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बप्पा छोड़ चले मझदार बीच बुढ़ापे
अब क्या होगा गणराज बीच बुढ़ापे

बप्पा छोड़ चले मझदार बीच बुढ़ापे
अब क्या होगा गणराज बीच बुढ़ापे


संगमर का महल बनाया
कूलर पंखा उस में लगाया
बेटा और बह को उस में बिठाया
मेरी खटिया बहार बीच बढ़ापे में
अब क्या होगा.......
बप्पा छोड़ चले मझदार बीच बुढ़ापे...

मन मर्जी का खाना नहीं मिलता
जैसा मिलता खाना पड़ता
रोटी ऊपर अचार बीच बुढ़ापे में
बप्पा छोड़ चले मझदार बीच बुढ़ापे...

अब क्या होगापरला
बेटा नहीं सुनता बहू नहीं सुनती
बेटा हुआ गुलाम बीच बुढ़ापे में
अब क्या होगा....
बप्पा छोड़ चले मझदार बीच बुढ़ापे...

हाड़ भी सूरखा मांश भी सूखा
हम तो हुए बेकार बीच बुढ़ापे में
अब क्या होगा....
बप्पा छोड़ चले मझदार बीच बुढ़ापे...

जैसी करनी वैसी भरनी
अब तो अजा बप्पा की शरण में
वही करेंगे बेड़ा पार बीच बुढ़ापे में
अब क्या होगा.....
बप्पा छोड़ चले मझदार बीच बुढ़ापे...

बप्पा छोड़ चले मझदार बीच बुढ़ापे
अब क्या होगा गणराज बीच बुढ़ापे






bappa chhod chale mjhadaar beech budahaape
ab kya hoga ganaraaj beech budahaape

bappa chhod chale mjhadaar beech budahaape
ab kya hoga ganaraaj beech budahaape


sangamar ka mahal banaayaa
koolar pankha us me lagaayaa
beta aur bah ko us me bithaayaa
meri khatiya bahaar beech badahaape me
ab kya hogaa.......
bappa chhod chale mjhadaar beech budahaape...

man marji ka khaana nahi milataa
jaisa milata khaana padataa
roti oopar achaar beech budahaape me
bappa chhod chale mjhadaar beech budahaape...

ab kya hogaaparala
beta nahi sunata bahoo nahi sunatee
beta hua gulaam beech budahaape me
ab kya hogaa....
bappa chhod chale mjhadaar beech budahaape...

haad bhi soorkha maansh bhi sookhaa
ham to hue bekaar beech budahaape me
ab kya hogaa....
bappa chhod chale mjhadaar beech budahaape...

jaisi karani vaisi bharanee
ab to aja bappa ki sharan me
vahi karenge beda paar beech budahaape me
ab kya hogaa.....
bappa chhod chale mjhadaar beech budahaape...

bappa chhod chale mjhadaar beech budahaape
ab kya hoga ganaraaj beech budahaape






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