⮪ All Stories / कथा / कहानियाँ

असली पुजारी कौन  [Moral Story]
आध्यात्मिक कहानी - Hindi Story (बोध कथा)

असली पुजारी कौन ?

एक विशाल मन्दिर था। उसके प्रधान पुजारीकी मृत्युके बाद मन्दिरके प्रबन्धकने नये पुजारीकी नियुक्तिके लिये घोषणा करायी और शर्त रखी कि जो कल सुबह मन्दिरमें आकर पूजाविषयक ज्ञानमें अपनेको श्रेष्ठ सिद्ध करेगा, उसे पुजारी रखा जायगा। यह घोषणा सुनकर अनेक पुजारी सुबह मन्दिरके लिये चल पड़े। मन्दिर पहाड़ीपर था और पहुँचनेका रास्ता काँटों एवं पत्थरोंसे भरा हुआ था। मार्गकी इन जटिलताओंसे किसी प्रकार बचकर ये सभी मन्दिर पहुँच गये। प्रबन्धकने सभीसे कुछ प्रश्न और मन्त्र पूछे। जब परीक्षा समाप्त होनेको थी, तभी एक युवा पुजारी वहाँ आया। वह पसीनेसे लथपथ था और उसके कपड़े भी फट गये थे। प्रबन्धकने देरीका कारण पूछा तो वह बोला-'घरसे तो बहुत जल्दी चला था, किंतु मन्दिरके रास्तेमें बहुत काँटे एवं पत्थर देखें तो उन्हें हटाने लगा, ताकि यात्रियोंको कष्ट न हो। इसीमें देर हो गयी। प्रबन्धकने उससे पूजाविधि और कुछ मन्त्र पूछे तो उसने बता दिये। प्रबन्धकने कहा- 'तुम ही आजसे इस मन्दिरके पुजारी हो।'
यह सुनकर अन्य पुजारी बोले-'पूजाविधि और मन्त्रोंका हमें भी ज्ञान है। फिर इसे ही क्यों पुजारी बनाया जा रहा है? इसमें ऐसा कौन-सा विशेष गुण है, जो हम सबमें नहीं है ?'
प्रबन्धकने कहा-'ज्ञान और अनुभव व्यक्तिगत होते हैं, जबकि मनुष्यता सदैव परोन्मुखी होती है। अपने स्वार्थकी बात तो पशु भी जानते हैं। किंतु सच्चा मनुष्य वह है, जो दूसरोंके लिये अपना सुख छोड़ दे। इस युवकने यही किया है। इसलिये यही सच्चा पुजारी है।'
प्रबन्धककी इस बातसे पुजारियोंको अपने प्रश्नकाउत्तर मिल गया।



You may also like these:



asalee pujaaree kauna

asalee pujaaree kaun ?

ek vishaal mandir thaa. usake pradhaan pujaareekee mrityuke baad mandirake prabandhakane naye pujaareekee niyuktike liye ghoshana karaayee aur shart rakhee ki jo kal subah mandiramen aakar poojaavishayak jnaanamen apaneko shreshth siddh karega, use pujaaree rakha jaayagaa. yah ghoshana sunakar anek pujaaree subah mandirake liye chal pada़e. mandir pahaada़eepar tha aur pahunchaneka raasta kaanton evan pattharonse bhara hua thaa. maargakee in jatilataaonse kisee prakaar bachakar ye sabhee mandir pahunch gaye. prabandhakane sabheese kuchh prashn aur mantr poochhe. jab pareeksha samaapt honeko thee, tabhee ek yuva pujaaree vahaan aayaa. vah paseenese lathapath tha aur usake kapada़e bhee phat gaye the. prabandhakane dereeka kaaran poochha to vah bolaa-'gharase to bahut jaldee chala tha, kintu mandirake raastemen bahut kaante evan patthar dekhen to unhen hataane laga, taaki yaatriyonko kasht n ho. iseemen der ho gayee. prabandhakane usase poojaavidhi aur kuchh mantr poochhe to usane bata diye. prabandhakane kahaa- 'tum hee aajase is mandirake pujaaree ho.'
yah sunakar any pujaaree bole-'poojaavidhi aur mantronka hamen bhee jnaan hai. phir ise hee kyon pujaaree banaaya ja raha hai? isamen aisa kauna-sa vishesh gun hai, jo ham sabamen naheen hai ?'
prabandhakane kahaa-'jnaan aur anubhav vyaktigat hote hain, jabaki manushyata sadaiv paronmukhee hotee hai. apane svaarthakee baat to pashu bhee jaanate hain. kintu sachcha manushy vah hai, jo doosaronke liye apana sukh chhoda़ de. is yuvakane yahee kiya hai. isaliye yahee sachcha pujaaree hai.'
prabandhakakee is baatase pujaariyonko apane prashnakaauttar mil gayaa.

