⮪ All Stories / कथा / कहानियाँ

राहकी बाधा  [छोटी सी कहानी]
Spiritual Story - Hindi Story (Hindi Story)

राहकी बाधा

बहुत पुरानी बात है। एक दिन राजा शौर्यने मुख्य मार्गके बीचोबीच एक बड़ा पत्थर रखवा दिया और स्वयं एक पेड़के पीछे छिपकर देखने लगा कि कोई उस पत्थरको हटाता है या नहीं। उस मार्गसे कई राजदरबारी और व्यापारी गुजरे, लेकिन पत्थर वहीं पड़ा रहा। कुछ लोग तो राज्यकी मार्ग-व्यवस्थाको कोसने भी लगे, लेकिन किसीने भी पत्थरको हटानेका प्रयास नहीं किया।
थोड़ी देर बाद वहाँसे एक किसान गुजरा। उसकी पीठपर अनाजका बोरा लदा हुआ था। उसने पत्थरको देखकर सोचा, बीच राहमें इतना भारी पत्थर रखा हुआ है। इससे टकराकर किसीको चोट लग जायगी। मैं इसे हटा देता हूँ। उसने अनाजका बोरा एक तरफ रखा और पत्थर हटानेका प्रयास करने लगा। काफी देरकी कोशिश के बाद वह पत्थर हटानेमें सफल रहा। जब किसान अपना बोरा उठाकर घूमा तो उसने देखा, जहाँ पत्थर पड़ा हुआ था, वहीं मोहरोंसे भरी थैली रखी है। उसने थैली नहीं उठायी और आगे जाने लगा। पीछेसे आवाज आयी-'अरे, भाई रुको!'
किसानने मुड़कर देखा, तो राजा शौर्य खड़ा था। राजाको देखकर किसान डर गया कि न जाने उसने क्या अपराध कर दिया है। राजाने किसानसे कहा- 'डरो मत। वह पत्थर मैंने ही मार्गमें रखा है। मैं देखना चाहता था कि कितने लोग जीवनमें आयी बाधाको हटानेका प्रयास करते हैं। लेकिन दुःखकी बात है कि यहाँसे बहुत लोग गुजरे, परंतु किसीने भी इसे नहीं हटाया। सिर्फ तुमने यह काम किया है। जिस तरह यह पत्थर जीवनमें आनेवाली बाधाके समान था, उसी तरह यह इनाम इस बाधाको दूर करके मिलनेवाली उन्नतिकी तरह है।'
किसानने खुशी-खुशी मोहरोंकी थैली ले ली और राजाको धन्यवाद देकर अपनी राह चल दिया।



You may also like these:

हिन्दी कथा अपनी खोज
हिन्दी कहानी अम्बादासका कल्याण
हिन्दी कहानी कथा-प्रेम
हिन्दी कथा गुरुप्राप्ति
आध्यात्मिक कहानी जब सूली पानी-पानी हो गयी !
हिन्दी कहानी धनका परिणाम – हिंसा
आध्यात्मिक कहानी धर्मो रक्षति रक्षितः


raahakee baadhaa

raahakee baadhaa

bahut puraanee baat hai. ek din raaja shauryane mukhy maargake beechobeech ek bada़a patthar rakhava diya aur svayan ek peड़ke peechhe chhipakar dekhane laga ki koee us pattharako hataata hai ya naheen. us maargase kaee raajadarabaaree aur vyaapaaree gujare, lekin patthar vaheen pada़a rahaa. kuchh log to raajyakee maarga-vyavasthaako kosane bhee lage, lekin kiseene bhee pattharako hataaneka prayaas naheen kiyaa.
thoda़ee der baad vahaanse ek kisaan gujaraa. usakee peethapar anaajaka bora lada hua thaa. usane pattharako dekhakar socha, beech raahamen itana bhaaree patthar rakha hua hai. isase takaraakar kiseeko chot lag jaayagee. main ise hata deta hoon. usane anaajaka bora ek taraph rakha aur patthar hataaneka prayaas karane lagaa. kaaphee derakee koshish ke baad vah patthar hataanemen saphal rahaa. jab kisaan apana bora uthaakar ghooma to usane dekha, jahaan patthar pada़a hua tha, vaheen moharonse bharee thailee rakhee hai. usane thailee naheen uthaayee aur aage jaane lagaa. peechhese aavaaj aayee-'are, bhaaee ruko!'
kisaanane muda़kar dekha, to raaja shaury khada़a thaa. raajaako dekhakar kisaan dar gaya ki n jaane usane kya aparaadh kar diya hai. raajaane kisaanase kahaa- 'daro mata. vah patthar mainne hee maargamen rakha hai. main dekhana chaahata tha ki kitane log jeevanamen aayee baadhaako hataaneka prayaas karate hain. lekin duhkhakee baat hai ki yahaanse bahut log gujare, parantu kiseene bhee ise naheen hataayaa. sirph tumane yah kaam kiya hai. jis tarah yah patthar jeevanamen aanevaalee baadhaake samaan tha, usee tarah yah inaam is baadhaako door karake milanevaalee unnatikee tarah hai.'
kisaanane khushee-khushee moharonkee thailee le lee aur raajaako dhanyavaad dekar apanee raah chal diyaa.

