⮪ All Stories / कथा / कहानियाँ

भाव सच्चा होना चाहिये  [Spiritual Story]
प्रेरक कहानी - बोध कथा (प्रेरक कहानी)

प्रसिद्ध संत महात्मा रूपकलाजीके बचपनकी बात है। वे उस समय प्रारम्भिक शिक्षा प्राप्त कर रहे थे। वे अपने दो- तीन मित्रोंके साथ नदी स्नानके लिये जाया करते थे। एक दिन वे अपने दो मित्रोंके साथ नदीमें स्नान कर रहे थे कि अचानक सरिताका वेग बढ़ आया, लहरें उठने लगीं और उनके साथी नन्दकुमार बाबू मध्य धाराकी ओर बढ़ चले।

'प्रभो! आपने यह क्या किया। मैं घर जाकर नन्दकुमारके माता-पिताको क्या उत्तर दूँगा। क्या आप चाहते हैं कि मेरा अपयश हो ?' वे श्रीसीतारामका स्मरणकरने लगे, जोर-जोरसे भगवान्का परम मधुर नाम लेने लगे। भगवान् तो भावके भूखे हैं, सच्चे भाव और निष्कपट व्यवहारसे वे दयामय बहुत प्रसन्न होते हैं। इधर भगवानसहाय गिड़गिड़ाये और उधर जलका वेग शान्त होने लगा। देखते-ही-देखते किसी अदृश्य शक्तिकी प्रेरणासे नन्दकुमार बाबूको लहरोंने किनारेपर फेंक दिया। वे अचेत थे।

रूपकला जोर-जोरसे भगवन्नाम-कीर्तन करने लगे। उनके सच्चे भावने नन्दकुमार बाबूको नया जीवन प्रदान किया ।

- रा0 श्री0



You may also like these:

हिन्दी कहानी कामासक्तिमे विनाश
हिन्दी कथा कृतज्ञताका मूल्य
आध्यात्मिक कहानी टूनलालको कौन मार सकता है
हिन्दी कहानी दयालुता
आध्यात्मिक कहानी परात्पर तत्त्वकी शिशुलीला
हिन्दी कहानी पार्वतीकी परीक्षा
आध्यात्मिक कहानी महत्त्वपूर्ण दान


bhaav sachcha hona chaahiye

prasiddh sant mahaatma roopakalaajeeke bachapanakee baat hai. ve us samay praarambhik shiksha praapt kar rahe the. ve apane do- teen mitronke saath nadee snaanake liye jaaya karate the. ek din ve apane do mitronke saath nadeemen snaan kar rahe the ki achaanak saritaaka veg badha़ aaya, laharen uthane lageen aur unake saathee nandakumaar baaboo madhy dhaaraakee or badha़ chale.

'prabho! aapane yah kya kiyaa. main ghar jaakar nandakumaarake maataa-pitaako kya uttar doongaa. kya aap chaahate hain ki mera apayash ho ?' ve shreeseetaaraamaka smaranakarane lage, jora-jorase bhagavaanka param madhur naam lene lage. bhagavaan to bhaavake bhookhe hain, sachche bhaav aur nishkapat vyavahaarase ve dayaamay bahut prasann hote hain. idhar bhagavaanasahaay gida़gida़aaye aur udhar jalaka veg shaant hone lagaa. dekhate-hee-dekhate kisee adrishy shaktikee preranaase nandakumaar baabooko laharonne kinaarepar phenk diyaa. ve achet the.

roopakala jora-jorase bhagavannaama-keertan karane lage. unake sachche bhaavane nandakumaar baabooko naya jeevan pradaan kiya .

