Download Bhajan as .txt File Download Bhajan as IMAGE File

पितृ गायत्री मंत्र

ॐ देवताभ्यः पितृभ्यश्च महायोगिभ्य एव च ।
नमः स्वाहायै स्वाधायै नित्यमेव नमो नमः ॥
ॐ पितृभ्यो नमः ॥



om devataabhyah pitarabhyashch mahaayogibhy ev ch .
namah svaahaayai svaadhaayai nityamev namo namah ..

om devataabhyah pitarabhyashch mahaayogibhy ev ch .
namah svaahaayai svaadhaayai nityamev namo namah ..
om pitarabhyo namah ..







Bhajan Lyrics View All

कैसे जीऊं मैं राधा रानी तेरे बिना
मेरा मन ही न लगे श्यामा तेरे बिना
जा जा वे ऊधो तुरेया जा
दुखियाँ नू सता के की लैणा
हो मेरी लाडो का नाम श्री राधा
श्री राधा श्री राधा, श्री राधा श्री
हम प्रेम दीवानी हैं, वो प्रेम दीवाना।
ऐ उधो हमे ज्ञान की पोथी ना सुनाना॥
मुझे चाहिए बस सहारा तुम्हारा,
के नैनों में गोविन्द नज़ारा तुम्हार
बृज के नन्द लाला राधा के सांवरिया
सभी दुख: दूर हुए जब तेरा नाम लिया
श्याम हमारे दिल से पूछो, कितना तुमको
याद में तेरी मुरली वाले, जीवन यूँ ही
दुनिया से मैं हारा तो आया तेरे द्वार,
यहाँ से गर जो हरा कहाँ जाऊँगा सरकार
मेरा अवगुण भरा शरीर, कहो ना कैसे
कैसे तारोगे प्रभु जी मेरो, प्रभु जी
दुनिया का बन कर देख लिया, श्यामा का बन
राधा नाम में कितनी शक्ति है, इस राह पर
श्यामा प्यारी मेरे साथ हैं,
फिर डरने की क्या बात है
श्याम बुलाये राधा नहीं आये,
आजा मेरी प्यारी राधे बागो में झूला
लाली की सुनके मैं आयी
कीरत मैया दे दे बधाई
एक कोर कृपा की करदो स्वामिनी श्री
दासी की झोली भर दो लाडली श्री राधे॥
कहना कहना आन पड़ी मैं तेरे द्वार ।
मुझे चाकर समझ निहार ॥
तीनो लोकन से न्यारी राधा रानी हमारी।
राधा रानी हमारी, राधा रानी हमारी॥
नी मैं दूध काहे नाल रिडका चाटी चो
लै गया नन्द किशोर लै गया,
रंग डालो ना बीच बाजार
श्याम मैं तो मर जाऊंगी
मेरी करुणामयी सरकार, मिला दो ठाकुर से
कृपा करो भानु दुलारी, श्री राधे बरसाने
नगरी हो अयोध्या सी,रघुकुल सा घराना हो
चरन हो राघव के,जहा मेरा ठिकाना हो
राधे राधे बोल, राधे राधे बोल,
बरसाने मे दोल, के मुख से राधे राधे बोल,
ज़रा छलके ज़रा छलके वृदावन देखो
ज़रा हटके ज़रा हटके ज़माने से देखो
तेरे दर की भीख से है,
मेरा आज तक गुज़ारा
बाँस की बाँसुरिया पे घणो इतरावे,
कोई सोना की जो होती, हीरा मोत्यां की जो
श्यामा तेरे चरणों की गर धूल जो मिल
सच कहता हूँ मेरी तकदीर बदल जाए॥
जगत में किसने सुख पाया
जो आया सो पछताया, जगत में किसने सुख
बोल कान्हा बोल गलत काम कैसे हो गया,
बिना शादी के तू राधे श्याम कैसे हो गया
सारी दुनियां है दीवानी, राधा रानी आप
कौन है, जिस पर नहीं है, मेहरबानी आप की
हम प्रेम नगर के बंजारिन है
जप ताप और साधन क्या जाने
बृज के नंदलाला राधा के सांवरिया,
सभी दुःख दूर हुए, जब तेरा नाम लिया।

New Bhajan Lyrics View All

घर आएं हैं लक्ष्मण राम,
अयोध्या नगरी फूल रही॥
गाइये गणपति सुबहो शाम,
मंगलमूर्ति मंगलकारी,
काम चले ना चाँदी से, काम चले ना सोने से,
अब तो काम चले मेरा बाबा का दर्शन होने
शेर पे होके सवार मैया रानी आ जाइये,
री मैया रानी आ जाइये जय हो,
श्री श्याम धनी की जिस घर में,
ये ज्योत जगाई जाती है,