⮪ All Stories / कथा / कहानियाँ

प्रार्थनाका प्रभाव  [हिन्दी कथा]
Shikshaprad Kahani - Spiritual Story (शिक्षदायक कहानी)

लूसाने तंबाकू पीनेकी आदत छोड़नेका अमित प्रयत्न किया, पर वह सफल न हो सकी। चालीस सालकी अवस्थामें पहुँचनेपर उसका मन तंबाकू पीनेमें इतना आसक्त हो गया कि उसे अन्य कोई पदार्थ अच्छा ही नहीं लगता था। वह अनवरत बहुत समयतक भगवान्से प्रार्थना करती रही, पर इस निकृष्ट व्यसनसे अपना पीछा न छुड़ा सकी। उसके मनमें विश्वास था कि भगवान् नित्यप्रति मेरी प्रार्थना सुनते हैं और किसी न-किसी दिन वे मुझे अपनी कृपासे धन्य करेंगे ही वह नित्य एकान्तमें बैठकर घंटों कहा करती थी- 'हे भगवन्! मैं अपनी कमजोरियोंपर आजतक विजय नहीं प्राप्त कर सकी; मैं बहुत दुःखी और चिन्तित हूँ।'एक दिन लूसा आग ताप रही थी कि अचानक उसने आवाज सुनी—'तंबाकू पीना बंद करो।' 'क्या मेरे व्यसनका अन्त हो जायगा ?' लूसाके मुखसे शब्द निकल पड़े। वह चौंक उठी।

'लूसा तंबाकू पीना बंद करो। हुक्का अलग रख दो।' आवाज उसके कानोंके अत्यन्त निकट आ गयी। लूसा उठ पड़ी। उसने हुक्का अंगीठीके निकट ही काठकी एक आलमारीपर रख दिया। उसने सदाके लिये तंबाकू पीनेका त्याग कर दिया। तंबाकू पीनेवालोंको देखकर या उसकी गन्धसे भी वह कभी तंबाकूकी ओर आकृष्ट नहीं हो सकी।

- रा0 श्री0



You may also like these:



praarthanaaka prabhaava

loosaane tanbaakoo peenekee aadat chhoda़neka amit prayatn kiya, par vah saphal n ho sakee. chaalees saalakee avasthaamen pahunchanepar usaka man tanbaakoo peenemen itana aasakt ho gaya ki use any koee padaarth achchha hee naheen lagata thaa. vah anavarat bahut samayatak bhagavaanse praarthana karatee rahee, par is nikrisht vyasanase apana peechha n chhuda़a sakee. usake manamen vishvaas tha ki bhagavaan nityaprati meree praarthana sunate hain aur kisee na-kisee din ve mujhe apanee kripaase dhany karenge hee vah nity ekaantamen baithakar ghanton kaha karatee thee- 'he bhagavan! main apanee kamajoriyonpar aajatak vijay naheen praapt kar sakee; main bahut duhkhee aur chintit hoon.'ek din loosa aag taap rahee thee ki achaanak usane aavaaj sunee—'tanbaakoo peena band karo.' 'kya mere vyasanaka ant ho jaayaga ?' loosaake mukhase shabd nikal pada़e. vah chaunk uthee.

'loosa tanbaakoo peena band karo. hukka alag rakh do.' aavaaj usake kaanonke atyant nikat a gayee. loosa uth pada़ee. usane hukka angeetheeke nikat hee kaathakee ek aalamaareepar rakh diyaa. usane sadaake liye tanbaakoo peeneka tyaag kar diyaa. tanbaakoo peenevaalonko dekhakar ya usakee gandhase bhee vah kabhee tanbaakookee or aakrisht naheen ho sakee.

