Download Bhajan as .txt File Download Bhajan as IMAGE File

पढ़ी नमाज़ ते नियाज़ ना सिखया,
तेरीयां किस कम्म पढ़ियां नमाज़ा,

पढ़ी नमाज़ ते नियाज़ ना सिखया,
तेरीयां किस कम्म पढ़ियां नमाज़ा,
ना घर डिठा ना घर वाला डिठा,
तेरीयां किस कम्म दित्तियाँ नियाज़ा।
इल्म पढ़ेया ते अमल न कीता,
तेरीयां किस कम्म कितीयां वाजां।
बुल्हे शाह पता तद लग सी,
जदों चिड़ी फसी हथ बाजां।

ओथे अमलां दे होने ने नवेडे, किसे नी तेरी ज़ात पुछनी,
झूठे मान तेरे झूठे सब झेडे,किसे नी तेरी ज़ात पुछनी।


जो घडेया सो भज्जना एक दिन, जो बनेयां सो ढहना,
आखिर छड्डने महल मुनारे बैठ सदां नी रहना,
चार दिन दा मेला एथे बहुती देर नी बहना,
जो बीजेगा साधक झल्लेया ओही वड्डना पैना,ओथे अमलां दे,,,,,,,


कोल नी रखना भैण भरावां पल विच जा दफ़नाऊना,
तुर जाना तेनू सब ने छड्ड बहुता चिर नी लाऊना,
मुक जाने सब झेड़े तेरे हेठ मिट्टी जद आऊना,
उस दिन साधक रूस्से नूँ तेनू किसे नी आउन मनाउना,ओथे अमलां दे,,,,


तेनू मोडा दे के तोरना जहान ने,
आउना मिट्टी थल्ले तेरी उच्ची शान ने,
सुन्ने छड्ड के तूँ तुर वेहड़े, किसे नी,,,,,,,


झूठे मान ते आकड़ तेरी झूठीयां तेरीयां बातां,
गल्लां नाल बनावें पल विच दिनां नूँ कालीयां रातां,
झूठे महल मुनारे तेरे झूठीयां तेरीयां ज़ातां,
अमलां वाजों साधक ओथे किसे नी लनीयां
बातां,ओथे अमलां दे,,,,


किसे कोल घड़ी पल ना खलोना ऐ,
कीती अपनी नूँ सारेयां ने रोना ऐ,
होने वखो वक्ख संगी साथी तेरे,किसे ना तेरी,,,,


पंछी वांगूं उड़ जाना ऐ इक दिन मार उडारी,
क़दर ओहनां दी पैंदी ओथे अमल जिन्ना दे भारी,
हर शै छड्डनी पैनी बंदेया जान तों जेहड़ी प्यारी,
अज्ज तुरैया कोई कल तुर जाना, साधक बारो बारी,ओथे अमलां दे,,,,,,,,,,


बे बोल जुबान तो बोल चन्ग्गा,मीठे बोल दा जग्ग आसीर हुँदा,
मन्दा बोल कदी मुँहों कड़ीए ने,मन्दा बोल सज्जना तिखा तीर हुँदा,
इक बोल जहान विचों रध दिंदा, इक बोल निरा अकसीर हुँदा,
चेंज बोल दा बोलया शान उच्चा,चन्ग्गे बोल दा चन्ग्गा आखीर हुँदा,,,ओथे अमलां दे,,,,,,


किसे रोंदे नूँ हँसाया ऐ तां दस्स खां,
किसे भूखे नूँ राजया ऐ तां दस्स खां,
राह चों रोड़े नूँ हटाया ऐ तां दस्स खां,
कदी जख्मी किसे दा फट्ट नहींयों सीता,
ऐवे फेरी तस्बी कख भी नी कीता,ओथे अमलां दे,,,,


राह छड्डया दयंकदारी दा,वल्ल दस्से चरो यारी दा,
कर नाश ना नेको कारी दा,नेकां नूँ बदी सिखावें तूँ,ओथे अमलां दे,,,,,