89 Views





Bhajan Lyrics View All

तेरे बगैर सांवरिया जिया नही जाये
तुम आके बांह पकड लो तो कोई बात बने‌॥
कोई पकड़ के मेरा हाथ रे,
मोहे वृन्दावन पहुंच देओ ।
बृज के नन्द लाला राधा के सांवरिया
सभी दुख: दूर हुए जब तेरा नाम लिया
जय राधे राधे, राधे राधे
जय राधे राधे, राधे राधे
मेरा आपकी कृपा से,
सब काम हो रहा है
हरी नाम नहीं तो जीना क्या
अमृत है हरी नाम जगत में,
मेरा अवगुण भरा शरीर, कहो ना कैसे
कैसे तारोगे प्रभु जी मेरो, प्रभु जी
इतना तो करना स्वामी जब प्राण तन से
गोविन्द नाम लेकर, फिर प्राण तन से
अरे बदलो ले लूँगी दारी के,
होरी का तोहे बड़ा चाव...
आज बृज में होली रे रसिया।
होरी रे रसिया, बरजोरी रे रसिया॥
कैसे जीऊं मैं राधा रानी तेरे बिना
मेरा मन ही न लगे श्यामा तेरे बिना
प्रभु कर कृपा पावँरी दीन्हि
सादर भारत शीश धरी लीन्ही
राधे तु कितनी प्यारी है ॥
तेरे संग में बांके बिहारी कृष्ण
सब हो गए भव से पार, लेकर नाम तेरा
नाम तेरा हरि नाम तेरा, नाम तेरा हरि नाम
मुँह फेर जिधर देखु मुझे तू ही नज़र आये
हम छोड़के दर तेरा अब और किधर जाये
हम प्रेम दीवानी हैं, वो प्रेम दीवाना।
ऐ उधो हमे ज्ञान की पोथी ना सुनाना॥
मीठी मीठी मेरे सांवरे की मुरली बाजे,
होकर श्याम की दीवानी राधा रानी नाचे
तेरे दर पे आके ज़िन्दगी मेरी
यह तो तेरी नज़र का कमाल है,
मुझे चढ़ गया राधा रंग रंग, मुझे चढ़ गया
श्री राधा नाम का रंग रंग, श्री राधा नाम
ना मैं मीरा ना मैं राधा,
फिर भी श्याम को पाना है ।
तू राधे राधे गा ,
तोहे मिल जाएं सांवरियामिल जाएं
सावरे से मिलने का सत्संग ही बहाना है ।
सारे दुःख दूर हुए, दिल बना दीवाना है ।
लाडली अद्बुत नज़ारा तेरे बरसाने में
लाडली अब मन हमारा तेरे बरसाने में है।
ऐसी होली तोहे खिलाऊँ
दूध छटी को याद दिलाऊँ
राधा कट दी है गलिआं दे मोड़ आज मेरे
श्याम ने आना घनश्याम ने आना
श्याम बुलाये राधा नहीं आये,
आजा मेरी प्यारी राधे बागो में झूला
सज धज कर जिस दिन मौत की शहजादी आएगी,
ना सोना काम आएगा, ना चांदी आएगी।
कोई कहे गोविंदा कोई गोपाला,
मैं तो कहूँ सांवरिया बांसुरी वाला ।
सांवरियो है सेठ, म्हारी राधा जी सेठानी
यह तो जाने दुनिया सारी है
आँखों को इंतज़ार है सरकार आपका
ना जाने होगा कब हमें दीदार आपका

New Bhajan Lyrics View All

तेरी मौज दा नजारा असी लैना,
दाता जी तेरी मौज वखरी,
ओ सांवरें हम तुम्हारे,
हमनें भी तेरे चरणों में सर को झुकाया
भोले जी के दिल की धड़कन ले गई गौरा
राधा जो बोली श्याम से
याद मुरली की आने लगी सुना दे बांसुरिया
जीवन की सारी मुश्किल, आसान हो गई,
जब से मेरी हनुमान से, पहचान हो गई,