⮪ All Stories / कथा / कहानियाँ

रक्षामन्त्रीका पत्र  [प्रेरक कहानी]
Short Story - Spiritual Story (Shikshaprad Kahani)

रक्षामन्त्रीका पत्र

एक बार अमेरिकी सेनाके एक प्रमुख अधिकारीने रक्षामन्त्रीके आदेशको ठीकसे समझ न पानेके कारण कोई भूल कर दी। जब रक्षामन्त्रीको यह बात मालूम हुई तो वे राष्ट्रपति अब्राहम लिंकनके पास पहुँचे और गुस्सेसे काँपते हुए बोले- 'श्रीमान् ! बहुत बड़ी गड़बड़ हो गयी है। पता नहीं अब क्या होगा।' लिंकनके पूछनेपर रक्षामन्त्रीने उन्हें विस्तारसे पूरी कहानी सुनायी।
वे फिर क्रोधमें कहने लगे- 'मैं उस जनरलके बच्चेको छोडूंगा नहीं। अब आप देखना, मैं कैसे उसकी खिंचाई करता हूँ। मैं अभी उसे पत्र लिखता हूँ।' इसपर लिंकन बोले- 'बिलकुल ठीक! आप उसे जरूर पत्र लिखिये और जितने कठोर से कठोर शब्द हो सकते हैं, उनका प्रयोग कीजिये।'
अपने नेताकी स्वीकृति मिलते ही रक्षामन्त्रीने अपने मनकी भड़ास निकालते हुए गालियोंसे भरा पत्र लिखा पत्र पूरा हो जानेपर वे राष्ट्रपति महोदयकी मेजके पास पहुँचे और विनम्रतापूर्वक बोले- 'श्रीमान् ! एक बार आप भी पत्र देख लें।' बिना रक्षामन्त्रीकी ओर देखे ही राष्ट्रपति लिंकनने कहा- 'ठीक है! इस पत्रको फाड़कर फेंक दीजिये, ऐसे पत्र मनमें बसी कड़वाहट और भड़ास निकालनेके लिये ही लिखे जाते हैं। मैं भी इस तरहकी समस्या आनेपर ऐसा ही करता हूँ और जहाँतक मैं समझता हूँ कि अब आपने अपने मनकी कड़वाहट और क्रोधपर काबू पा लिया होगा।' लिंकनकी यह बात सुनकर रक्षामन्त्री सोचनेपर मजबूर हो गये। उन्हें इस बातका अहसास हो गया कि क्रोधमें आकर कोई फैसला करना ठीक नहीं है। उन्होंने पत्र फाड़ डाला और चुपचाप चले गये।



You may also like these:

आध्यात्मिक कथा माता जीजाबाई
हिन्दी कहानी प्रतिभाकी पहचान
बोध कथा ताओ-कथा
आध्यात्मिक कथा अपनेको बड़ा न समझें
छोटी सी कहानी हककी रोटी
हिन्दी कहानी सिकन्दरकी मातृभक्ति
Spiritual Story समझौता
आध्यात्मिक कथा यह वत्सलता !
छोटी सी कहानी मुक्तिका मूल्य
हिन्दी कहानी भागवत- जीवन


rakshaamantreeka patra

rakshaamantreeka patra

ek baar amerikee senaake ek pramukh adhikaareene rakshaamantreeke aadeshako theekase samajh n paaneke kaaran koee bhool kar dee. jab rakshaamantreeko yah baat maaloom huee to ve raashtrapati abraaham linkanake paas pahunche aur gussese kaanpate hue bole- 'shreemaan ! bahut bada़ee gada़bada़ ho gayee hai. pata naheen ab kya hogaa.' linkanake poochhanepar rakshaamantreene unhen vistaarase pooree kahaanee sunaayee.
ve phir krodhamen kahane lage- 'main us janaralake bachcheko chhodoonga naheen. ab aap dekhana, main kaise usakee khinchaaee karata hoon. main abhee use patr likhata hoon.' isapar linkan bole- 'bilakul theeka! aap use jaroor patr likhiye aur jitane kathor se kathor shabd ho sakate hain, unaka prayog keejiye.'
apane netaakee sveekriti milate hee rakshaamantreene apane manakee bhada़aas nikaalate hue gaaliyonse bhara patr likha patr poora ho jaanepar ve raashtrapati mahodayakee mejake paas pahunche aur vinamrataapoorvak bole- 'shreemaan ! ek baar aap bhee patr dekh len.' bina rakshaamantreekee or dekhe hee raashtrapati linkanane kahaa- 'theek hai! is patrako phaada़kar phenk deejiye, aise patr manamen basee kada़vaahat aur bhada़aas nikaalaneke liye hee likhe jaate hain. main bhee is tarahakee samasya aanepar aisa hee karata hoon aur jahaantak main samajhata hoon ki ab aapane apane manakee kada़vaahat aur krodhapar kaaboo pa liya hogaa.' linkanakee yah baat sunakar rakshaamantree sochanepar majaboor ho gaye. unhen is baataka ahasaas ho gaya ki krodhamen aakar koee phaisala karana theek naheen hai. unhonne patr phaada़ daala aur chupachaap chale gaye.

