⮪ All Stories / कथा / कहानियाँ

धनी कौन  [हिन्दी कथा]
Short Story - हिन्दी कहानी (Hindi Story)

मध्याह्न वेला भिक्षु भिक्षा कर चुके थे। जेतवनमें विश्राम करते हुए एकने कहा- 'मगधराज सेनिय विम्बसार राज्य एवं सम्पत्तिकी दृष्टिसे बड़ा है। 'नहीं!' दूसरे भिक्षुने बात काटकर कहा - 'कोसलराज प्रसेनजित् बड़ा है।'

'तुम्हें पता नहीं!' पहले भिक्षुने अपनी बातका समर्थन किया। 'महाराज सेनिय बिम्बसारके राज्यकोषकी तुलना कोसलराजसे कैसे हो सकती है।'

'प्रसेनजितके वैभवसे महाराज सेनिय बिम्बसारकी तुलना नहीं।' दूसरे भिक्षुने चटसे उत्तर दिया 'और....'"

'क्या बात हो रही है ?' भगवान् आ निकले। दूसरे भिक्षुका मुँह खुला का खुला ही रह गया। प्रथम भिक्षुभी मौन था।

'महाराज सेनिय बिम्बसार और कोसलराज प्रसेनजित्में राज्य, धन एवं वैभवकी दृष्टिसे कौन बड़ा है ? इसीपर चर्चा हो रही थी।' तीसरे भिक्षुने भगवान्‌को आसन देकर अत्यन्त विनीत वाणीमें कहा।

'भिक्षुओ!' प्रभु बोले - 'प्रव्रजित होनेके बाद | सांसारिक चर्चा ही उचित नहीं । तुम्हें बोलना हो तो केवल धार्मिक चर्चा करो, अन्यथा मौन रहो।'

कुछ क्षणोंके अनन्तर भगवान्ने पुन: कहा 'तृष्णा-क्षयके दिव्य सुखकी तुलनामें सांसारिक काम सुख धूलिके तुल्य हैं।'

- शि0 दु0



You may also like these:

हिन्दी कहानी विद्यालय और गुरु
बोध कथा रँगी लोमड़ी
आध्यात्मिक कथा बच्चा छोटा है, पर पूरा है
आध्यात्मिक कथा किसीका दिल मत दुखाओ
छोटी सी कहानी एक फूँककी दुनिया
हिन्दी कहानी ईश्वरका सच्चा भक्त


dhanee kauna

madhyaahn vela bhikshu bhiksha kar chuke the. jetavanamen vishraam karate hue ekane kahaa- 'magadharaaj seniy vimbasaar raajy evan sampattikee drishtise bada़a hai. 'naheen!' doosare bhikshune baat kaatakar kaha - 'kosalaraaj prasenajit bada़a hai.'

'tumhen pata naheen!' pahale bhikshune apanee baataka samarthan kiyaa. 'mahaaraaj seniy bimbasaarake raajyakoshakee tulana kosalaraajase kaise ho sakatee hai.'

'prasenajitake vaibhavase mahaaraaj seniy bimbasaarakee tulana naheen.' doosare bhikshune chatase uttar diya 'aura....'"

'kya baat ho rahee hai ?' bhagavaan a nikale. doosare bhikshuka munh khula ka khula hee rah gayaa. pratham bhikshubhee maun thaa.

'mahaaraaj seniy bimbasaar aur kosalaraaj prasenajitmen raajy, dhan evan vaibhavakee drishtise kaun bada़a hai ? iseepar charcha ho rahee thee.' teesare bhikshune bhagavaan‌ko aasan dekar atyant vineet vaaneemen kahaa.

'bhikshuo!' prabhu bole - 'pravrajit honeke baad | saansaarik charcha hee uchit naheen . tumhen bolana ho to keval dhaarmik charcha karo, anyatha maun raho.'

kuchh kshanonke anantar bhagavaanne puna: kaha 'trishnaa-kshayake divy sukhakee tulanaamen saansaarik kaam sukh dhoolike tuly hain.'

