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आप सुलतान कैसे हुए  [प्रेरक कहानी]
Shikshaprad Kahani - Spiritual Story (Wisdom Story)

बादशाह होनेके पश्चात् एक बार किसीने हसनसे पूछा- 'आपके पास न तो पर्याप्त धन था और न सेना थी, फिर आप सुलतान कैसे हो गये ?' हसनने उत्तर दिया- 'मित्रोंके प्रति मेरा सच्चा प्रेम, शत्रुके प्रति भी मेरी उदारता और प्रत्येक मनुष्यके प्रतिमेरा सद्भाव - इतनी सामग्री क्या सुलतान होनेके लिये पर्याप्त नहीं है ?' उन्नतिकी कामना रखनेवाले प्रत्येक व्यक्तिके लिये हसनका यह सूत्र स्वर्णसूत्र ही है।

- सु0 सिं0



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aap sulataan kaise hue

baadashaah honeke pashchaat ek baar kiseene hasanase poochhaa- 'aapake paas n to paryaapt dhan tha aur n sena thee, phir aap sulataan kaise ho gaye ?' hasanane uttar diyaa- 'mitronke prati mera sachcha prem, shatruke prati bhee meree udaarata aur pratyek manushyake pratimera sadbhaav - itanee saamagree kya sulataan honeke liye paryaapt naheen hai ?' unnatikee kaamana rakhanevaale pratyek vyaktike liye hasanaka yah sootr svarnasootr hee hai.

- su0 sin0

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