- raa0 shree0

252 Views





Bhajan Lyrics View All

कहना कहना आन पड़ी मैं तेरे द्वार ।
मुझे चाकर समझ निहार ॥
राधे मोरी बंसी कहा खो गयी,
कोई ना बताये और शाम हो गयी,
मुझे चाहिए बस सहारा तुम्हारा,
के नैनों में गोविन्द नज़ारा तुम्हार
मोहे आन मिलो श्याम, बहुत दिन बीत गए।
बहुत दिन बीत गए, बहुत युग बीत गए ॥
ये सारे खेल तुम्हारे है
जग कहता खेल नसीबों का
वृन्दावन धाम अपार, जपे जा राधे राधे,
राधे सब वेदन को सार, जपे जा राधे राधे।
बाँस की बाँसुरिया पे घणो इतरावे,
कोई सोना की जो होती, हीरा मोत्यां की जो
करदो करदो बेडा पार, राधे अलबेली सरकार।
राधे अलबेली सरकार, राधे अलबेली सरकार॥
तू कितनी अच्ची है, तू कितनी भोली है,
ओ माँ, ओ माँ, ओ माँ, ओ माँ ।
मैं तो तुम संग होरी खेलूंगी, मैं तो तुम
वा वा रे रासिया, वा वा रे छैला
हो मेरी लाडो का नाम श्री राधा
श्री राधा श्री राधा, श्री राधा श्री
रंगीलो राधावल्लभ लाल, जै जै जै श्री
विहरत संग लाडली बाल, जै जै जै श्री
बृज के नंदलाला राधा के सांवरिया,
सभी दुःख दूर हुए, जब तेरा नाम लिया।
आप आए नहीं और सुबह हो मई
मेरी पूजा की थाली धरी रह गई
राधे राधे बोल, राधे राधे बोल,
बरसाने मे दोल, के मुख से राधे राधे बोल,
जिंदगी एक किराये का घर है,
एक न एक दिन बदलना पड़ेगा॥
हम हाथ उठाकर कह देंगे हम हो गये राधा
राधा राधा राधा राधा
इतना तो करना स्वामी जब प्राण तन से
गोविन्द नाम लेकर, फिर प्राण तन से
प्रभु कर कृपा पावँरी दीन्हि
सादर भारत शीश धरी लीन्ही
जग में सुन्दर है दो नाम, चाहे कृष्ण कहो
बोलो राम राम राम, बोलो श्याम श्याम
लाली की सुनके मैं आयी
कीरत मैया दे दे बधाई
श्याम हमारे दिल से पूछो, कितना तुमको
याद में तेरी मुरली वाले, जीवन यूँ ही
तेरा पल पल बिता जाए रे
मुख से जप ले नमः शवाए
मेरी रसना से राधा राधा नाम निकले,
हर घडी हर पल, हर घडी हर पल।
प्रभु मेरे अवगुण चित ना धरो
समदर्शी प्रभु नाम तिहारो, चाहो तो पार
नी मैं दूध काहे नाल रिडका चाटी चो
लै गया नन्द किशोर लै गया,
बृज के नन्द लाला राधा के सांवरिया
सभी दुख: दूर हुए जब तेरा नाम लिया
मेरा आपकी कृपा से,
सब काम हो रहा है
दिल लूटके ले गया नी सहेलियो मेरा
मैं तक्दी रह गयी नी सहेलियो लगदा बड़ा
किसी को भांग का नशा है मुझे तेरा नशा है,
भोले ओ शंकर भोले मनवा कभी न डोले,

New Bhajan Lyrics View All

पर्वत पर बजे नगाड़ों देवी मैया को...
भोले हो भोले हो मेरे शंकर कैलाशपति,
भोले बाबा से कह रही पार्वती तुम सुनियो
महादेव मेरा देवा मेरा
देवों के देवा...
हे गुरुवर अभिनन्दन है,
पद पंकज में वंदन है,
कान्हा तोसे होली कैसे खेलूं रे मेरे आ
मेरे आ गई मोच कमर में, मेरे आ गई मोच कमर