लुक लुक के सौदे करना ऐ, बिन मेहनत बोझे भरना ऐ,
साधां नूँ चोर बनावें तूँ ना अल्लाह कोलो डरना ऐ,
पहले अमलां दी खुलना किताब ने,
वेखे जाने फेर सब दे हिसाब ने,
साधक आपो आप होने ने नखेड़े, किसे नी,,,,,,,



पंडित देव शर्मा बृजवासी
श्री दुर्गा संकीर्तन मण्डल
रानियां(सिरसा



othe amla de hone ne abede kise ni teri jaat puchni

othe amalaan de hone ne navede,
kise ni teri zaat puchhani,


namaaz te niyaaz na sikhaya,
tereeyaan kis kamm padahiyaan namaaza,
na ghar ditha na ghar vaala ditha,
tereeyaan kis kamm dittiyaan niyaazaa
ilm padaheya te amal n keeta,
tereeyaan kis kamm kiteeyaan vaajaan
bulhe shaah pata tad lag si,
jadon chidi phasi hth baajaan

othe amalaan de hone ne navede, kise ni teri zaat puchhani,
jhoothe maan tere jhoothe sab jhede,kise ni teri zaat puchhanee

jo ghadeya so bhajjana ek din, jo baneyaan so dhahana,
aakhir chhaddane mahal munaare baith sadaan ni rahana,
chaar din da mela ethe bahuti der ni bahana,
jo beejega saadhak jhalleya ohi vaddana paina,othe amalaan de

kol ni rkhana bhain bharaavaan pal vich ja dapahanaaoona,
tur jaana tenoo sab ne chhadd bahuta chir ni laaoona,
muk jaane sab jhede tere heth mitti jad aaoona,
us din saadhak roosse noon tenoo kise ni aaun manaauna,othe amalaan de

tenoo moda de ke torana jahaan ne,
aauna mitti thalle teri uchchi shaan ne,
sunne chhadd ke toon tur vehade, kise nee

jhoothe maan te aakad teri jhootheeyaan tereeyaan baataan,
gallaan naal banaaven pal vich dinaan noon kaaleeyaan raataan,
jhoothe mahal munaare tere jhootheeyaan tereeyaan zaataan,
amalaan vaajon saadhak othe kise ni laneeyaan
baataan,othe amalaan de

kise kol ghadi pal na khalona ai,
keeti apani noon saareyaan ne rona ai,
hone vkho vakkh sangi saathi tere,kise na teree

panchhi vaangoon ud jaana ai ik din maar udaari,
kadar ohanaan di paindi othe amal jinna de bhaari,
har shai chhaddani paini bandeya jaan ton jehadi pyaari,
ajj turaiya koi kal tur jaana, saadhak baaro baari,othe amalaan de

be bol jubaan to bol changga,meethe bol da jagg aaseer hunda,
manda bol kadi munhon kadei ne,manda bol sajjana tikha teer hunda,
ik bol jahaan vichon rdh dinda, ik bol nira akaseer hunda,
chenj bol da bolaya shaan uchcha,changge bol da changga aakheer hunda,othe amalaan de

kise ronde noon hansaaya ai taan dass khaan,
kise bhookhe noon raajaya ai taan dass khaan,
raah chon rode noon hataaya ai taan dass khaan,
kadi jakhmi kise da phatt nahiyon seeta,
aive pheri tasbi kkh bhi ni keeta,othe amalaan de

raah chhaddaya dayankadaari da,vall dasse charo yaari da,
kar naash na neko kaari da,nekaan noon badi sikhaaven toon,othe amalaan de

luk luk ke saude karana ai, bin mehanat bojhe bharana ai,
saadhaan noon chor banaaven toon na allaah kolo darana ai,
pahale amalaan di khulana kitaab ne,
vekhe jaane pher sab de hisaab ne,
saadhak aapo aap hone ne nkhede, kise nee

