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रामनामसे शराबकी आदत भी छूटी  [प्रेरक कहानी]
Short Story - Story To Read (Spiritual Story)

एक मुंशीजी थे। वे थे तो बड़े अच्छे ओहदेपर, पर थे पुराने पियक्कड़ शराबसे जो हानि होती है वह तो विख्यात है। सारा धन और माल साफ होने लगा। एक दिन काशीके प्रसिद्ध योगी महात्मा श्रीश्यामाचरणलाहिड़ीसे इनकी मुलाकात हुई। उन्होंने बतलाया, 'भाई! रामनाम कहा करो, और कोई रास्ता नहीं है।' मुंशीजीने वैसा ही किया। फिर क्या था, सदाके लिये बोतलसे छुट्टी मिल गयी।



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raamanaamase sharaabakee aadat bhee chhootee

ek munsheejee the. ve the to bada़e achchhe ohadepar, par the puraane piyakkada़ sharaabase jo haani hotee hai vah to vikhyaat hai. saara dhan aur maal saaph hone lagaa. ek din kaasheeke prasiddh yogee mahaatma shreeshyaamaacharanalaahiड़eese inakee mulaakaat huee. unhonne batalaaya, 'bhaaee! raamanaam kaha karo, aur koee raasta naheen hai.' munsheejeene vaisa hee kiyaa. phir kya tha, sadaake liye botalase chhuttee mil gayee.

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रसिया को नार बनावो री रसिया को
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बृज के नंदलाला राधा के सांवरिया,
सभी दुःख दूर हुए, जब तेरा नाम लिया।
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