये,
चढ़ के चड़ाईआं भवन मईया के, भगतो की टोली आये......-
खोल भंडारे बैठी मईया, दे सबको वरदान,
जगमग ज्योत जगे.... जय हो
जगमग ज्योत जगे मईया के दरबार।।

जय माता दी, जय माता दी, जय माता दी.....

अपने लाडले भगतो को देती सदा सहारा,
माँ ममता की गंगा में मिले हर भटके को किनारा......-
कोई स्वाली जाए ना खाली, आये जो माँ दरबार,
जगमग ज्योत जगे.... जय हो
जगमग ज्योत जगे मईया के दरबार।।

जय माता दी, जय माता दी, जय माता दी.....



Jagmag jyot jage maiya ke darbaar

jagamag jyot jage meeya ke darabaar,
jo bhi aaye ma ke dar pe, ho jaae maalaamaal,
jagamag jyot jage... jay ho
jagamag jyot jage meeya ke darabaar


jay maata di, jay maata di, jay maata di...

man ki shrddha se bhaavo sem ma ki chaunki rchaai,
rang birange ghoto vaali chunari ma ko odahaai...
ma rahamat ki barasi kirapa, hua ma deedaar,
jagamag jyot jage... jay ho
jagamag jyot jage meeya ke darabaar

jay maata di, jay maata di, jay maata di...

ooncha bhavan rangeela ma ka, bhagato ke man bhaaye,
chadah ke chadaaeeaan bhavan meeya ke, bhagato ki toli aaye...
khol bhandaare baithi meeya, de sabako varadaan,
jagamag jyot jage... jay ho
jagamag jyot jage meeya ke darabaar

jay maata di, jay maata di, jay maata di...

apane laadale bhagato ko deti sada sahaara,
ma mamata ki ganga me mile har bhatake ko kinaaraa...
koi svaali jaae na khaali, aaye jo ma darabaar,
jagamag jyot jage... jay ho
jagamag jyot jage meeya ke darabaar

jagamag jyot jage meeya ke darabaar,
jo bhi aaye ma ke dar pe, ho jaae maalaamaal,
jagamag jyot jage... jay ho
jagamag jyot jage meeya ke darabaar




Jagmag jyot jage maiya ke darbaar Lyrics





Bhajan Lyrics View All

हम प्रेम दीवानी हैं, वो प्रेम दीवाना।
ऐ उधो हमे ज्ञान की पोथी ना सुनाना॥
गोवर्धन वासी सांवरे, गोवर्धन वासी
तुम बिन रह्यो न जाय, गोवर्धन वासी
जिनको जिनको सेठ बनाया वो क्या
उनसे तो प्यार है हमसे तकरार है ।
सुबह सवेरे  लेकर तेरा नाम प्रभु,
करते है हम शुरु आज का काम प्रभु,
हर पल तेरे साथ मैं रहता हूँ,
डरने की क्या बात? जब मैं बैठा हूँ
फूलों में सज रहे हैं, श्री वृन्दावन
और संग में सज रही है वृषभानु की
एक दिन वो भोले भंडारी बन कर के ब्रिज की
पारवती भी मना कर ना माने त्रिपुरारी,
मन चल वृंदावन धाम, रटेंगे राधे राधे
मिलेंगे कुंज बिहारी, ओढ़ के कांबल काली
साँवरिया ऐसी तान सुना,
ऐसी तान सुना मेरे मोहन, मैं नाचू तू गा ।
सांवरिया है सेठ ,मेरी राधा जी सेठानी
यह तो सारी दुनिया जाने है
प्रीतम बोलो कब आओगे॥
बालम बोलो कब आओगे॥
कैसे जिऊ मैं राधा रानी तेरे बिना
मेरा मन ही ना लागे तुम्हारे बिना
अरे बदलो ले लूँगी दारी के,
होरी का तोहे बड़ा चाव...
सावरे से मिलने का सत्संग ही बहाना है ।
सारे दुःख दूर हुए, दिल बना दीवाना है ।
रंग डालो ना बीच बाजार
श्याम मैं तो मर जाऊंगी
सब हो गए भव से पार, लेकर नाम तेरा
नाम तेरा हरि नाम तेरा, नाम तेरा हरि नाम
श्याम बंसी ना बुल्लां उत्ते रख अड़ेया
तेरी बंसी पवाडे पाए लख अड़ेया ।
राधा ढूंढ रही किसी ने मेरा श्याम देखा
श्याम देखा घनश्याम देखा
जिंदगी एक किराये का घर है,
एक न एक दिन बदलना पड़ेगा॥
हर साँस में हो सुमिरन तेरा,
यूँ बीत जाये जीवन मेरा
ऐसी होली तोहे खिलाऊँ
दूध छटी को याद दिलाऊँ
बोल कान्हा बोल गलत काम कैसे हो गया,
बिना शादी के तू राधे श्याम कैसे हो गया
इतना तो करना स्वामी जब प्राण तन से
गोविन्द नाम लेकर, फिर प्राण तन से
रंगीलो राधावल्लभ लाल, जै जै जै श्री
विहरत संग लाडली बाल, जै जै जै श्री
तुम रूठे रहो मोहन,
हम तुमको मन लेंगे
दुनिया से मैं हारा तो आया तेरे द्वार,
यहाँ से गर जो हरा कहाँ जाऊँगा सरकार
दिल की हर धड़कन से तेरा नाम निकलता है
तेरे दर्शन को मोहन तेरा दास तरसता है
बांके बिहारी की देख छटा,
मेरो मन है गयो लटा पटा।
तेरी मुरली की धुन सुनने मैं बरसाने से
मैं बरसाने से आयी हूँ, मैं वृषभानु की
मेरा यार यशुदा कुंवर हो चूका है
वो दिल हो चूका है जिगर हो चूका है

New Bhajan Lyrics View All

राधा बैठो मेरे पास के नियम बता दूं
बता दूं ग्यारस को के नियम बता दो
गुरु जी बिना कोई काम न आवे,
कुल अभिमान मिटावे है
मेरे शीश के दानी होना कभी मुझसे दूर,
हारे के सहारे होना कभी मुझसे दूर...
रावण ने अत्याचार मचाया,
ऋषियों के खून से घड़ा भराया,
माटी की मटकी राम राम बोल,
राम राम बोल हरी हरी बोल,