Download Bhajan as .txt File Download Bhajan as IMAGE File

दर साई के चल तू संग मेरे चल,
वो सबका मलिक,

दर साई के चल तू संग मेरे चल,
वो सबका मलिक,
वो सबका दाता,
वो साई मौला,
वो एक मसीहा...


साईं नाम की जोत जगाले,
मिट जाएगा अँधेरा,
बन जाएगी बिगड़ी तेरी,
होगा नया सवेरा,
इस जीवन की हर मुश्किल हो जाएगी हल,
दर साई के चल...

देख ले चल के कैसे छलकें,
अमृत ​​की वो बूंदे,
भाग्य संवरते झोली भरते,
नयन ज़रा जो मूंदें,
दुख को सुख में जो बदले ऐसा है वो पल,
दर साई के चल...

दर साई के चल तू संग मेरे चल,
वो सबका मलिक,
वो सबका दाता,
वो साई मौला,
वो एक मसीहा...




dar saai ke chal too sang mere chal,
vo sabaka malik,

dar saai ke chal too sang mere chal,
vo sabaka malik,
vo sabaka daata,
vo saai maula,
vo ek maseehaa...


saaeen naam ki jot jagaale,
mit jaaega andhera,
ban jaaegi bigadi teri,
hoga naya savera,
is jeevan ki har mushkil ho jaaegi hal,
dar saai ke chal...

dekh le chal ke kaise chhalaken,
amarat ki vo boonde,
bhaagy sanvarate jholi bharate,
nayan zara jo moonden,
dukh ko sukh me jo badale aisa hai vo pal,
dar saai ke chal...

dar saai ke chal too sang mere chal,
vo sabaka malik,
vo sabaka daata,
vo saai maula,
vo ek maseehaa...








Bhajan Lyrics View All

ज़रा छलके ज़रा छलके वृदावन देखो
ज़रा हटके ज़रा हटके ज़माने से देखो
किशोरी कुछ ऐसा इंतजाम हो जाए।
जुबा पे राधा राधा राधा नाम हो जाए॥
तेरी मंद मंद मुस्कनिया पे ,बलिहार
तेरी मंद मंद मुस्कनिया पे ,बलिहार
प्रभु मेरे अवगुण चित ना धरो
समदर्शी प्रभु नाम तिहारो, चाहो तो पार
इक तारा वाजदा जी हर दम गोविन्द गोविन्द
जग ताने देंदा ए, तै मैनु कोई फरक नहीं
फूलों में सज रहे हैं, श्री वृन्दावन
और संग में सज रही है वृषभानु की
तमन्ना यही है के उड के बरसाने आयुं मैं
आके बरसाने में तेरे दिल की हसरतो को
मेरा अवगुण भरा शरीर, कहो ना कैसे
कैसे तारोगे प्रभु जी मेरो, प्रभु जी
हम हाथ उठाकर कह देंगे हम हो गये राधा
राधा राधा राधा राधा
जिंदगी एक किराये का घर है,
एक न एक दिन बदलना पड़ेगा॥
सारी दुनियां है दीवानी, राधा रानी आप
कौन है, जिस पर नहीं है, मेहरबानी आप की
तेरे दर पे आके ज़िन्दगी मेरी
यह तो तेरी नज़र का कमाल है,
श्यामा प्यारी मेरे साथ हैं,
फिर डरने की क्या बात है
जीवन खतम हुआ तो जीने का ढंग आया
जब शमा बुझ गयी तो महफ़िल में रंग आया
बृज के नंदलाला राधा के सांवरिया,
सभी दुःख दूर हुए, जब तेरा नाम लिया।
हम प्रेम दीवानी हैं, वो प्रेम दीवाना।
ऐ उधो हमे ज्ञान की पोथी ना सुनाना॥
मेरी रसना से राधा राधा नाम निकले,
हर घडी हर पल, हर घडी हर पल।
कैसे जीऊं मैं राधा रानी तेरे बिना
मेरा मन ही न लगे श्यामा तेरे बिना
बृज के नन्द लाला राधा के सांवरिया
सभी दुख: दूर हुए जब तेरा नाम लिया
नटवर नागर नंदा, भजो रे मन गोविंदा
शयाम सुंदर मुख चंदा, भजो रे मन गोविंदा
रंगीलो राधावल्लभ लाल, जै जै जै श्री
विहरत संग लाडली बाल, जै जै जै श्री
वृदावन जाने को जी चाहता है,
राधे राधे गाने को जी चाहता है,
मैं मिलन की प्यासी धारा
तुम रस के सागर रसिया हो
सज धज कर जिस दिन मौत की शहजादी आएगी,
ना सोना काम आएगा, ना चांदी आएगी।
शिव कैलाशों के वासी, धौलीधारों के राजा
शंकर संकट हारना, शंकर संकट हारना
तेरा पल पल बिता जाए रे
मुख से जप ले नमः शवाए
जा जा वे ऊधो तुरेया जा
दुखियाँ नू सता के की लैणा
मुँह फेर जिधर देखु मुझे तू ही नज़र आये
हम छोड़के दर तेरा अब और किधर जाये
जग में सुन्दर है दो नाम, चाहे कृष्ण कहो
बोलो राम राम राम, बोलो श्याम श्याम
कोई पकड़ के मेरा हाथ रे,
मोहे वृन्दावन पहुंच देओ ।

New Bhajan Lyrics View All

जबसे गयो वृंदावन छोड़ श्याम संग ना
ना खेली होली कन्हैया संग ना खेली होली,
मैं देखूं जिस ओर प्रभु जी...
सामने तेरी सूरतिया..
बन परदेसिया जे गइला शहर तू,
बिसरा के लोग आपन गाँव के घर तू,
गुरु जी बिना कोई काम न आवे,
कुल अभिमान मिटावे है
गोरा गोद में गणेशजी को लेकर निकली
लेके निकली रामा लेके निकली