⮪ All Articles & Stories

1000 काम छोड़कर भी भगवान को याद करो

मानव जीवन का महत्व समझो

यह समय दोबारा नहीं मिलेगा

100 काम छोड़कर भोजन कर लो

1000 काम छोड़कर स्नान करना चाहिए

लाख काम छोड़ कर दान करना चाहिए

करोड़ काम बिगड़ रहे हो तो भी भजन करो


.....तुलसी सोई नर चतुर हैं जो राम भजन लव लीन….


भगवान को याद करने के समान कोई श्रेष्ठ काम नहीं है

जब भगवान में मन लग जाए तो करोड़ों काम छोड़ दो और भगवान में लग जाओ

कल पर कुछ मत छोड़ो क्या पता कल क्या होगा.... कोई रोग आ गया तो.... कुछ और काम आ गया तो... अब ही भजन कर लो

यह बात को कहने सुनने की नहीं है अभी काम में लेने की है इसलिए इसे काम में लो

कभी अकेले नाम लो तो कभी सबके साथ मिलकर नाम लो परंतु नाम लेते रहो

लोग नाम की महिमा नहीं समझते हैं…


तुलसीदास जी तो कहते हैं की राम नाम की महिमा इतनी है कि स्वयं भगवान राम भी नहीं बता सकते

जीव जबसे संसारी हो गया है तब से दुखी हो गया है

जब यही जी भगवान के सन्मुख हो जाता है तो इसकी कोटि-कोटि के पाप एक क्षण में समाप्त हो जाते हैं

जैसे एक कोयला अग्नि से दूर होते ही काला पड़ जाता है वैसे ही जीव भगवान से दूर होते हैं दुखी हो जाता है

संसार का काम तो हो कर भी नहीं होता। लाख धन कमा लो अंत समय में तो  छिन ही जाएगा
....और भगवान का 1 नाम भी ले लो तो वह साथ चलेगा कभी छिन नहीं सकता कोई छीन नहीं सकता


भगवान का भक्त भगवान से अधिक हो जाता है जैसे बादल प्यास बुझाने में समुद्र से बढ़कर हैं

भगवान के भक्तों का संग करते रहो एक ना एक दिन वह अपना रंग जरूर दिखाएगा जैसे पारस जाने या अनजाने में दूसरी वस्तु को सोना कर ही देता है


हृदय में भगवान के रहते हुए भी जीव दुखी हैं क्योंकि सत्संग नहीं है क्योंकि भजन नहीं है

यदि भजन करें तो यह हृदय में विराजमान भगवान प्रगट हो जाएंगे और सब दुख मिट जाएंगे आनंद ही आनंद हो जाएगा

जैसे वर्षा से पत्ते हरे भरे हो जाते हैं वैसे ही भजन से अंदर विराजमान भगवान का आनंद प्रगट हो जाता है

सब आराम छोड़कर भगवान का भजन करो

दुकान का पर काम करके जो धन हम कमाते हैं उस में घर के सभी लोगों का हिस्सा होता है लेकिन जो भजन आप करते हैं वह पूरा का पूरा आपका होता है उसका कभी हिस्सा नहीं होता

उस पर तो सरकार भी टैक्स नहीं लगा सकती

पैसा कमाना सरल है लेकिन अच्छे काम में लगाना मुश्किल है

जो समय भगवान से मिला है वह भगवान में लगादो



1000 kaam chhoda़kar bhee bhagavaan ko yaad karo

maanav jeevan ka mahatv samajho

yah samay dobaara naheen milegaa

100 kaam chhoda़kar bhojan kar lo

1000 kaam chhoda़kar snaan karana chaahie

laakh kaam chhoda़ kar daan karana chaahie

karoda़ kaam bigada़ rahe ho to bhee bhajan karo


.....tulasee soee nar chatur hain jo raam bhajan lav leena….


bhagavaan ko yaad karane ke samaan koee shreshth kaam naheen hai

jab bhagavaan men man lag jaae to karoda़on kaam chhoda़ do aur bhagavaan men lag jaao

kal par kuchh mat chhoda़o kya pata kal kya hogaa.... koee rog a gaya to.... kuchh aur kaam a gaya to... ab hee bhajan kar lo

yah baat ko kahane sunane kee naheen hai abhee kaam men lene kee hai isalie ise kaam men lo

kabhee akele naam lo to kabhee sabake saath milakar naam lo parantu naam lete raho

log naam kee mahima naheen samajhate hain…


tulaseedaas jee to kahate hain kee raam naam kee mahima itanee hai ki svayan bhagavaan raam bhee naheen bata sakate

jeev jabase sansaaree ho gaya hai tab se dukhee ho gaya hai

jab yahee jee bhagavaan ke sanmukh ho jaata hai to isakee koti-koti ke paap ek kshan men samaapt ho jaate hain

jaise ek koyala agni se door hote hee kaala pada़ jaata hai vaise hee jeev bhagavaan se door hote hain dukhee ho jaata hai

sansaar ka kaam to ho kar bhee naheen hotaa. laakh dhan kama lo ant samay men to  chhin hee jaaega
....aur bhagavaan ka 1 naam bhee le lo to vah saath chalega kabhee chhin naheen sakata koee chheen naheen sakataa


bhagavaan ka bhakt bhagavaan se adhik ho jaata hai jaise baadal pyaas bujhaane men samudr se badha़kar hain