- shi0 du0

184 Views





Bhajan Lyrics View All

राधा नाम की लगाई फुलवारी, के पत्ता
के पत्ता पत्ता श्याम बोलता, के पत्ता
बोल कान्हा बोल गलत काम कैसे हो गया,
बिना शादी के तू राधे श्याम कैसे हो गया
मेरी करुणामयी सरकार, मिला दो ठाकुर से
कृपा करो भानु दुलारी, श्री राधे बरसाने
ऐसी होली तोहे खिलाऊँ
दूध छटी को याद दिलाऊँ
सत्यम शिवम सुन्दरम
सत्य ही शिव है, शिव ही सुन्दर है
प्रभु मेरे अवगुण चित ना धरो
समदर्शी प्रभु नाम तिहारो, चाहो तो पार
श्यामा तेरे चरणों की गर धूल जो मिल
सच कहता हूँ मेरी तकदीर बदल जाए॥
मेरा अवगुण भरा रे शरीर,
हरी जी कैसे तारोगे, प्रभु जी कैसे
जा जा वे ऊधो तुरेया जा
दुखियाँ नू सता के की लैणा
दिल लूटके ले गया नी सहेलियो मेरा
मैं तक्दी रह गयी नी सहेलियो लगदा बड़ा
हो मेरी लाडो का नाम श्री राधा
श्री राधा श्री राधा, श्री राधा श्री
बाँस की बाँसुरिया पे घणो इतरावे,
कोई सोना की जो होती, हीरा मोत्यां की जो
शिव समा रहे मुझमें
और मैं शून्य हो रहा हूँ
तीनो लोकन से न्यारी राधा रानी हमारी।
राधा रानी हमारी, राधा रानी हमारी॥
राधे तेरे चरणों की अगर धूल जो मिल जाए
सच कहता हू मेरी तकदीर बदल जाए
मैं तो तुम संग होरी खेलूंगी, मैं तो तुम
वा वा रे रासिया, वा वा रे छैला
करदो करदो बेडा पार, राधे अलबेली सरकार।
राधे अलबेली सरकार, राधे अलबेली सरकार॥
मेरी विनती यही है राधा रानी, कृपा
मुझे तेरा ही सहारा महारानी, चरणों से
हरी नाम नहीं तो जीना क्या
अमृत है हरी नाम जगत में,
राधे राधे बोल, श्याम भागे चले आयंगे।
एक बार आ गए तो कबू नहीं जायेंगे ॥
तेरी मंद मंद मुस्कनिया पे ,बलिहार
तेरी मंद मंद मुस्कनिया पे ,बलिहार
श्यामा प्यारी मेरे साथ हैं,
फिर डरने की क्या बात है
रंग डालो ना बीच बाजार
श्याम मैं तो मर जाऊंगी
बृज के नन्द लाला राधा के सांवरिया
सभी दुख: दूर हुए जब तेरा नाम लिया
लाडली अद्बुत नज़ारा तेरे बरसाने में
लाडली अब मन हमारा तेरे बरसाने में है।
सुबह सवेरे  लेकर तेरा नाम प्रभु,
करते है हम शुरु आज का काम प्रभु,
ना मैं मीरा ना मैं राधा,
फिर भी श्याम को पाना है ।
कहना कहना आन पड़ी मैं तेरे द्वार ।
मुझे चाकर समझ निहार ॥
एक दिन वो भोले भंडारी बन कर के ब्रिज की
पारवती भी मना कर ना माने त्रिपुरारी,
राधे मोरी बंसी कहा खो गयी,
कोई ना बताये और शाम हो गयी,

New Bhajan Lyrics View All

सतरंग सतरंग सतरंग चुनरिया सतरंग
बंसी बाजे रे मधुबन में अमृत बरसे
अमृत बरसे सांवरिया दर्शन दे जा
सब दे दिलां दिया जाने मात मेरी,
सब दे दिलां दिया जाने,
मेरे श्याम पे मुझको विश्वास है,
रिश्ता मेरा इनसे कुछ ख़ास है,
शंकर जी का कुण्डी सोटा ले गई गौरा
ले गई गौरा पार्वती हाँ ले गई गौरा