⮪ All Stories / कथा / कहानियाँ

कर्तव्यनिष्ठा  [शिक्षदायक कहानी]
Moral Story - Hindi Story (Short Story)

ईरान के शाह अब्बासको उनके एक पदाधिकारीने अपने यहाँ निमन्त्रण दिया था। निमन्त्रणमें पहुँचकर शाह तथा उनके परिकरोंने इतना मद्यपान किया कि वे उन्मत्त हो उठे। नशेमें ही शाह उठे और झूमते हुए उस पदाधिकारीके अन्तःपुरके द्वारपर पहुँच गये। परंतु उस अधिकारीका द्वारपाल इस प्रकार मार्ग रोककर खड़ा थाकि उसे धक्का देकर हटाये बिना भीतर जाना सम्भव नहीं था। शाहने तलवार खींच ली और उसे डाँटा 'हट सामनेसे! नहीं तो, अभी तेरा सिर उड़ाये देता हूँ । '

द्वारपालने हाथ जोड़कर नम्रतापूर्वक कहा -'मैं अपना कर्तव्य पालन कर रहा हूँ। आप मेरे देशके स्वामी हैं, आपपर मैं हाथ नहीं उठा सकता; किंतु जबतक मैंजीवित हूँ, आप भीतर नहीं जा सकते। मेरा वध करके आप मेरी लाशपर पैर रखकर भीतर जा सकते हैं। लेकिन श्रीमान् ! मैं अपने स्वामीकी मर्यादाकी रक्षाके साथ आपकी भी रक्षाके लिये खड़ा हूँ । आप मुझे मारकर भीतर चले गये तो मेरे स्वामीकी बेगमें हथियार उठा लेंगी। एक पर-पुरुष उनका अनादर करे तो वे यह नहीं देखेंगी कि वह शाह खुद हैं या और कोई।' शाह अब्बासका नशा अपने प्राण- भयकी बातसुनते ही ठंढा पड़ गया। वे लौट गये। दूसरे दिन दरबारमें उस पदाधिकारीने प्रार्थना की- 'मेरे द्वारपालने जो बेअदबी की, उसे माफ करें। मैंने उसे आजसे अपने यहाँसे निकाल दिया है।'

शाह प्रसन्न होकर बोले-'चलो अच्छा हुआ, अब मुझे तुमसे उस कर्तव्यनिष्ठ सेवकको माँगना नहीं पड़ेगा। मैं उसे अपने अङ्गरक्षक सैनिकोंका सरदार बना रहा हूँ । उसे बुलाओ । ' - सु0 सिं0



You may also like these:

हिन्दी कहानी विद्यालय और गुरु
आध्यात्मिक कहानी मैं ही क्यों
हिन्दी कहानी गिद्ध और कौवे
आध्यात्मिक कहानी एक नास्तिककी भक्ति
हिन्दी कथा सु-भद्रा
हिन्दी कहानी सभ्यता
आध्यात्मिक कहानी सज्जनता


kartavyanishthaa

eeraan ke shaah abbaasako unake ek padaadhikaareene apane yahaan nimantran diya thaa. nimantranamen pahunchakar shaah tatha unake parikaronne itana madyapaan kiya ki ve unmatt ho uthe. nashemen hee shaah uthe aur jhoomate hue us padaadhikaareeke antahpurake dvaarapar pahunch gaye. parantu us adhikaareeka dvaarapaal is prakaar maarg rokakar khada़a thaaki use dhakka dekar hataaye bina bheetar jaana sambhav naheen thaa. shaahane talavaar kheench lee aur use daanta 'hat saamanese! naheen to, abhee tera sir uda़aaye deta hoon . '

dvaarapaalane haath joda़kar namrataapoorvak kaha -'main apana kartavy paalan kar raha hoon. aap mere deshake svaamee hain, aapapar main haath naheen utha sakataa; kintu jabatak mainjeevit hoon, aap bheetar naheen ja sakate. mera vadh karake aap meree laashapar pair rakhakar bheetar ja sakate hain. lekin shreemaan ! main apane svaameekee maryaadaakee rakshaake saath aapakee bhee rakshaake liye khada़a hoon . aap mujhe maarakar bheetar chale gaye to mere svaameekee begamen hathiyaar utha lengee. ek para-purush unaka anaadar kare to ve yah naheen dekhengee ki vah shaah khud hain ya aur koee.' shaah abbaasaka nasha apane praana- bhayakee baatasunate hee thandha pada़ gayaa. ve laut gaye. doosare din darabaaramen us padaadhikaareene praarthana kee- 'mere dvaarapaalane jo beadabee kee, use maaph karen. mainne use aajase apane yahaanse nikaal diya hai.'

