Download Bhajan as .txt File Download Bhajan as IMAGE File

Aanand Mangal Karu Aarti, Hari Guru Santan Ki Sevaa (2)



Aanand Mangal Karu Aarti

Aanand Mangal Karu Aarti, Hari Guru Santan Ki Sevaa (2)

Prem Dhari Mandir Padharaavu, Sundar Sukhadaa Levaa
Aanand Mangal Karu Aarti, Hari Guru Santan Ki Sevaa

Ratna Sinhaasan Aap Biraajo, Devaa Dhi Cho Devaa
Aanand Mangal Karu Aarti, Hari Guru Santan Ki Sevaa

Maare Aangane Tulsi No Kiyaaro, Shaaligraamani Sevaa
Aanand Mangal Karu Aarti, Hari Guru Santan Ki Sevaa

Santa Male To Kariye Sewa Guruji Male Toh Mitha Meva
Aanand Mangal Karu Aarti, Hari Guru Santan Ki Sevaa

Adasat Tirath Guruji Ne Charane, Gangaa Jamanaa Revaa
Aanand Mangal Karu Aarti, Hari Guru Santan Ki Sevaa

Kahe Pritam Ene Orakhe Indhaane, Hari Naa Jan Hari Jevaa
Aanand Mangal Karu Aarti, Hari Guru Santan Ki Sevaa







Bhajan Lyrics View All

कैसे जीऊं मैं राधा रानी तेरे बिना
मेरा मन ही न लगे श्यामा तेरे बिना
श्यामा तेरे चरणों की गर धूल जो मिल
सच कहता हूँ मेरी तकदीर बदल जाए॥
तमन्ना यही है के उड के बरसाने आयुं मैं
आके बरसाने में तेरे दिल की हसरतो को
वृदावन जाने को जी चाहता है,
राधे राधे गाने को जी चाहता है,
श्याम बंसी ना बुल्लां उत्ते रख अड़ेया
तेरी बंसी पवाडे पाए लख अड़ेया ।
सज धज कर जिस दिन मौत की शहजादी आएगी,
ना सोना काम आएगा, ना चांदी आएगी।
कोई कहे गोविंदा कोई गोपाला,
मैं तो कहूँ सांवरिया बांसुरी वाला ।
राधा कट दी है गलिआं दे मोड़ आज मेरे
श्याम ने आना घनश्याम ने आना
श्याम हमारे दिल से पूछो, कितना तुमको
याद में तेरी मुरली वाले, जीवन यूँ ही
हम प्रेम दीवानी हैं, वो प्रेम दीवाना।
ऐ उधो हमे ज्ञान की पोथी ना सुनाना॥
मुझे रास आ गया है, तेरे दर पे सर झुकाना
तुझे मिल गया पुजारी, मुझे मिल गया
सावरे से मिलने का सत्संग ही बहाना है ।
सारे दुःख दूर हुए, दिल बना दीवाना है ।
मेरा अवगुण भरा शरीर, कहो ना कैसे
कैसे तारोगे प्रभु जी मेरो, प्रभु जी
वास देदो किशोरी जी बरसाना,
छोडो छोडो जी छोडो जी तरसाना ।
तेरे दर पे आके ज़िन्दगी मेरी
यह तो तेरी नज़र का कमाल है,
किसी को भांग का नशा है मुझे तेरा नशा है,
भोले ओ शंकर भोले मनवा कभी न डोले,
मैं मिलन की प्यासी धारा
तुम रस के सागर रसिया हो
राधा नाम की लगाई फुलवारी, के पत्ता
के पत्ता पत्ता श्याम बोलता, के पत्ता
ज़री की पगड़ी बाँधे, सुंदर आँखों वाला,
कितना सुंदर लागे बिहारी कितना लागे
जा जा वे ऊधो तुरेया जा
दुखियाँ नू सता के की लैणा
कैसे जिऊ मैं राधा रानी तेरे बिना
मेरा मन ही ना लागे तुम्हारे बिना
हम प्रेम नगर के बंजारिन है
जप ताप और साधन क्या जाने
वृंदावन में हुकुम चले बरसाने वाली का,
कान्हा भी दीवाना है श्री श्यामा
श्याम तेरी बंसी पुकारे राधा नाम
लोग करें मीरा को यूँ ही बदनाम
रंग डालो ना बीच बाजार
श्याम मैं तो मर जाऊंगी
तेरा गम रहे सलामत मेरे दिल को क्या कमी
यही मेरी ज़िंदगी है, यही मेरी बंदगी है
ना मैं मीरा ना मैं राधा,
फिर भी श्याम को पाना है ।
मुझे रास आ गया है,
तेरे दर पे सर झुकाना
फूलों में सज रहे हैं, श्री वृन्दावन
और संग में सज रही है वृषभानु की
इक तारा वाजदा जी हर दम गोविन्द गोविन्द
जग ताने देंदा ए, तै मैनु कोई फरक नहीं

New Bhajan Lyrics View All

भोले तेरी माया अजब निराली है,
अजब निराली है,
मुलाकात आखरी, करले मेरे साँवरे
अगले जन्म में मिलना, मुझसे ओ साँवरे
कोई काही में मगन कोई काही मे मगन,
मेरी लगी है लगन मै तो हरि में मगन...
सबना दा रखवाला ओ शिवजी,
डमरूवा वाला जी, डमरूवा वाला,
इस कलयुग का देव निराला,
अपना प्रिय बजरंगी बाला