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दयालुता  [हिन्दी कहानी]
हिन्दी कथा - हिन्दी कथा (Story To Read)

स्वर्गीय श्रीयुत सी0 वाई0 चिन्तामणिने महामना मालवीयजीके सम्बन्धमें कहा था वे सिरसे पैरतक हृदय-ही-हृदय हैं।'

महामनाके शिक्षाकालकी घटना है। उन्होंने देखा कि एक कुत्तेके कानके समीप घाव हो गया है, वह पीड़ासे छटपटाता कुत्ता इधर से उधर भाग रहा है। ऐसे घावसे सड़े कुत्ते हम-आप देखते ही रहते हैं, देखकर उधरसे मुख फेर लेते हैं; किंतु मालवीयजी ऐसा नहीं कर सके। उन्होंने अपना काम छोड़ा और दौड़े गये औषधालयमें। वैद्यजीने उनकी बातें सुनीं।

दवा तो दे दी वैद्यजीने, पर वे बोले-'मदनमोहन। ऐसेकुत्ते प्राय: पागल हो जाते हैं, छूनेपर काट लेते हैं। तुम इस खतरेमें न पड़ो तो अच्छा है।'

मालवीयजी ऐसी सम्मति कब सुननेवाले थे। उन्होंने औषध ली, एक लंबे बाँसमें कपड़ा लपेटा और कुत्तेको ढूँढ़ने लगे। कुत्ता एक सँकरी गलीमें बैठ गया। था। मालवीयजी बाँस लेकर डट गये दवा लगाने में। कुत्ता गुर्राता था, दाँत निकालता था, झपटनेका ढंग भी बनाता था; किंतु मालवीयजी बिना झिझके लगे रहे। औषध भलीभाँति लग जानेसे कुत्तेकी पीड़ा कम हुई और वह सो गया, मालवीयजीको शान्ति मिली।

- सु0 सिंह



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dayaalutaa

svargeey shreeyut see0 vaaee0 chintaamanine mahaamana maalaveeyajeeke sambandhamen kaha tha ve sirase pairatak hridaya-hee-hriday hain.'

mahaamanaake shikshaakaalakee ghatana hai. unhonne dekha ki ek kutteke kaanake sameep ghaav ho gaya hai, vah peeda़aase chhatapataata kutta idhar se udhar bhaag raha hai. aise ghaavase sada़e kutte hama-aap dekhate hee rahate hain, dekhakar udharase mukh pher lete hain; kintu maalaveeyajee aisa naheen kar sake. unhonne apana kaam chhoda़a aur dauड़e gaye aushadhaalayamen. vaidyajeene unakee baaten suneen.

dava to de dee vaidyajeene, par ve bole-'madanamohana. aisekutte praaya: paagal ho jaate hain, chhoonepar kaat lete hain. tum is khataremen n pada़o to achchha hai.'

maalaveeyajee aisee sammati kab sunanevaale the. unhonne aushadh lee, ek lanbe baansamen kapada़a lapeta aur kutteko dhoondha़ne lage. kutta ek sankaree galeemen baith gayaa. thaa. maalaveeyajee baans lekar dat gaye dava lagaane men. kutta gurraata tha, daant nikaalata tha, jhapataneka dhang bhee banaata thaa; kintu maalaveeyajee bina jhijhake lage rahe. aushadh bhaleebhaanti lag jaanese kuttekee peeda़a kam huee aur vah so gaya, maalaveeyajeeko shaanti milee.

- su0 sinha

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