shaah prasann hokar bole-'chalo achchha hua, ab mujhe tumase us kartavyanishth sevakako maangana naheen pada़egaa. main use apane angarakshak sainikonka saradaar bana raha hoon . use bulaao . ' - su0 sin0

189 Views





Bhajan Lyrics View All

सब हो गए भव से पार, लेकर नाम तेरा
नाम तेरा हरि नाम तेरा, नाम तेरा हरि नाम
कान्हा की दीवानी बन जाउंगी,
दीवानी बन जाउंगी मस्तानी बन जाउंगी,
मुझे रास आ गया है,
तेरे दर पे सर झुकाना
जीवन खतम हुआ तो जीने का ढंग आया
जब शमा बुझ गयी तो महफ़िल में रंग आया
बाँस की बाँसुरिया पे घणो इतरावे,
कोई सोना की जो होती, हीरा मोत्यां की जो
ये सारे खेल तुम्हारे है
जग कहता खेल नसीबों का
फाग खेलन बरसाने आये हैं, नटवर नंद
फाग खेलन बरसाने आये हैं, नटवर नंद
मेरी विनती यही है राधा रानी, कृपा
मुझे तेरा ही सहारा महारानी, चरणों से
राधे राधे बोल, श्याम भागे चले आयंगे।
एक बार आ गए तो कबू नहीं जायेंगे ॥
रसिया को नार बनावो री रसिया को
रसिया को नार बनावो री रसिया को
बांके बिहारी की देख छटा,
मेरो मन है गयो लटा पटा।
दुनिया से मैं हारा तो आया तेरे दवार,
यहाँ से जो मैं हारा तो कहा जाऊंगा मैं
राधा कट दी है गलिआं दे मोड़ आज मेरे
श्याम ने आना घनश्याम ने आना
इतना तो करना स्वामी जब प्राण तन से
गोविन्द नाम लेकर, फिर प्राण तन से
हरी नाम नहीं तो जीना क्या
अमृत है हरी नाम जगत में,
सत्यम शिवम सुन्दरम
सत्य ही शिव है, शिव ही सुन्दर है
नी मैं दूध काहे नाल रिडका चाटी चो
लै गया नन्द किशोर लै गया,
अपने दिल का दरवाजा हम खोल के सोते है
सपने में आ जाना मईया,ये बोल के सोते है
एक कोर कृपा की करदो स्वामिनी श्री
दासी की झोली भर दो लाडली श्री राधे॥
श्याम तेरी बंसी पुकारे राधा नाम
लोग करें मीरा को यूँ ही बदनाम
जग में सुन्दर है दो नाम, चाहे कृष्ण कहो
बोलो राम राम राम, बोलो श्याम श्याम
दिल लूटके ले गया नी सहेलियो मेरा
मैं तक्दी रह गयी नी सहेलियो लगदा बड़ा
दुनिया से मैं हारा तो आया तेरे द्वार,
यहाँ से गर जो हरा कहाँ जाऊँगा सरकार
तेरी मंद मंद मुस्कनिया पे ,बलिहार
तेरी मंद मंद मुस्कनिया पे ,बलिहार
वृन्दावन धाम अपार, जपे जा राधे राधे,
राधे सब वेदन को सार, जपे जा राधे राधे।
कोई कहे गोविंदा कोई गोपाला,
मैं तो कहूँ सांवरिया बांसुरी वाला ।
मीठी मीठी मेरे सांवरे की मुरली बाजे,
होकर श्याम की दीवानी राधा रानी नाचे
दाता एक राम, भिखारी सारी दुनिया ।
राम एक देवता, पुजारी सारी दुनिया ॥
मुझे चढ़ गया राधा रंग रंग, मुझे चढ़ गया
श्री राधा नाम का रंग रंग, श्री राधा नाम
श्री राधा हमारी गोरी गोरी, के नवल
यो तो कालो नहीं है मतवारो, जगत उज्य

New Bhajan Lyrics View All

मेरा बणकै बन्दडा आजा भोले ले जा डोली
तेरी गेल्या चालूंगी फेर बणके भोली हो,
श्याम का सुमिरण अपने मन में श्रद्धा से
श्याम सा दानी कोई नहीं है सोचो थोड़ा
अपार प्रभु माया, माया है तेरी अपार,
अपार प्रभु लीला, लीला है तेरी अपार॥
तुम तो भोलेनाथ हो भंगिया पी के भूल
रोज रोज भोले तुम जो ऐसा करोगे ओ हो,
मईया जी करेगी बेड़ा पार,
भक्तो चलो द्वारे,