70 Views





Bhajan Lyrics View All

कारे से लाल बनाए गयी रे,
गोरी बरसाने वारी
अरे बदलो ले लूँगी दारी के,
होरी का तोहे बड़ा चाव...
हम राम जी के, राम जी हमारे हैं
वो तो दशरथ राज दुलारे हैं
हो मेरी लाडो का नाम श्री राधा
श्री राधा श्री राधा, श्री राधा श्री
कोई पकड़ के मेरा हाथ रे,
मोहे वृन्दावन पहुंच देओ ।
जिंदगी एक किराये का घर है,
एक न एक दिन बदलना पड़ेगा॥
मेरी बाँह पकड़ लो इक बार,सांवरिया
मैं तो जाऊँ तुझ पर कुर्बान, सांवरिया
नी मैं दूध काहे नाल रिडका चाटी चो
लै गया नन्द किशोर लै गया,
जा जा वे ऊधो तुरेया जा
दुखियाँ नू सता के की लैणा
यह मेरी अर्जी है,
मैं वैसी बन जाऊं जो तेरी मर्ज़ी है
जगत में किसने सुख पाया
जो आया सो पछताया, जगत में किसने सुख
सुबह सवेरे  लेकर तेरा नाम प्रभु,
करते है हम शुरु आज का काम प्रभु,
मेरी करुणामयी सरकार, मिला दो ठाकुर से
कृपा करो भानु दुलारी, श्री राधे बरसाने
मुझे चढ़ गया राधा रंग रंग, मुझे चढ़ गया
श्री राधा नाम का रंग रंग, श्री राधा नाम
दिल की हर धड़कन से तेरा नाम निकलता है
तेरे दर्शन को मोहन तेरा दास तरसता है
श्याम बंसी ना बुल्लां उत्ते रख अड़ेया
तेरी बंसी पवाडे पाए लख अड़ेया ।
सांवरिया है सेठ ,मेरी राधा जी सेठानी
यह तो सारी दुनिया जाने है
मेरे बांके बिहारी बड़े प्यारे लगते
कही नज़र न लगे इनको हमारी
सांवरियो है सेठ, म्हारी राधा जी सेठानी
यह तो जाने दुनिया सारी है
शिव समा रहे मुझमें
और मैं शून्य हो रहा हूँ
मेरी रसना से राधा राधा नाम निकले,
हर घडी हर पल, हर घडी हर पल।
करदो करदो बेडा पार, राधे अलबेली सरकार।
राधे अलबेली सरकार, राधे अलबेली सरकार॥
मीठे रस से भरी रे, राधा रानी लागे,
मने कारो कारो जमुनाजी रो पानी लागे
दुनिया से मैं हारा तो आया तेरे द्वार,
यहाँ से गर जो हरा कहाँ जाऊँगा सरकार
नगरी हो अयोध्या सी,रघुकुल सा घराना हो
चरन हो राघव के,जहा मेरा ठिकाना हो
बहुत बड़ा दरबार तेरो बहुत बड़ा दरबार,
चाकर रखलो राधा रानी तेरा बहुत बड़ा
बांके बिहारी की देख छटा,
मेरो मन है गयो लटा पटा।
राधे तु कितनी प्यारी है ॥
तेरे संग में बांके बिहारी कृष्ण
प्रभु कर कृपा पावँरी दीन्हि
सादर भारत शीश धरी लीन्ही
सत्यम शिवम सुन्दरम
सत्य ही शिव है, शिव ही सुन्दर है

New Bhajan Lyrics View All

तेरियां रस्मा ना टूटिया यशोदे जोर
यशोदे जोर बथेरा लाया, यशोदे जोर बथेरा
यशोदा जायो ललना मैं वेदन में सुन आई,
मैं वेदन में सुन आई, पुरानन में सुन आई,
रावण दिल के तुम कितने कठोर निकले,
सीता चोरी चोरी लाए बड़े चोर निकले...
जन्मे ब्रज में नंदलाला,
सब बधाई गाओ री,
शिव शंकर भज ले मनवा, शिव शंकर,
यह जीवन, एक बंधन है, मोह ना कर,