Download Bhajan as .txt File Download Bhajan as IMAGE File

लाल द्व्जा लहराए रे जिस घर के ओ शिखरा

लाल द्व्जा लहराए रे जिस घर के ओ शिखरा
सब संकट मिट जाए रे सब संकट मिट जाए रे ओ घर से ओ मित्रा
लाल द्व्जा लहराए रे जिस घर के ओ शिखरा

जिस घर पे ये द्व्जा लहराए
वाहा पे खुशिया ही खुशिया आये
उस घर से मिट जाए रे फिर तंगी का फिकरा
लाल द्व्जा लहराए रे जिस घर के ओ शिखरा

बजरंग बली की ध्वजा निराली
भाग जाग गये जिस ने लगा ली
खूब किरपा बरसाए रे मिट जाए रे फिकरा
लाल द्व्जा लहराए रे जिस घर के ओ शिखरा

अष्ट सीधी नव निधि के दाता
सब पे किरपा खूब लुटाता
शिभु मौज उडाये रे ध्वजा लगा के शिखरा
लाल द्व्जा लहराए रे जिस घर के ओ शिखरा



laal dhwja lehraaye re jis ghar ke o shikhra

laal dvja laharaae re jis ghar ke o shikharaa
sab sankat mit jaae re sab sankat mit jaae re o ghar se o mitraa
laal dvja laharaae re jis ghar ke o shikharaa


jis ghar pe ye dvja laharaae
vaaha pe khushiya hi khushiya aaye
us ghar se mit jaae re phir tangi ka phikaraa
laal dvja laharaae re jis ghar ke o shikharaa

bajarang bali ki dhavaja niraalee
bhaag jaag gaye jis ne laga lee
khoob kirapa barasaae re mit jaae re phikaraa
laal dvja laharaae re jis ghar ke o shikharaa

asht seedhi nav nidhi ke daataa
sab pe kirapa khoob lutaataa
shibhu mauj udaaye re dhavaja laga ke shikharaa
laal dvja laharaae re jis ghar ke o shikharaa

laal dvja laharaae re jis ghar ke o shikharaa
sab sankat mit jaae re sab sankat mit jaae re o ghar se o mitraa
laal dvja laharaae re jis ghar ke o shikharaa




laal dhwja lehraaye re jis ghar ke o shikhra Lyrics





Bhajan Lyrics View All

तेरे दर पे आके ज़िन्दगी मेरी
यह तो तेरी नज़र का कमाल है,
कैसे जीऊं मैं राधा रानी तेरे बिना
मेरा मन ही न लगे श्यामा तेरे बिना
मुझे चाहिए बस सहारा तुम्हारा,
के नैनों में गोविन्द नज़ारा तुम्हार
आज बृज में होली रे रसिया।
होरी रे रसिया, बरजोरी रे रसिया॥
मीठे रस से भरी रे, राधा रानी लागे,
मने कारो कारो जमुनाजी रो पानी लागे
तू कितनी अच्ची है, तू कितनी भोली है,
ओ माँ, ओ माँ, ओ माँ, ओ माँ ।
हर पल तेरे साथ मैं रहता हूँ,
डरने की क्या बात? जब मैं बैठा हूँ
राधे मोरी बंसी कहा खो गयी,
कोई ना बताये और शाम हो गयी,
सब हो गए भव से पार, लेकर नाम तेरा
नाम तेरा हरि नाम तेरा, नाम तेरा हरि नाम
सारी दुनियां है दीवानी, राधा रानी आप
कौन है, जिस पर नहीं है, मेहरबानी आप की
ज़रा छलके ज़रा छलके वृदावन देखो
ज़रा हटके ज़रा हटके ज़माने से देखो
नटवर नागर नंदा, भजो रे मन गोविंदा
शयाम सुंदर मुख चंदा, भजो रे मन गोविंदा
दिल की हर धड़कन से तेरा नाम निकलता है
तेरे दर्शन को मोहन तेरा दास तरसता है
शिव समा रहे मुझमें
और मैं शून्य हो रहा हूँ
मोहे आन मिलो श्याम, बहुत दिन बीत गए।
बहुत दिन बीत गए, बहुत युग बीत गए ॥
आप आए नहीं और सुबह हो मई
मेरी पूजा की थाली धरी रह गई
मेरी विनती यही है राधा रानी, कृपा
मुझे तेरा ही सहारा महारानी, चरणों से
तेरे दर की भीख से है,
मेरा आज तक गुज़ारा
ज़िंदगी मे हज़ारो का मेला जुड़ा
हंस जब जब उड़ा तब अकेला उड़ा
मेरी करुणामयी सरकार पता नहीं क्या दे
क्या दे दे भई, क्या दे दे
तुम रूठे रहो मोहन,
हम तुमको मन लेंगे
तेरा पल पल बिता जाए रे
मुख से जप ले नमः शवाए
प्रीतम बोलो कब आओगे॥
बालम बोलो कब आओगे॥
लाली की सुनके मैं आयी
कीरत मैया दे दे बधाई
राधे तु कितनी प्यारी है ॥
तेरे संग में बांके बिहारी कृष्ण
हम प्रेम दीवानी हैं, वो प्रेम दीवाना।
ऐ उधो हमे ज्ञान की पोथी ना सुनाना॥
दाता एक राम, भिखारी सारी दुनिया ।
राम एक देवता, पुजारी सारी दुनिया ॥
श्यामा तेरे चरणों की गर धूल जो मिल
सच कहता हूँ मेरी तकदीर बदल जाए॥
हो मेरी लाडो का नाम श्री राधा
श्री राधा श्री राधा, श्री राधा श्री
मेरा अवगुण भरा रे शरीर,
हरी जी कैसे तारोगे, प्रभु जी कैसे

New Bhajan Lyrics View All

सीता आगे धरे ना पांव मुड़ कर देख रही
मुड़ मुड़ देख रही पीछे को, मुड़मुड़
प्रभु चरणों में अर्पण ना हो वो जीवन
है सतगुरु मेरे परम पूज्य मैं दीवाना
श्री राम लक्ष्मण दोनों किस हाल में
उन लाडलो के दर्शन साल में होंगे,
कुंझ मंगणा नई साइयाँ तेरे बाजों, मैं
जग सामने वे वाली सारे जग दा ते फिर
हो हो हो मंदिर में ग़जब हो गया
हो हो हो मंदिर में ग़जब हो गया