Download Bhajan as .txt File Download Bhajan as IMAGE File

सोहने लगदे ने महल चबारे जिथे सत्संग लगदे

सोहने लगदे ने महल चबारे जिथे सत्संग लगदे

सत्संग दे विच हिरे मोती
विच गुरा दी जग रही ज्योती
आओ रल मिल दर्शन करिये जिथे सत्संग लगदे
सोहने लगदे.....

सत्संग दे विच अमृत बरसे
अमृत बरसे जी अमृत बरसे
आओ रल मिल पी लाइए सारे जिथे सत्संग लगदे
सोहने लगदे.....



sohne lgde ne mehal chabare jithe satsang lagde

sohane lagade ne mahal chabaare jithe satsang lagade

satsang de vich hire motee
vich gura di jag rahi jyotee
aao ral mil darshan kariye jithe satsang lagade
sohane lagade...

satsang de vich amarat barase
amarat barase ji amarat barase
aao ral mil pi laaie saare jithe satsang lagade
sohane lagade...

sohane lagade ne mahal chabaare jithe satsang lagade



sohne lgde ne mehal chabare jithe satsang lagde Lyrics





Bhajan Lyrics View All

कारे से लाल बनाए गयी रे,
गोरी बरसाने वारी
मुझे रास आ गया है, तेरे दर पे सर झुकाना
तुझे मिल गया पुजारी, मुझे मिल गया
मेरी करुणामयी सरकार पता नहीं क्या दे
क्या दे दे भई, क्या दे दे
ये सारे खेल तुम्हारे है
जग कहता खेल नसीबों का
कैसे जीऊं मैं राधा रानी तेरे बिना
मेरा मन ही न लगे श्यामा तेरे बिना
तेरी मुरली की धुन सुनने मैं बरसाने से
मैं बरसाने से आयी हूँ, मैं वृषभानु की
श्याम बंसी ना बुल्लां उत्ते रख अड़ेया
तेरी बंसी पवाडे पाए लख अड़ेया ।
मेरा अवगुण भरा रे शरीर,
हरी जी कैसे तारोगे, प्रभु जी कैसे
वृंदावन में हुकुम चले बरसाने वाली का,
कान्हा भी दीवाना है श्री श्यामा
मेरी रसना से राधा राधा नाम निकले,
हर घडी हर पल, हर घडी हर पल।
एक कोर कृपा की करदो स्वामिनी श्री
दासी की झोली भर दो लाडली श्री राधे॥
वृदावन जाने को जी चाहता है,
राधे राधे गाने को जी चाहता है,
तेरे दर की भीख से है,
मेरा आज तक गुज़ारा
जय शिव ओंकारा, ॐ जय शिव ओंकारा ।
ब्रह्मा, विष्णु, सदाशिव, अर्द्धांगी
हम प्रेम दीवानी हैं, वो प्रेम दीवाना।
ऐ उधो हमे ज्ञान की पोथी ना सुनाना॥
राधा नाम की लगाई फुलवारी, के पत्ता
के पत्ता पत्ता श्याम बोलता, के पत्ता
सांवरिया है सेठ ,मेरी राधा जी सेठानी
यह तो सारी दुनिया जाने है
सब के संकट दूर करेगी, यह बरसाने वाली,
बजाओ राधा नाम की ताली ।
श्याम बुलाये राधा नहीं आये,
आजा मेरी प्यारी राधे बागो में झूला
राधे तु कितनी प्यारी है ॥
तेरे संग में बांके बिहारी कृष्ण
जग में सुन्दर है दो नाम, चाहे कृष्ण कहो
बोलो राम राम राम, बोलो श्याम श्याम
शिव समा रहे मुझमें
और मैं शून्य हो रहा हूँ
कान्हा की दीवानी बन जाउंगी,
दीवानी बन जाउंगी मस्तानी बन जाउंगी,
वृन्दावन के बांके बिहारी,
हमसे पर्दा करो ना मुरारी ।
सब दुख दूर हुए जब तेरा नाम लिया
कौन मिटाए उसे जिसको राखे पिया
राधा कट दी है गलिआं दे मोड़ आज मेरे
श्याम ने आना घनश्याम ने आना
एक दिन वो भोले भंडारी बन कर के ब्रिज की
पारवती भी मना कर ना माने त्रिपुरारी,
दिल की हर धड़कन से तेरा नाम निकलता है
तेरे दर्शन को मोहन तेरा दास तरसता है
तेरा गम रहे सलामत मेरे दिल को क्या कमी
यही मेरी ज़िंदगी है, यही मेरी बंदगी है
तेरे बगैर सांवरिया जिया नही जाये
तुम आके बांह पकड लो तो कोई बात बने‌॥

New Bhajan Lyrics View All

मेरे मन हरि का ध्यान लगा,
क्यूँ उलझे तू व्यर्थ जगत में, उसका ही
वृन्दावन में हुकुम चले,
बरसाने वाली का,
जय शनि देव महाराज,
दया हम पर रखिये,
अम्बे रानी की जय जय बोल,
माँ भवानी की जय जय बोल...
फागण की मस्ती तेरे भक्तों में छाई है,
खाटू की माटी में खुशबू इतर की आई है॥