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तल्लीनता  [Short Story]
Hindi Story - प्रेरक कहानी (Spiritual Story)

नशापुरमें एक व्यापारी था। वह धन कमानेमें निरन्तर लगा रहता था। अच्छे और बुरे कर्मसे उसे कुछ लेना-देना नहीं था। उसे तो केवल धन चाहिये और वह चाहे किसी भी मार्गसे आये। एक बारकी बात है। उसे रुपया गिनते-गिनते बहुत देर हो गयी। भोजनका समय नहीं मिला, पर रुपयोंका ढेर गिननेके लिये पड़ा ही था। उसने दासीको वहीं भोजन ले आनेकी आज्ञा दी। सेविका भोजनका थाल लाकर उसके समीप बहुत देरतक खड़ी रही, पर धनवान्का ध्यान उधर नहीं जा सका। दासी भोजन वापस ले गयी। कुछ देर बाद उसने पुनः दासीको भोजन ले आनेकी आज्ञा दी। दासी फिर भोजनका थाल लियेआयी और उसके समीप खड़ी हो प्रतीक्षा करने लगी, किंतु उसका ध्यान उधर नहीं जा सका। वह रुपये गिननेमें तल्लीन था। इसी प्रकार कई बार उसने दासीको भोजन लानेकी आज्ञा दी, दासी भोजन लाती और खड़ी खड़ी प्रतीक्षा करती, पुनः निराश होकर लौट जाती। अन्ततः भोजन मँगानेपर दासी भोजनका थाल ले आयी और थोड़ा-सा भोज्य पदार्थ उसके ओठोंपर लगा दिया। धनीको भोज्य पदार्थका स्वाद मिला तो उसने समझा कि मैंने भोजन कर लिया है। उसने तुरंत हाथ-मुँह धोया और फिर रुपये गिननेमें लग गया। ऐसा ध्यान भगवान्‌में लगे तब जीवन सार्थक हो। - शि0 दु0



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talleenataa

nashaapuramen ek vyaapaaree thaa. vah dhan kamaanemen nirantar laga rahata thaa. achchhe aur bure karmase use kuchh lenaa-dena naheen thaa. use to keval dhan chaahiye aur vah chaahe kisee bhee maargase aaye. ek baarakee baat hai. use rupaya ginate-ginate bahut der ho gayee. bhojanaka samay naheen mila, par rupayonka dher ginaneke liye pada़a hee thaa. usane daaseeko vaheen bhojan le aanekee aajna dee. sevika bhojanaka thaal laakar usake sameep bahut deratak khada़ee rahee, par dhanavaanka dhyaan udhar naheen ja sakaa. daasee bhojan vaapas le gayee. kuchh der baad usane punah daaseeko bhojan le aanekee aajna dee. daasee phir bhojanaka thaal liyeaayee aur usake sameep khada़ee ho prateeksha karane lagee, kintu usaka dhyaan udhar naheen ja sakaa. vah rupaye ginanemen talleen thaa. isee prakaar kaee baar usane daaseeko bhojan laanekee aajna dee, daasee bhojan laatee aur khada़ee khada़ee prateeksha karatee, punah niraash hokar laut jaatee. antatah bhojan mangaanepar daasee bhojanaka thaal le aayee aur thoda़aa-sa bhojy padaarth usake othonpar laga diyaa. dhaneeko bhojy padaarthaka svaad mila to usane samajha ki mainne bhojan kar liya hai. usane turant haatha-munh dhoya aur phir rupaye ginanemen lag gayaa. aisa dhyaan bhagavaan‌men lage tab jeevan saarthak ho. - shi0 du0

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सांवरिया है सेठ ,मेरी राधा जी सेठानी
यह तो सारी दुनिया जाने है
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