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अतिथिकी योग्यता नहीं देखनी चाहिये  [प्रेरक कथा]
आध्यात्मिक कथा - हिन्दी कहानी (Hindi Story)

महात्मा इब्राहीमका नियम था कि किसी अतिथिको भोजन कराये बिना भोजन नहीं करते थे। एक दिन उनके यहाँ कोई अतिथि नहीं आया। इसलिये वे स्वयं किसी निर्धन मनुष्यको ढूंढ़ने निकले। मार्गमें उन्हें एक अत्यन्त वृद्ध तथा दुर्बल मनुष्य मिला। उसे भोजनका निमन्त्रण देकर बड़े आदरपूर्वक वे घर ले आये। हाथ पैर धुलवाकर भोजन करने बैठाया।

अतिथिने भोजन सम्मुख आते ही ग्रास उठाया। उसने न तो भोजन मिलनेके लिये ईश्वरको धन्यवाद दिया, न ईश्वरकी बन्दगी की। इब्राहीमको इस व्यवहारसे क्षोभ हुआ। उन्होंने अतिथिसे इसका कारण पूछा। अतिथिने कहा- 'मैं तुम्हारे धर्मको माननेवाला नहीं हूँ।मैं अग्निपूजक (पारसी) हूँ। अग्निको मैंने अभिवादन कर लिया है।'

'काफिर कहींका ! चल निकल मेरे यहाँसे!' इब्राहीमको इतना क्रोध आया कि उन्होंने वृद्धको धक्का देकर उसी समय घरसे निकाल दिया।

'इब्राहीम ! जिसे इतनी उम्रतक मैं प्रतिदिन खूराक देता रहा हूँ, उसे तुम एक समय भी नहीं खिला सके ! उलटे तुमने निमन्त्रण देकर, घर बुलाकर उसका तिरस्कार किया!' इस आकाशवाणीको, जो उसी समय हुई, इब्राहीमने सुना। अपने गर्व तथा व्यवहारपर उन्हें अत्यन्त दुःख हुआ ।

- सु0 सिं0



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atithikee yogyata naheen dekhanee chaahiye

mahaatma ibraaheemaka niyam tha ki kisee atithiko bhojan karaaye bina bhojan naheen karate the. ek din unake yahaan koee atithi naheen aayaa. isaliye ve svayan kisee nirdhan manushyako dhoondha़ne nikale. maargamen unhen ek atyant vriddh tatha durbal manushy milaa. use bhojanaka nimantran dekar bada़e aadarapoorvak ve ghar le aaye. haath pair dhulavaakar bhojan karane baithaayaa.

atithine bhojan sammukh aate hee graas uthaayaa. usane n to bhojan milaneke liye eeshvarako dhanyavaad diya, n eeshvarakee bandagee kee. ibraaheemako is vyavahaarase kshobh huaa. unhonne atithise isaka kaaran poochhaa. atithine kahaa- 'main tumhaare dharmako maananevaala naheen hoon.main agnipoojak (paarasee) hoon. agniko mainne abhivaadan kar liya hai.'

'kaaphir kaheenka ! chal nikal mere yahaanse!' ibraaheemako itana krodh aaya ki unhonne vriddhako dhakka dekar usee samay gharase nikaal diyaa.

'ibraaheem ! jise itanee umratak main pratidin khooraak deta raha hoon, use tum ek samay bhee naheen khila sake ! ulate tumane nimantran dekar, ghar bulaakar usaka tiraskaar kiyaa!' is aakaashavaaneeko, jo usee samay huee, ibraaheemane sunaa. apane garv tatha vyavahaarapar unhen atyant duhkh hua .

- su0 sin0

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