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देशके लिये बलिदान  [Wisdom Story]
बोध कथा - Spiritual Story (शिक्षदायक कहानी)

रूस और जापानका युद्ध चल रहा था। पिछले महासमरकी बात नहीं कही जा रही है। रूस था जारका सम्राज्यवादी रूस और जापान था एशियाको विकासोन्मुख शक्ति। जारने कहा था-'रूसी टोपियाँ फेक देंगे तो जापानी बौना पिस जायगा।'

युद्धके मैदानमें सभीको कभी आगे बढ़ने और कभी पीछे हटनेका अवसर आता है। एशियन फौजोंके दबावसे जापानी सैनिकोंको एक पर्वतीय टीला खाली करके पीछे हटना पड़ा। दूसरी सब सामग्री तो हटा ली यी किंतु एक विशाल तोप पीछे छूट गयी।

सारी सेना पीछे सुरक्षित हट गयी थी, निश्चिन्त थी; किंतु तोपचीको शान्ति नहीं थी। 'मेरी ही तोपसे कल शत्रु मेरे देशके सैनिकोंको भूनना प्रारम्भ करेगा।' तोपचीको यह चिन्ता खाये जा रही थी। रूसी सैनिकोंके पास बड़ी तोपें नहीं थीं यह पहिली बड़ी तोप उन्हें मिलनेवाली थी। तोपचीसे रहा नहीं गया। वह रात्रिके अन्धकारमें शिविरसे निकल पड़ा। वृक्षोंकी आड़ लेता. पेटके बल खिसकता पहाड़ीपर जा पहुँचा।

तोपची तोपके पास पहुँच तो गया; किंतु करे क्या ?इतनी भारी तोप उस अकेलेसे हिलतक नहीं सकती थी। वह उसका एक पुर्जा भी तोड़ने लगे तो शत्रु जाग जाय और उसे पकड़ ले। अन्तमें कुछ सोचकर वह तोपकी भारी नलीमें घुस गया। बाहर बर्फ पड़ रही थी, तोपकी नलीके भीतर तोपचीकी हड्डियाँतक जैसे फटी जा रही थीं। वह दाँत-पर-दाँत दबाये पड़ा था। उसकी पीड़ा असह्य हो गयी थी ।

सबेरा हुआ। एशियन सैनिक-सेनानायकोंने तोपको चारों ओरसे घूमकर देखा। उसकी परीक्षा करनेका निश्चय करके गोला-बारूद भरवाया उसमें पलीता दिया गया और सामनेका वृक्ष रक्तसे लाल हो गया। नलीमें घुसे तोपचीके चिथड़े उड़ चुके अन्धविश्वासी जारके सैनिक चिल्लाये - 'धूर्त जापानी तोपपर कोई जादू कर गये हैं। इसमें शैतान बैठा गये हैं जो नलीसे खून उगल रहा है। पहाड़ी छोड़कर भागो जल्दी ।

तोपको वहीं छोड़कर वे सब भाग खड़े हुए। जापानी सेना फिर लौटी वहाँ और उसके नायकने तोपचीके सम्मानमें वहाँ स्मारक बनाकर सलामी दी।

-सु0 सिं0



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deshake liye balidaana

roos aur jaapaanaka yuddh chal raha thaa. pichhale mahaasamarakee baat naheen kahee ja rahee hai. roos tha jaaraka samraajyavaadee roos aur jaapaan tha eshiyaako vikaasonmukh shakti. jaarane kaha thaa-'roosee topiyaan phek denge to jaapaanee bauna pis jaayagaa.'

yuddhake maidaanamen sabheeko kabhee aage badha़ne aur kabhee peechhe hataneka avasar aata hai. eshiyan phaujonke dabaavase jaapaanee sainikonko ek parvateey teela khaalee karake peechhe hatana pada़aa. doosaree sab saamagree to hata lee yee kintu ek vishaal top peechhe chhoot gayee.

saaree sena peechhe surakshit hat gayee thee, nishchint thee; kintu topacheeko shaanti naheen thee. 'meree hee topase kal shatru mere deshake sainikonko bhoonana praarambh karegaa.' topacheeko yah chinta khaaye ja rahee thee. roosee sainikonke paas bada़ee topen naheen theen yah pahilee bada़ee top unhen milanevaalee thee. topacheese raha naheen gayaa. vah raatrike andhakaaramen shivirase nikal pada़aa. vrikshonkee aada़ letaa. petake bal khisakata pahaada़eepar ja pahunchaa.

topachee topake paas pahunch to gayaa; kintu kare kya ?itanee bhaaree top us akelese hilatak naheen sakatee thee. vah usaka ek purja bhee toda़ne lage to shatru jaag jaay aur use pakada़ le. antamen kuchh sochakar vah topakee bhaaree naleemen ghus gayaa. baahar barph pada़ rahee thee, topakee naleeke bheetar topacheekee haddiyaantak jaise phatee ja rahee theen. vah daanta-para-daant dabaaye pada़a thaa. usakee peeda़a asahy ho gayee thee .

sabera huaa. eshiyan sainika-senaanaayakonne topako chaaron orase ghoomakar dekhaa. usakee pareeksha karaneka nishchay karake golaa-baarood bharavaaya usamen paleeta diya gaya aur saamaneka vriksh raktase laal ho gayaa. naleemen ghuse topacheeke chithada़e uda़ chuke andhavishvaasee jaarake sainik chillaaye - 'dhoort jaapaanee topapar koee jaadoo kar gaye hain. isamen shaitaan baitha gaye hain jo naleese khoon ugal raha hai. pahaada़ee chhoda़kar bhaago jaldee .

topako vaheen chhoda़kar ve sab bhaag khada़e hue. jaapaanee sena phir lautee vahaan aur usake naayakane topacheeke sammaanamen vahaan smaarak banaakar salaamee dee.

-su0 sin0

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