othe amalaan de hone ne navede,
kise ni teri zaat puchhani,




othe amla de hone ne abede kise ni teri jaat puchni Lyrics





Bhajan Lyrics View All

कोई पकड़ के मेरा हाथ रे,
मोहे वृन्दावन पहुंच देओ ।
सांवली सूरत पे मोहन, दिल दीवाना हो गया
दिल दीवाना हो गया, दिल दीवाना हो गया ॥
सांवरियो है सेठ, म्हारी राधा जी सेठानी
यह तो जाने दुनिया सारी है
सत्यम शिवम सुन्दरम
सत्य ही शिव है, शिव ही सुन्दर है
दाता एक राम, भिखारी सारी दुनिया ।
राम एक देवता, पुजारी सारी दुनिया ॥
ज़री की पगड़ी बाँधे, सुंदर आँखों वाला,
कितना सुंदर लागे बिहारी कितना लागे
वृन्दावन के बांके बिहारी,
हमसे पर्दा करो ना मुरारी ।
कहना कहना आन पड़ी मैं तेरे द्वार ।
मुझे चाकर समझ निहार ॥
अपने दिल का दरवाजा हम खोल के सोते है
सपने में आ जाना मईया,ये बोल के सोते है
मीठी मीठी मेरे सांवरे की मुरली बाजे,
होकर श्याम की दीवानी राधा रानी नाचे
आप आए नहीं और सुबह हो मई
मेरी पूजा की थाली धरी रह गई
हम प्रेम दीवानी हैं, वो प्रेम दीवाना।
ऐ उधो हमे ज्ञान की पोथी ना सुनाना॥
श्यामा प्यारी मेरे साथ हैं,
फिर डरने की क्या बात है
मेरी करुणामयी सरकार, मिला दो ठाकुर से
कृपा करो भानु दुलारी, श्री राधे बरसाने
सांवरे से मिलने का, सत्संग ही बहाना है,
चलो सत्संग में चलें, हमें हरी गुण गाना
ये सारे खेल तुम्हारे है
जग कहता खेल नसीबों का
हर साँस में हो सुमिरन तेरा,
यूँ बीत जाये जीवन मेरा
एक दिन वो भोले भंडारी बन कर के ब्रिज की
पारवती भी मना कर ना माने त्रिपुरारी,
नगरी हो अयोध्या सी,रघुकुल सा घराना हो
चरन हो राघव के,जहा मेरा ठिकाना हो
मेरा अवगुण भरा रे शरीर,
हरी जी कैसे तारोगे, प्रभु जी कैसे
नी मैं दूध काहे नाल रिडका चाटी चो
लै गया नन्द किशोर लै गया,
मैं मिलन की प्यासी धारा
तुम रस के सागर रसिया हो
कारे से लाल बनाए गयी रे,
गोरी बरसाने वारी
जय राधे राधे, राधे राधे
जय राधे राधे, राधे राधे
हम राम जी के, राम जी हमारे हैं
वो तो दशरथ राज दुलारे हैं
कैसे जिऊ मैं राधा रानी तेरे बिना
मेरा मन ही ना लागे तुम्हारे बिना
गोवर्धन वासी सांवरे, गोवर्धन वासी
तुम बिन रह्यो न जाय, गोवर्धन वासी
हर पल तेरे साथ मैं रहता हूँ,
डरने की क्या बात? जब मैं बैठा हूँ
जय शिव ओंकारा, ॐ जय शिव ओंकारा ।
ब्रह्मा, विष्णु, सदाशिव, अर्द्धांगी
मन चल वृंदावन धाम, रटेंगे राधे राधे
मिलेंगे कुंज बिहारी, ओढ़ के कांबल काली

New Bhajan Lyrics View All

जिस घर में किर्तन राम रो बाबो आव
बाबो आव दोड़यो अरर बजरंग आव दोड़यों
मैं तेरा तू मेरा,
सब तेरा महादेव,
भगतो से मेरे मोहन, रहते कभी दुर नहीं,
विपदा जब आ जाये, रहते कभी दुर नहीं...
ॐ जय सूर्य भगवान, जय हो दिनकर भगवान
जगत् के नेत्रस्वरूपा, तुम हो त्रिगुण
आओ करें गुणगान भोले दानी का,
शिवजी दयालु बड़े हैं कृपालु,