जन्म श्री कृष्ण ने, लिया है जेल में,
मारने कंस को, खेल ही खेल में।
आया मथुरा से गोकुल में, देवकी का बाल,
बन गया एक दिन में, यशोदा का लाल.....-
प्यारा नन्द नंदन खाये, मिश्री माखन,
होगा जीवन सफल, ये उसी से मेल में,
जन्म श्री कृष्ण ने, लिया है जेल में,
मारने कंस को, खेल ही खेल में......
माँ यशोदा को देने बधाई अपार,
सारा गोकुल उमड़ आया नन्द जो के द्वार......-
नन्हा बालक मोहन सबका पालक मोहन,
सारी फुलवारी महक रही एक दिन में,
जन्म श्री कृष्ण ने, लिया है जेल में,
मारने कंस को, खेल ही खेल में.......
कृष्ण से हो मिलन तो हो जीवन सफल,
उसके दर्शन बिना मोरा मन है विकल......-
बाँट जोहूंगी मैं हठ ना छोडूंगी मैं,
प्राण बस्ते हैं मेरे छबीले छैल में,
जन्म श्री कृष्ण ने, लिया है जेल में,
मारने कंस को, खेल ही खेल में......
janm shri krishn ne, liya hai jel me,
maarane kans ko, khel hi khel me
aaya mthura se gokul me, devaki ka baal,
ban gaya ek din me, yashod ka laal...
pyaara nand nandan khaaye, mishri maakhan,
hoga jeevan sphal, ye usi se mel me,
janm shri krishn ne, liya hai jel me,
maarane kans ko, khel hi khel me...
ma yashod ko dene bdhaai apaar,
saara gokul umad aaya nand jo ke dvaar...
nanha baalak mohan sabaka paalak mohan,
saari phulavaari mahak rahi ek din me,
janm shri krishn ne, liya hai jel me,
maarane kans ko, khel hi khel me...
krishn se ho milan to ho jeevan sphal,
usake darshan bina mora man hai vikal...
baant johoongi mainhth na chhodoongi main,
praan baste hain mere chhabeele chhail me,
janm shri krishn ne, liya hai jel me,
maarane kans ko, khel hi khel me...
janm shri krishn ne, liya hai jel me,
maarane kans ko, khel hi khel me