⮪ All Stories / कथा / कहानियाँ

पूर्वजोंकी दुहाई देनेसे क्या लाभ  [प्रेरक कथा]
Wisdom Story - प्रेरक कहानी (Shikshaprad Kahani)

पूर्वजोंकी दुहाई देनेसे क्या लाभ ?

एक बार एक व्यक्ति नौकरीकी तलाशमें किसी सरकारी दफ्तरमें पहुँचा। पूछनेपर उसने कहा कि मैंने दो-तीन पुस्तकें अंग्रेजीकी पढ़ी हैं और कुछ-कुछ हिन्दी जानता हूँ। दफ्तरके अफसरने कहा हमारे यहाँ एक चपरासीकी जगह खाली है, तनख्वाह 120 रुपये मासिक मिलेगी, चाहो तो नौकरी कर सकते हो।
उस व्यक्तिने मैनेजरसे कहा- 'हुजूर! मेरे पिता तहसीलदार थे, बाबा कलक्टर थे, परदादा कप्तान थे, मैं इतने ऊँचे खानदानका हूँ, वे लोग बड़ी-बड़ी तनख्वाहें पाते थे और राजदरबारमें आदर होता था, फिर मुझे इतनी छोटी हैसियतकी और कम तनख्वाहकी जगह क्यों मिलनी चाहिये ?'
अफसरने कहा- 'आपके उच्च खानदानका मैं आदर करता हूँ और आपके उन प्रशंसनीय पूर्वपुरुषोंकी कद्र करता हूँ, पर खेद है कि ऐसे नररत्नोंके घरमें आप-जैसे अयोग्य पुरुष पैदा हुए, जिन्हें चपरासीसे ऊँची जगह नहीं मिल सकती। नौकरी आपको करनी है, इसलिये आपकी योग्यताके अनुरूप ही वेतन मिलेगा। खानदान या पूर्वपुरुषोंका बड़प्पन इसमें कुछ भी काम नहीं आ सकता।
हम लोग अपनेको ऋषियोंकी सन्तान कहते हैं, अपनेको जगद्गुरु होनेका दावा करते हैं और तरह तरहसे प्राचीन गाथाओंके आधारपर अपनेको बड़ा साबित करते हुए यह आशा रखते हैं कि हमें वही स्थान मिले, जो हमारे पूर्वजोंको प्राप्त था। परंतु हम यह भूल जाते हैं कि जितनी योग्यता, कर्मनिष्ठा पूर्वजोंमें थी, क्या उसका थोड़ा अंश भी हममें है? यदि नहीं है, तो हम अपमान और अधोगतिके ही योग्य हैं, जो कि आज प्राप्त है। हमें पूर्वजोंका गौरव उस समयतक प्राप्त नहीं हो सकता, जबतक कि हम वैसा ही पराक्रम करनेका साहस अपने अन्दर उत्पन्न न कर लें।



You may also like these:

हिन्दी कहानी समताका भाव
आध्यात्मिक कथा सत्य-पालन
छोटी सी कहानी मोहमें दुःख
आध्यात्मिक कहानी बोध-सूक्ति- पीयूष
हिन्दी कहानी प्रतिभाकी पहचान
शिक्षदायक कहानी पापका परिणाम - दारुण रोग
आध्यात्मिक कथा परमात्माकी मृत्यु


poorvajonkee duhaaee denese kya laabha

poorvajonkee duhaaee denese kya laabh ?

ek baar ek vyakti naukareekee talaashamen kisee sarakaaree daphtaramen pahunchaa. poochhanepar usane kaha ki mainne do-teen pustaken angrejeekee padha़ee hain aur kuchha-kuchh hindee jaanata hoon. daphtarake aphasarane kaha hamaare yahaan ek chaparaaseekee jagah khaalee hai, tanakhvaah 120 rupaye maasik milegee, chaaho to naukaree kar sakate ho.
us vyaktine mainejarase kahaa- 'hujoora! mere pita tahaseeladaar the, baaba kalaktar the, paradaada kaptaan the, main itane oonche khaanadaanaka hoon, ve log bada़ee-bada़ee tanakhvaahen paate the aur raajadarabaaramen aadar hota tha, phir mujhe itanee chhotee haisiyatakee aur kam tanakhvaahakee jagah kyon milanee chaahiye ?'
aphasarane kahaa- 'aapake uchch khaanadaanaka main aadar karata hoon aur aapake un prashansaneey poorvapurushonkee kadr karata hoon, par khed hai ki aise nararatnonke gharamen aapa-jaise ayogy purush paida hue, jinhen chaparaaseese oonchee jagah naheen mil sakatee. naukaree aapako karanee hai, isaliye aapakee yogyataake anuroop hee vetan milegaa. khaanadaan ya poorvapurushonka bada़ppan isamen kuchh bhee kaam naheen a sakataa.
ham log apaneko rishiyonkee santaan kahate hain, apaneko jagadguru honeka daava karate hain aur tarah tarahase praacheen gaathaaonke aadhaarapar apaneko bada़a saabit karate hue yah aasha rakhate hain ki hamen vahee sthaan mile, jo hamaare poorvajonko praapt thaa. parantu ham yah bhool jaate hain ki jitanee yogyata, karmanishtha poorvajonmen thee, kya usaka thoda़a ansh bhee hamamen hai? yadi naheen hai, to ham apamaan aur adhogatike hee yogy hain, jo ki aaj praapt hai. hamen poorvajonka gaurav us samayatak praapt naheen ho sakata, jabatak ki ham vaisa hee paraakram karaneka saahas apane andar utpann n kar len.