- raa0 shree0

2511 Views





Bhajan Lyrics View All

सांवरियो है सेठ, म्हारी राधा जी सेठानी
यह तो जाने दुनिया सारी है
सब दुख दूर हुए जब तेरा नाम लिया
कौन मिटाए उसे जिसको राखे पिया
हर साँस में हो सुमिरन तेरा,
यूँ बीत जाये जीवन मेरा
ऐसी होली तोहे खिलाऊँ
दूध छटी को याद दिलाऊँ
ये तो बतादो बरसानेवाली,मैं कैसे
तेरी कृपा से है यह जीवन है मेरा,कैसे
हो मेरी लाडो का नाम श्री राधा
श्री राधा श्री राधा, श्री राधा श्री
मुझे चढ़ गया राधा रंग रंग, मुझे चढ़ गया
श्री राधा नाम का रंग रंग, श्री राधा नाम
मोहे आन मिलो श्याम, बहुत दिन बीत गए।
बहुत दिन बीत गए, बहुत युग बीत गए ॥
मेरे जीवन की जुड़ गयी डोर, किशोरी तेरे
किशोरी तेरे चरणन में, महारानी तेरे
यशोमती मैया से बोले नंदलाला,
राधा क्यूँ गोरी, मैं क्यूँ काला
किसी को भांग का नशा है मुझे तेरा नशा है,
भोले ओ शंकर भोले मनवा कभी न डोले,
साँवरिया ऐसी तान सुना,
ऐसी तान सुना मेरे मोहन, मैं नाचू तू गा ।
हरी नाम नहीं तो जीना क्या
अमृत है हरी नाम जगत में,
प्रभु कर कृपा पावँरी दीन्हि
सादर भारत शीश धरी लीन्ही
फाग खेलन बरसाने आये हैं, नटवर नंद
फाग खेलन बरसाने आये हैं, नटवर नंद
सब के संकट दूर करेगी, यह बरसाने वाली,
बजाओ राधा नाम की ताली ।
नटवर नागर नंदा, भजो रे मन गोविंदा
शयाम सुंदर मुख चंदा, भजो रे मन गोविंदा
कोई कहे गोविंदा कोई गोपाला,
मैं तो कहूँ सांवरिया बांसुरी वाला ।
रंगीलो राधावल्लभ लाल, जै जै जै श्री
विहरत संग लाडली बाल, जै जै जै श्री
मीठी मीठी मेरे सांवरे की मुरली बाजे,
होकर श्याम की दीवानी राधा रानी नाचे
कैसे जीऊं मैं राधा रानी तेरे बिना
मेरा मन ही न लगे श्यामा तेरे बिना
तेरे दर पे आके ज़िन्दगी मेरी
यह तो तेरी नज़र का कमाल है,
सांवरे से मिलने का, सत्संग ही बहाना है,
चलो सत्संग में चलें, हमें हरी गुण गाना
वृंदावन में हुकुम चले बरसाने वाली का,
कान्हा भी दीवाना है श्री श्यामा
सारी दुनियां है दीवानी, राधा रानी आप
कौन है, जिस पर नहीं है, मेहरबानी आप की
राधे तु कितनी प्यारी है ॥
तेरे संग में बांके बिहारी कृष्ण
लाडली अद्बुत नज़ारा तेरे बरसाने में
लाडली अब मन हमारा तेरे बरसाने में है।
मेरी करुणामयी सरकार पता नहीं क्या दे
क्या दे दे भई, क्या दे दे
किशोरी कुछ ऐसा इंतजाम हो जाए।
जुबा पे राधा राधा राधा नाम हो जाए॥
बाँस की बाँसुरिया पे घणो इतरावे,
कोई सोना की जो होती, हीरा मोत्यां की जो

New Bhajan Lyrics View All

सुनो सुनो हनुमान जी,
एक जरुरी काम जी,
किन्हीं आज्ञा पाल किन्हीं देह लाल
जय बजरंग बली हनुमान कहलाते हैं सेवक रा
चल चैला चल दुर कहीं चल, दुनिया की भीड़
चल बाबा चल दुर कहीं चल, दुनिया की भीड़
मैं पागल बृज़ धाम का, दास श्यामा श्याम
चरणं सुखदाई, युगल सरकार के,
ऐहसान तेरा कैसे उतारे,
जीते है बाबा हम तो तेरे सहारे,