⮪ All Stories / कथा / कहानियाँ

सत्यवादितासे उन्नति  [Hindi Story]
Moral Story - Moral Story (शिक्षदायक कहानी)

पोप पाइस नवमको एक दिन विचित्र पत्र मिला जिसमें स्याहीके अनेक धब्बे थे। बहुत-सी भूलें थीं। कागज अत्यन्त मैला था। उसे रोमके अड़ोस-पड़ोसके एक गाँवमें रहनेवाले वालकने भेजा था और मृत्युशय्यापर पड़ी हुई माँकी सेवा-शुश्रूषा और दवाके लिये सहायता माँगी थी। बालकने अत्यन्त असहाय स्थितिमें पत्र लिखा था; उसके पास एक पैसा भी नहीं था; जो कुछ था सो पहले ही समाप्त हो चुका था, उसे विश्वास था कि धर्मगुरु और ईश्वरके परम भक्त होनेके नाते पोप अवश्य सहायता करेंगे।

'मैं पोपसे मिलना चाहता हूँ।' बालकने पोपके निवास स्थानपर पहुँचकर द्वारपालको पत्रोत्तर दिखाया था, जिसमें पोपने दूसरे दिन सबेरे मिलनेकी इच्छा प्रकट की थी। पोप बड़े उदार थे। उन्होंने बालकको एक स्वर्णमुद्रा दी। उसकी ओर बड़े स्नेहसे देखकर कहा कि 'शीघ्र ही घर जाकर माँका यथाविधि उपचार करो।' 'पर यह तो केवल बीस ही लाइर का है। इतनेसे काम न चलेगा।' बालकके नयनोंमें करुण याचना थी। 'क्षमा करो, भाई! मुझे तुम्हारे पत्रका स्मरण ही नहीं रहा।' पोपने एक मुद्रा और दी।

'पर यह तो मेरी आवश्यकतासे अधिक है। मेरे पास फुटकर सिक्के भी नहीं हैं; कल सबेरे शेष पैसे अवश्य लौटा दूँगा।' बालकने पोपको धन्यवाद दिया और चला गया।


दूसरे दिन सबेरे-सबेरे वह पोपके सामने अपने वचनके अनुसार उपस्थित हुआ। शेष पैसे लौटाने ही जा रहा था कि पोपने उसकी सत्यवादिताकी बड़ी प्रशंसा की। उन्होंने बालकके आनेके पहले ही अपना विशेषसेवक भेजकर बालक और उसकी माँकी स्थितिका पता लगा लिया था। वे बालकको देखकर बहुत प्रसन्न हुए ।

'मैंने तुम्हारी शिक्षा और माताकी सेवा-शुश्रूषाकीपूरी-पूरी व्यवस्था कर दी है।' पोप पाइसने बालकको आश्वासन दिया। उनकी कृपासे बालकने आगे चलकर बड़ा नाम

कमाया। रा0 श्री0



You may also like these:

बोध कथा रँगी लोमड़ी
हिन्दी कहानी बलिप्रथा अधर्म है
आध्यात्मिक कथा दसवें तुम्हीं हो!
हिन्दी कहानी सर्वोत्तम धन
छोटी सी कहानी सदाचारसे कल्याण
आध्यात्मिक कथा सच्ची दृष्टि
हिन्दी कहानी बासी अन्न


satyavaaditaase unnati

pop paais navamako ek din vichitr patr mila jisamen syaaheeke anek dhabbe the. bahuta-see bhoolen theen. kaagaj atyant maila thaa. use romake ada़osa-pada़osake ek gaanvamen rahanevaale vaalakane bheja tha aur mrityushayyaapar pada़ee huee maankee sevaa-shushroosha aur davaake liye sahaayata maangee thee. baalakane atyant asahaay sthitimen patr likha thaa; usake paas ek paisa bhee naheen thaa; jo kuchh tha so pahale hee samaapt ho chuka tha, use vishvaas tha ki dharmaguru aur eeshvarake param bhakt honeke naate pop avashy sahaayata karenge.

'main popase milana chaahata hoon.' baalakane popake nivaas sthaanapar pahunchakar dvaarapaalako patrottar dikhaaya tha, jisamen popane doosare din sabere milanekee ichchha prakat kee thee. pop bada़e udaar the. unhonne baalakako ek svarnamudra dee. usakee or bada़e snehase dekhakar kaha ki 'sheeghr hee ghar jaakar maanka yathaavidhi upachaar karo.' 'par yah to keval bees hee laair ka hai. itanese kaam n chalegaa.' baalakake nayanonmen karun yaachana thee. 'kshama karo, bhaaee! mujhe tumhaare patraka smaran hee naheen rahaa.' popane ek mudra aur dee.

