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अच्छे पुरुष साधारण व्यक्तिकी बातोंका भी ध्यान करके  [Hindi Story]
Shikshaprad Kahani - हिन्दी कथा (Spiritual Story)

गजनीसे ईरानको एक सड़क जाती है। इस रास्तेपर पहले लुटेरोंका भयंकर अड्डा था और इस मार्गसे कोई भी व्यापारी निरापद नहीं निकल पाता था। एक बार इन लुटेरोंने एक कारवाँ लूटा और खुरासानके एक युवकको मार डाला। अब उसकी माता रोती पीटती सुलतान महमूदके दरबारमें पहुँची। बादशाहने सारी बातें सुनकर कहा - 'वह स्थान यहाँसे बहुतदूर है और वहाँकी बातोंको देखना मेरे लिये बड़ा कठिन है।'

बुढ़ियाने कहा - ' 'ऐसा देश, जहाँ तुम शान्ति नहीं रख सकते, अपने पास क्यों रखते हो ?' महमूद इससे बड़ा प्रभावित हुआ और वह लुटेरोंके दमन करनेके लिये तुरंत तैयार हो गया तथा यात्रियोंकी रक्षाके लिये उसने उस सड़कपर उचित व्यवस्था कर दी।



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achchhe purush saadhaaran vyaktikee baatonka bhee dhyaan karake

gajaneese eeraanako ek sada़k jaatee hai. is raastepar pahale luteronka bhayankar adda tha aur is maargase koee bhee vyaapaaree niraapad naheen nikal paata thaa. ek baar in luteronne ek kaaravaan loota aur khuraasaanake ek yuvakako maar daalaa. ab usakee maata rotee peetatee sulataan mahamoodake darabaaramen pahunchee. baadashaahane saaree baaten sunakar kaha - 'vah sthaan yahaanse bahutadoor hai aur vahaankee baatonko dekhana mere liye bada़a kathin hai.'

buढ़iyaane kaha - ' 'aisa desh, jahaan tum shaanti naheen rakh sakate, apane paas kyon rakhate ho ?' mahamood isase bada़a prabhaavit hua aur vah luteronke daman karaneke liye turant taiyaar ho gaya tatha yaatriyonkee rakshaake liye usane us sada़kapar uchit vyavastha kar dee.

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