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चार दिनों का ताप ये कैसा फिर विपदा है लाई

चोंक चोराहो पर मौत खड़ी है श्मशानो में देखो भीड़ भरी है
कोई न अपना तेरा अगन लगाये तू क्यों इतराए
चार दिनों का ताप ये कैसा फिर विपदा है लाई

अर्थी तरस रही काँधे अपने
अपने पराये सारे झूठे सपने
करले यत्न अब अपना रे भाई ये विपदा है आई
चार दिनों का ताप ये कैसा फिर विपदा है लाई

अपने भी छुटे सारे सपने भी टूटे जग के जमेंले सारे पड़ गए झूठे
करले यत्न अब दुरी बना के ये विपदा है आई
चार दिनों का ताप ये कैसा फिर विपदा है लाई



chaar dino ka taap ye kaisa phir vipda hai laai

chonk choraaho par maut khadi hai shmshaano me dekho bheed bhari hai
koi n apana tera agan lagaaye too kyon itaraae
chaar dinon ka taap ye kaisa phir vipada hai laaee


arthi taras rahi kaandhe apane
apane paraaye saare jhoothe sapane
karale yatn ab apana re bhaai ye vipada hai aaee
chaar dinon ka taap ye kaisa phir vipada hai laaee

apane bhi chhute saare sapane bhi toote jag ke jamele saare pad ge jhoothe
karale yatn ab duri bana ke ye vipada hai aaee
chaar dinon ka taap ye kaisa phir vipada hai laaee

chonk choraaho par maut khadi hai shmshaano me dekho bheed bhari hai
koi n apana tera agan lagaaye too kyon itaraae
chaar dinon ka taap ye kaisa phir vipada hai laaee




chaar dino ka taap ye kaisa phir vipda hai laai Lyrics





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