73 Views





Bhajan Lyrics View All

श्यामा तेरे चरणों की गर धूल जो मिल
सच कहता हूँ मेरी तकदीर बदल जाए॥
मेरे बांके बिहारी बड़े प्यारे लगते
कही नज़र न लगे इनको हमारी
राधा ढूंढ रही किसी ने मेरा श्याम देखा
श्याम देखा घनश्याम देखा
किशोरी कुछ ऐसा इंतजाम हो जाए।
जुबा पे राधा राधा राधा नाम हो जाए॥
मेरी चुनरी में पड़ गयो दाग री कैसो चटक
श्याम मेरी चुनरी में पड़ गयो दाग री
वृन्दावन धाम अपार, जपे जा राधे राधे,
राधे सब वेदन को सार, जपे जा राधे राधे।
लाडली अद्बुत नज़ारा तेरे बरसाने में
लाडली अब मन हमारा तेरे बरसाने में है।
राधे तेरे चरणों की अगर धूल जो मिल जाए
सच कहता हू मेरी तकदीर बदल जाए
राधे राधे बोल, श्याम भागे चले आयंगे।
एक बार आ गए तो कबू नहीं जायेंगे ॥
तमन्ना यही है के उड के बरसाने आयुं मैं
आके बरसाने में तेरे दिल की हसरतो को
श्याम बुलाये राधा नहीं आये,
आजा मेरी प्यारी राधे बागो में झूला
ज़री की पगड़ी बाँधे, सुंदर आँखों वाला,
कितना सुंदर लागे बिहारी कितना लागे
लाली की सुनके मैं आयी
कीरत मैया दे दे बधाई
यशोमती मैया से बोले नंदलाला,
राधा क्यूँ गोरी, मैं क्यूँ काला
रंग डालो ना बीच बाजार
श्याम मैं तो मर जाऊंगी
आज बृज में होली रे रसिया।
होरी रे रसिया, बरजोरी रे रसिया॥
अपनी वाणी में अमृत घोल
अपनी वाणी में अमृत घोल
मीठी मीठी मेरे सांवरे की मुरली बाजे,
होकर श्याम की दीवानी राधा रानी नाचे
Ye Saare Khel Tumhare Hai Jag
Kahta Khel Naseebo Ka
अच्युतम केशवं राम नारायणं,
कृष्ण दमोधराम वासुदेवं हरिं,
नगरी हो अयोध्या सी,रघुकुल सा घराना हो
चरन हो राघव के,जहा मेरा ठिकाना हो
मेरा अवगुण भरा रे शरीर,
हरी जी कैसे तारोगे, प्रभु जी कैसे
प्रभु कर कृपा पावँरी दीन्हि
सादर भारत शीश धरी लीन्ही
राधा नाम की लगाई फुलवारी, के पत्ता
के पत्ता पत्ता श्याम बोलता, के पत्ता
जय शिव ओंकारा, ॐ जय शिव ओंकारा ।
ब्रह्मा, विष्णु, सदाशिव, अर्द्धांगी
सारी दुनियां है दीवानी, राधा रानी आप
कौन है, जिस पर नहीं है, मेहरबानी आप की
हम राम जी के, राम जी हमारे हैं
वो तो दशरथ राज दुलारे हैं
तेरा गम रहे सलामत मेरे दिल को क्या कमी
यही मेरी ज़िंदगी है, यही मेरी बंदगी है
सब हो गए भव से पार, लेकर नाम तेरा
नाम तेरा हरि नाम तेरा, नाम तेरा हरि नाम
सज धज कर जिस दिन मौत की शहजादी आएगी,
ना सोना काम आएगा, ना चांदी आएगी।

New Bhajan Lyrics View All

ओढ़ के चुनरिया लाल,
मैया जी मेरे घर आना,
रामा रामा ज़पने वाले हे मारुती राह
ओ पवन पुत्र बलवीरा हमें अपना दर्श
मैनु देयो दर्शन भगवान नाव मेरी गोते
गोते खांदी ए दुनिया लघ लघ जांदी ए,
रो रो कर श्याम तुम्हे आवाज़ लगाता हूँ,
क्यों सुनते नहीं मोहन मैं तुमको
बहती हैं अखियों से धार,
आ जाओ सांवरे,