'par yah to meree aavashyakataase adhik hai. mere paas phutakar sikke bhee naheen hain; kal sabere shesh paise avashy lauta doongaa.' baalakane popako dhanyavaad diya aur chala gayaa.


doosare din sabere-sabere vah popake saamane apane vachanake anusaar upasthit huaa. shesh paise lautaane hee ja raha tha ki popane usakee satyavaaditaakee bada़ee prashansa kee. unhonne baalakake aaneke pahale hee apana visheshasevak bhejakar baalak aur usakee maankee sthitika pata laga liya thaa. ve baalakako dekhakar bahut prasann hue .

'mainne tumhaaree shiksha aur maataakee sevaa-shushrooshaakeepooree-pooree vyavastha kar dee hai.' pop paaisane baalakako aashvaasan diyaa. unakee kripaase baalakane aage chalakar bada़a naama

kamaayaa. raa0 shree0

88 Views





Bhajan Lyrics View All

साँवरिया ऐसी तान सुना,
ऐसी तान सुना मेरे मोहन, मैं नाचू तू गा ।
लाडली अद्बुत नज़ारा तेरे बरसाने में
लाडली अब मन हमारा तेरे बरसाने में है।
जिंदगी एक किराये का घर है,
एक न एक दिन बदलना पड़ेगा॥
राधे राधे बोल, श्याम भागे चले आयंगे।
एक बार आ गए तो कबू नहीं जायेंगे ॥
जीवन खतम हुआ तो जीने का ढंग आया
जब शमा बुझ गयी तो महफ़िल में रंग आया
बहुत बड़ा दरबार तेरो बहुत बड़ा दरबार,
चाकर रखलो राधा रानी तेरा बहुत बड़ा
श्याम तेरी बंसी पुकारे राधा नाम
लोग करें मीरा को यूँ ही बदनाम
मेरा अवगुण भरा रे शरीर,
हरी जी कैसे तारोगे, प्रभु जी कैसे
सज धज कर जिस दिन मौत की शहजादी आएगी,
ना सोना काम आएगा, ना चांदी आएगी।
राधा कट दी है गलिआं दे मोड़ आज मेरे
श्याम ने आना घनश्याम ने आना
दिल की हर धड़कन से तेरा नाम निकलता है
तेरे दर्शन को मोहन तेरा दास तरसता है
हम हाथ उठाकर कह देंगे हम हो गये राधा
राधा राधा राधा राधा
राधे तेरे चरणों की अगर धूल जो मिल जाए
सच कहता हू मेरी तकदीर बदल जाए
हर साँस में हो सुमिरन तेरा,
यूँ बीत जाये जीवन मेरा
हरी नाम नहीं तो जीना क्या
अमृत है हरी नाम जगत में,
सारी दुनियां है दीवानी, राधा रानी आप
कौन है, जिस पर नहीं है, मेहरबानी आप की
फूलों में सज रहे हैं, श्री वृन्दावन
और संग में सज रही है वृषभानु की
ज़रा छलके ज़रा छलके वृदावन देखो
ज़रा हटके ज़रा हटके ज़माने से देखो
मैं तो तुम संग होरी खेलूंगी, मैं तो तुम
वा वा रे रासिया, वा वा रे छैला
कान्हा की दीवानी बन जाउंगी,
दीवानी बन जाउंगी मस्तानी बन जाउंगी,
मुँह फेर जिधर देखु मुझे तू ही नज़र आये
हम छोड़के दर तेरा अब और किधर जाये
मेरे जीवन की जुड़ गयी डोर, किशोरी तेरे
किशोरी तेरे चरणन में, महारानी तेरे
जग में सुन्दर है दो नाम, चाहे कृष्ण कहो
बोलो राम राम राम, बोलो श्याम श्याम
हम प्रेम दीवानी हैं, वो प्रेम दीवाना।
ऐ उधो हमे ज्ञान की पोथी ना सुनाना॥
लाली की सुनके मैं आयी
कीरत मैया दे दे बधाई
कोई कहे गोविंदा कोई गोपाला,
मैं तो कहूँ सांवरिया बांसुरी वाला ।
फाग खेलन बरसाने आये हैं, नटवर नंद
फाग खेलन बरसाने आये हैं, नटवर नंद
तेरा गम रहे सलामत मेरे दिल को क्या कमी
यही मेरी ज़िंदगी है, यही मेरी बंदगी है
आँखों को इंतज़ार है सरकार आपका
ना जाने होगा कब हमें दीदार आपका
नगरी हो अयोध्या सी,रघुकुल सा घराना हो
चरन हो राघव के,जहा मेरा ठिकाना हो

New Bhajan Lyrics View All

गणपति को लग गयी नज़रिया कोई कजरा लगा
जरा धीरे धीरे गाड़ी हांको,
मेरे राम गाड़ी वाले,
राम नाम की धुन पर नाचे, होकर के ये
हर संकट में साथ निभाता, ये मेरा
ना राम नाम लीनो तन्ने भरी जवानी में,
तू डूब के मर जा रे चुल्लू भर पानी में,
जन्म दिन श्याम का आया,
नगर में आनंद छाया,