95 Views





Bhajan Lyrics View All

लाली की सुनके मैं आयी
कीरत मैया दे दे बधाई
बृज के नंदलाला राधा के सांवरिया,
सभी दुःख दूर हुए, जब तेरा नाम लिया।
ना मैं मीरा ना मैं राधा,
फिर भी श्याम को पाना है ।
जिंदगी एक किराये का घर है,
एक न एक दिन बदलना पड़ेगा॥
मेरी करुणामयी सरकार, मिला दो ठाकुर से
कृपा करो भानु दुलारी, श्री राधे बरसाने
कहना कहना आन पड़ी मैं तेरे द्वार ।
मुझे चाकर समझ निहार ॥
श्याम तेरी बंसी पुकारे राधा नाम
लोग करें मीरा को यूँ ही बदनाम
सांवरियो है सेठ, म्हारी राधा जी सेठानी
यह तो जाने दुनिया सारी है
राधे मोरी बंसी कहा खो गयी,
कोई ना बताये और शाम हो गयी,
नी मैं दूध काहे नाल रिडका चाटी चो
लै गया नन्द किशोर लै गया,
प्रीतम बोलो कब आओगे॥
बालम बोलो कब आओगे॥
तुम रूठे रहो मोहन,
हम तुमको मन लेंगे
जा जा वे ऊधो तुरेया जा
दुखियाँ नू सता के की लैणा
तेरे दर पे आके ज़िन्दगी मेरी
यह तो तेरी नज़र का कमाल है,
राधिका गोरी से ब्रिज की छोरी से ,
मैया करादे मेरो ब्याह,
जय राधे राधे, राधे राधे
जय राधे राधे, राधे राधे
मीठे रस से भरी रे, राधा रानी लागे,
मने कारो कारो जमुनाजी रो पानी लागे
दुनिया का बन कर देख लिया, श्यामा का बन
राधा नाम में कितनी शक्ति है, इस राह पर
सांवरिया है सेठ ,मेरी राधा जी सेठानी
यह तो सारी दुनिया जाने है
ਮੇਰੇ ਕਰਮਾਂ ਵੱਲ ਨਾ ਵੇਖਿਓ ਜੀ,
ਕਰਮਾਂ ਤੋਂ ਸ਼ਾਰਮਾਈ ਹੋਈ ਆਂ
रंग डालो ना बीच बाजार
श्याम मैं तो मर जाऊंगी
मोहे आन मिलो श्याम, बहुत दिन बीत गए।
बहुत दिन बीत गए, बहुत युग बीत गए ॥
बहुत बड़ा दरबार तेरो बहुत बड़ा दरबार,
चाकर रखलो राधा रानी तेरा बहुत बड़ा
किसी को भांग का नशा है मुझे तेरा नशा है,
भोले ओ शंकर भोले मनवा कभी न डोले,
मुझे रास आ गया है,
तेरे दर पे सर झुकाना
तेरा गम रहे सलामत मेरे दिल को क्या कमी
यही मेरी ज़िंदगी है, यही मेरी बंदगी है
मैं तो तुम संग होरी खेलूंगी, मैं तो तुम
वा वा रे रासिया, वा वा रे छैला
हर पल तेरे साथ मैं रहता हूँ,
डरने की क्या बात? जब मैं बैठा हूँ
साँवरिया ऐसी तान सुना,
ऐसी तान सुना मेरे मोहन, मैं नाचू तू गा ।
कैसे जीऊं मैं राधा रानी तेरे बिना
मेरा मन ही न लगे श्यामा तेरे बिना

New Bhajan Lyrics View All

अकाल मृत्यु वो मरे जो काम करे चांडाल
काल भी उसका क्या करे जो भक्त हो महाकाल
गुरु चरण कमल बलिहारी रे,
मेरे मन की दुविधा टारी रे...
श्यामा तेरिया यादा मेरे कोल रह गाईया,
लिखिया नसीबा दिया झोली विच पै गईया...
विनती सुनले, अंजनी के लाला हनुमान रे,
तुम्हे सुनाऊं, दुख से भरी ये दास्तान
कैसे मिलन हो तेरा मोहन जरा बता दे,
मुझको मेरे कर्म की ऐसी तो ना सजा दे...