bhagavaan ke bhakton ka sang karate raho ek na ek din vah apana rang jaroor dikhaaega jaise paaras jaane ya anajaane men doosaree vastu ko sona kar hee deta hai


hriday men bhagavaan ke rahate hue bhee jeev dukhee hain kyonki satsang naheen hai kyonki bhajan naheen hai

yadi bhajan karen to yah hriday men viraajamaan bhagavaan pragat ho jaaenge aur sab dukh mit jaaenge aanand hee aanand ho jaaegaa

jaise varsha se patte hare bhare ho jaate hain vaise hee bhajan se andar viraajamaan bhagavaan ka aanand pragat ho jaata hai

sab aaraam chhoda़kar bhagavaan ka bhajan karo

dukaan ka par kaam karake jo dhan ham kamaate hain us men ghar ke sabhee logon ka hissa hota hai lekin jo bhajan aap karate hain vah poora ka poora aapaka hota hai usaka kabhee hissa naheen hotaa

us par to sarakaar bhee taiks naheen laga sakatee

paisa kamaana saral hai lekin achchhe kaam men lagaana mushkil hai

jo samay bhagavaan se mila hai vah bhagavaan men lagaado



You may also like these:

4694 Views





Bhajan Lyrics View All

मुझे चाहिए बस सहारा तुम्हारा,
के नैनों में गोविन्द नज़ारा तुम्हार
तमन्ना यही है के उड के बरसाने आयुं मैं
आके बरसाने में तेरे दिल की हसरतो को
हरी नाम नहीं तो जीना क्या
अमृत है हरी नाम जगत में,
कान्हा की दीवानी बन जाउंगी,
दीवानी बन जाउंगी मस्तानी बन जाउंगी,
दिल लूटके ले गया नी सहेलियो मेरा
मैं तक्दी रह गयी नी सहेलियो लगदा बड़ा
सांवरियो है सेठ, म्हारी राधा जी सेठानी
यह तो जाने दुनिया सारी है
सावरे से मिलने का सत्संग ही बहाना है ।
सारे दुःख दूर हुए, दिल बना दीवाना है ।
तू कितनी अच्ची है, तू कितनी भोली है,
ओ माँ, ओ माँ, ओ माँ, ओ माँ ।
कोई पकड़ के मेरा हाथ रे,
मोहे वृन्दावन पहुंच देओ ।
जय राधे राधे, राधे राधे
जय राधे राधे, राधे राधे
नी मैं दूध काहे नाल रिडका चाटी चो
लै गया नन्द किशोर लै गया,
बृज के नंदलाला राधा के सांवरिया,
सभी दुःख दूर हुए, जब तेरा नाम लिया।
सज धज कर जिस दिन मौत की शहजादी आएगी,
ना सोना काम आएगा, ना चांदी आएगी।
मेरी करुणामयी सरकार, मिला दो ठाकुर से
कृपा करो भानु दुलारी, श्री राधे बरसाने
हम प्रेम नगर के बंजारिन है
जप ताप और साधन क्या जाने
अपने दिल का दरवाजा हम खोल के सोते है
सपने में आ जाना मईया,ये बोल के सोते है
फूलों में सज रहे हैं, श्री वृन्दावन
और संग में सज रही है वृषभानु की
यह मेरी अर्जी है,
मैं वैसी बन जाऊं जो तेरी मर्ज़ी है
मैं तो तुम संग होरी खेलूंगी, मैं तो तुम
वा वा रे रासिया, वा वा रे छैला
कोई कहे गोविंदा कोई गोपाला,
मैं तो कहूँ सांवरिया बांसुरी वाला ।
दुनिया का बन कर देख लिया, श्यामा का बन
राधा नाम में कितनी शक्ति है, इस राह पर
बाँस की बाँसुरिया पे घणो इतरावे,
कोई सोना की जो होती, हीरा मोत्यां की जो
मुँह फेर जिधर देखु मुझे तू ही नज़र आये
हम छोड़के दर तेरा अब और किधर जाये
आज बृज में होली रे रसिया।
होरी रे रसिया, बरजोरी रे रसिया॥
अच्युतम केशवं राम नारायणं,
कृष्ण दमोधराम वासुदेवं हरिं,
यशोमती मैया से बोले नंदलाला,
राधा क्यूँ गोरी, मैं क्यूँ काला
लाडली अद्बुत नज़ारा तेरे बरसाने में
लाडली अब मन हमारा तेरे बरसाने में है।
कैसे जिऊ मैं राधा रानी तेरे बिना
मेरा मन ही ना लागे तुम्हारे बिना
राधे तेरे चरणों की अगर धूल जो मिल जाए
सच कहता हू मेरी तकदीर बदल जाए
वृदावन जाने को जी चाहता है,
राधे राधे गाने को जी चाहता है,

New Bhajan Lyrics View All

चौथ माता से मांगू वरदान सजना तेरे लिए,
सदा करू में सोलह शृंगार सजना तेरे लिए...
नित नयो लागे साँवरो,
एकी लेवा नज़र उतार, नज़र ना लग जावे...
आओ आओ बाला जी,
घर आओ बाला जी,
शेर पे सवार मेरी शेराँवाली माँ,
पहाड़ों पे बसी मेरी मेहराँवाली माँ,
रस्सी उत्ते टंगया पितांबर गोपाल दा,
पितांबर गोपाल दा यशोदा जी दे लाल दा,